जयपुर: सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा मामले में एसओजी की कार्रवाई लगातार जारी है. वहीं, सब इंस्पेक्टर भर्ती को रद्द करने की मांग भी की जा रही है. इस मांग को लेकर काफी संख्या में बेरोजगार युवा शनिवार शाम को मंत्री किरोड़ीलाल मीणा की आवास पर पहुंचे. बेरोजगार युवाओं ने कहा कि मामले की जांच कर रही एसओजी को फर्जीवाड़े के सबूत मिल चुके हैं. अब सब इंस्पेक्टर भर्ती को रद्द करके युवाओं को न्याय दिया जाए.
बेरोजगार युवा मनोज ने बताया कि एसआई भर्ती परीक्षा में हुए घोटाले को लेकर राजस्थान के युवा मंत्री किरोड़ीलाल मीणा की आवास पर पहुंचे. घोटाला वर्ष 2021 में हुआ, तब कांग्रेस की सरकार थी. कांग्रेस ने युवाओं की सुनवाई नहीं की, जिससे युवाओं का आक्रोश बढ़ गया. राजस्थान की भाजपा सरकार से अब युवाओं को काफी उम्मीदें हैं.
कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा से न्याय की गुहार लगाई है. युवाओं की मांग है कि एसआई भर्ती परीक्षा को रद्द किया जाए. एसओजी को फर्जीवाड़े के सारे सबूत मिल चुके हैं. एसआई भर्ती परीक्षा में बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है. कमेटी इस भर्ती परीक्षा को रद्द करके युवाओं के साथ न्याय करे. जब तक न्याय होगा नहीं होगा, तब तक युवा न्याय की गुहार लगाते रहेंगे.
सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में पेपर लीक का खुलासा होने के बाद परीक्षा को रद्द करने या नहीं करने का फैसला लेने के लिए सरकार की ओर से 6 मंत्रियों की कमेटी का गठन किया गया है. वहीं, अभ्यर्थी लगातार एसआई भर्ती परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. अभ्यर्थियों का कहना है कि भर्ती परीक्षा में पेपर लीक हुए थे. पूरा फर्जीवाड़ा सामने आ चुका है.
आरपीएससी के सदस्य भी इसमें संलिप्त पाए गए. कोर्ट की भी गाइडलाइन है कि किसी भी भर्ती परीक्षा में अगर गोपनीयता भंग होती है, तो उसे रद्द किया जाना चाहिए. पूर्व कांग्रेस सरकार ने भर्ती परीक्षा को रद्द नहीं किया. अब बीजेपी सरकार से मांग है कि सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा को रद्द करके नए सिरे से आयोजित करवाया जाए.
अभ्यर्थियों का कहना है कि मामले में विधिक राय भी ली जा चुकी है. सरकार की ओर से कमेटी भी गठित कर दी गई है. ऐसे में अब सख्त फैसला लेना चाहिए. अभी तक केवल औपचारिकता ही निभाई जा रही है. सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा 2021 में पेपर लीक का मामला उजागर होने के कई खुलासे सामने आए. आरपीएससी के पूर्व सदस्य बाबूलाल कटारा ने पेपर उपलब्ध करवाए थे. इसके बाद रामूराम राईका ने पेपर अपने बेटे और बेटी को भी दिया था. इस तरह से युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है.