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कोटा स्टेट हाईवे खुला, प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता व नौकरी का दिया आश्वासन - kota state highway blocked news today

कोटा हाईवे पर लगे जाम को ग्रामीणों ने प्रशासन के आश्वासन के बाद खोल दिया है. जानकारी के अनुसार प्रशासन ने प्रत्येक मृतक के परिजनों को एक-एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता, संविदा पर नौकरी देने और घटना की निष्पक्ष जांच कराने का आश्वासन दिया है.

कोटा स्टेट हाईवे को किया बंद
कोटा स्टेट हाईवे को किया बंद
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Published : Mar 31, 2023, 10:18 AM IST

Updated : Mar 31, 2023, 12:36 PM IST

कोटा. कोटा में रामनवमी के जुलूस के दौरान हुए हादसे से गुस्साए ग्रामीणों ने आज स्टेट हाईवे पर जाम लगा दिया था. तकरीबन 3 घंटे तक स्टेट हाईवे को बंद रखा. इसके बाद परिजनों को जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया. उसके अनुसार सभी मृतकों के परिजनों को एक-एक लाख की त्वरित आर्थिक सहायता दी जाएगी. वहीं परिजनों को संविदा पर नौकरी भी दी जाएगी. इसके अलावे पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवाकर दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन भी दिया है. इसके बाद परिजनों ने हाईवे पर लगाए जाम को स्वयं ही समाप्त कर दिया. इसके साथ ही तीन घंटे से बंद पड़ी हाईवे पर वाहनों का आवागमन बहाल हो गया. प्रशासन की ओर से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अरुण माचिया और एसडीएम एचडी सिंह बातचीत के दौरान वहां मौजूद थे.

बता दें कि जिले के सुल्तानपुर इलाके के कोटड़ा दीप सिंह गांव में गुरूवार को हुए हादसे में करंट की चपेट में आने से तीन युवकों की मौत हो गई थी. मृतक तीनों युवक जिले के बड़ौद गांव के निवासी हैं. ऐसे में बड़ौद में अब हंगामे जैसी स्थिति बनी हुई है. हिंदू संगठन से जुड़े लोग और ग्रामीणों ने स्टेट हाईवे 70 को जाम कर दिया है. उनकी मांग थी कि इन मृतक युवकों के परिजनों को मुआवजा दिया जाए.

बता दें कि प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर कटीली झाड़ियां डालकर जाम लगाया है. इनका आरोप है कि विद्युत विभाग की लापरवाही के चलते ही यह हादसा हुआ है. उन्हीं के वजह से बड़ौद कस्बे के तीन घरों के चिराग बुझ गए. जाम लगाकर कर प्रदर्शनकारी बिजली विभाग के अधिकारियों व कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थें.

हालांकि शुरूआत में जिला कलेक्टर ओपी बुनकर ने कहा था कि प्रारंभिक तौर पर बिजली विभाग की कोई गलती सामने नहीं आ रही है. इसीलिए वे जांच नहीं करवाएंगे. परंतु वार्ता के अनुसार प्रशासन ने परिजनों को आश्वासन दिया है कि वे इसकी निष्पक्ष जांच कराएंगे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई भी करेंगे.

पढ़ें कोटा में रामनवमी के जुलूस में हादसा, हाईटेंशन तार की चपेट में आने से तीन युवकों की मौत...तीन की हालत गंभीर

कलेक्टर और एसपी पहुंचे थे देर रात को

जिला कलेक्टर ओपी बुनकर और कोटा ग्रामीण एसपी कावेंद्र सिंह सागर गुरुवार देर रात को ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुल्तानपुर पहुंचे थे. जहां पर उन्होंने ग्रामीणों और मृतक युवाओं के परिजनों से बातचीत की थी. साथ ही उन्हें उचित मदद का आश्वासन भी दिया गया था. इसके साथ ही घायलों के उपचार में भी किसी तरह की कोई कमी नहीं आने की बात कही गई थी. दोनों के सामने भी आंदोलनकारियों ने आक्रोश जताया था.

कोटा. कोटा में रामनवमी के जुलूस के दौरान हुए हादसे से गुस्साए ग्रामीणों ने आज स्टेट हाईवे पर जाम लगा दिया था. तकरीबन 3 घंटे तक स्टेट हाईवे को बंद रखा. इसके बाद परिजनों को जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया. उसके अनुसार सभी मृतकों के परिजनों को एक-एक लाख की त्वरित आर्थिक सहायता दी जाएगी. वहीं परिजनों को संविदा पर नौकरी भी दी जाएगी. इसके अलावे पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवाकर दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन भी दिया है. इसके बाद परिजनों ने हाईवे पर लगाए जाम को स्वयं ही समाप्त कर दिया. इसके साथ ही तीन घंटे से बंद पड़ी हाईवे पर वाहनों का आवागमन बहाल हो गया. प्रशासन की ओर से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अरुण माचिया और एसडीएम एचडी सिंह बातचीत के दौरान वहां मौजूद थे.

बता दें कि जिले के सुल्तानपुर इलाके के कोटड़ा दीप सिंह गांव में गुरूवार को हुए हादसे में करंट की चपेट में आने से तीन युवकों की मौत हो गई थी. मृतक तीनों युवक जिले के बड़ौद गांव के निवासी हैं. ऐसे में बड़ौद में अब हंगामे जैसी स्थिति बनी हुई है. हिंदू संगठन से जुड़े लोग और ग्रामीणों ने स्टेट हाईवे 70 को जाम कर दिया है. उनकी मांग थी कि इन मृतक युवकों के परिजनों को मुआवजा दिया जाए.

बता दें कि प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर कटीली झाड़ियां डालकर जाम लगाया है. इनका आरोप है कि विद्युत विभाग की लापरवाही के चलते ही यह हादसा हुआ है. उन्हीं के वजह से बड़ौद कस्बे के तीन घरों के चिराग बुझ गए. जाम लगाकर कर प्रदर्शनकारी बिजली विभाग के अधिकारियों व कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थें.

हालांकि शुरूआत में जिला कलेक्टर ओपी बुनकर ने कहा था कि प्रारंभिक तौर पर बिजली विभाग की कोई गलती सामने नहीं आ रही है. इसीलिए वे जांच नहीं करवाएंगे. परंतु वार्ता के अनुसार प्रशासन ने परिजनों को आश्वासन दिया है कि वे इसकी निष्पक्ष जांच कराएंगे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई भी करेंगे.

पढ़ें कोटा में रामनवमी के जुलूस में हादसा, हाईटेंशन तार की चपेट में आने से तीन युवकों की मौत...तीन की हालत गंभीर

कलेक्टर और एसपी पहुंचे थे देर रात को

जिला कलेक्टर ओपी बुनकर और कोटा ग्रामीण एसपी कावेंद्र सिंह सागर गुरुवार देर रात को ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुल्तानपुर पहुंचे थे. जहां पर उन्होंने ग्रामीणों और मृतक युवाओं के परिजनों से बातचीत की थी. साथ ही उन्हें उचित मदद का आश्वासन भी दिया गया था. इसके साथ ही घायलों के उपचार में भी किसी तरह की कोई कमी नहीं आने की बात कही गई थी. दोनों के सामने भी आंदोलनकारियों ने आक्रोश जताया था.

Last Updated : Mar 31, 2023, 12:36 PM IST
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