रामगंजमंडी (कोटा). ग्रामीण क्षेत्रों में जलदाय विभाग की ओर से दूषित पानी सप्लाई की शिकायतें सामने आ रही थी. इसे लेकर ग्रामीणों की शिकायत के बाद ईटीवी भारत ने खबर को प्रकाशित किया था. जिसके बाद जलदाय विभाग के अधिकारी हरकत में आए और ग्रामीण क्षेत्र कनिष्ठ अभियंताओं द्वारा शुक्रवार को पानी की सप्लाई के साथ ही घर-घर जाकर नलों में आने वाले पानी में क्लोरीन की जांच की गई. साथ ही पानी में ब्लिचिंग पाउडर की मात्रा भी जांची गई. साथ ही पानी के अन्य तत्वों को भी जांचा गया.
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कई वार्डों में विभाग के अभियंता द्वारा पानी से सेम्पल लिए गए. वहीं सातलखेड़ी कस्बे में कई जगहों पर लीकेज वॉल को चेक कर सही किया गया. वहीं विभाग के कनिष्ठ अभियंता बच्चूसिंह ने बताया कि गुरुवार को विभाग द्वारा घरों के नलों की जलापूर्ति की गई थी. जिसमें नलों से दूषित पानी सप्लाई की शिकायत आई थी. जिस पर कार्रवाई करते हुए कई स्थानों पर वाटर सप्लाई वॉल्व को चेक करवाया गया. साथ ही सप्लाई के साथ ही घरों पर जाकर पानी में क्लोरीन की जांच करवाई गई. जिसमें कई जगहों पर साफ पानी आ रहा है. कुछ इलाकों से शिकायत है, उसका जल्द निस्तारण कर ग्रामीण इलाकों में शुद्ध जलापूर्ति विभाग द्वारा की गई.
उपखण्ड के ग्रामीण क्षेत्रों में जलदाय विभाग द्वारा की गई दूषित पानी की सप्लाई पर ग्रामीणों की शिकायत पर ईटीवी भारत में प्रमुखता से खबर को प्रकाशित करने के बाद जलदाय विभाग अधिकारी हरकत में आए और ग्रामीण क्षेत्र कनिष्ठ अभियंताओं द्वारा शुक्रवार को पानी की सप्लाई के साथ ही घर-घर जाकर नलों में आने वाले पानी में क्लोरीन जांच की गई.