कोटा. नगर विकास न्यास की ओर से शहर के अंटाघर चौराहे, एरोड्रम सर्किल और नयापुरा के विवेकानंद चौराहा के सौंदर्यीकरण और हेरिटेज लुक देने के लिए प्रेजेंटेशन का कार्यक्रम यूआईटी ऑडिटोरियम में रखा गया. इसमें मुख्य अतिथि यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल थे. इस दौरान यूआईटी के कंसलटेंट आर्किटेक्ट अनूप ने तीनों चौराहे की डिजाइन और हेरिटेज लुक के बारे में प्रजेंटेशन दिया.
इसमें उन्होंने बताया कि नयापुरा चौराहा के विवेकानंद सर्किल की प्रतिमा को बड़ा किया जाएगा. साथ ही लंदन के पिकेडली सर्किल के तर्ज पर नयापुरा चौराहे को विकसित किया जाएगा. यह पिकेडली सर्किल से भी सुंदर बनाया जाएगा. इस सर्किल के चारों ओर आने वाले मकानों को भी सरकारी खर्च पर नए लुक में बनाया जाएगा. ट्रैफिक के हिसाब से डिजाइन तैयार किया गया है. इस डिजाइन से जाम की समस्या से भी निजात मिलेगी. इसके साथ ही नयापुरा चौराहे पर बाउंड्री वॉल बनाया जाएगा. फाउंटेन और वॉल रेलिंग, फुटपाथ भी बनेंगे. ताकि पैदल चलने वालों को भी सुविधा मिले. वहीं विवेकानंद की प्रतिमा को बड़ा किया जाएगा. प्रतिमा के साथ शिकागो की धर्म संसद को भी स्थापित किया जाएगा.
इसके साथ ही शहर के दो प्रमुख चौराहे नगर चौराहा और एरोड्रम चौराहे पर रेड लाइट फ्री किया जाएगा. ऐसे में दोनों जगह अंडरपास निकाला जाएगा. अंटाघर चौराहे पर नयापुरा से बारां रोड की तरफ गार्डन अंडरपास बनाया जाएगा. ताकि लोगों को परेशानी न हो. वहीं जेडीबी से स्टेशन की तरफ जाने वाले मार्ग को सीधा निकाला जाएगा. इससे यह चौराहा रेड लाइट फ्री हो जाएगा.
इसी तरह से एरोड्रम सर्किल पर भी घोड़े वाले बाबा चौराहे से डीसीएम की तरफ अंडर पास निकाला जाएगा. छावनी से झालावाड़ रोड की तरफ जाने वाले मार्ग को सीधा निकाला जाएगा. इससे यहां भी रेड लाइट की समस्या खत्म हो जाएगी. इसी के साथ डीसीएम रोड पर पॉलिटेक्निक कॉलेज के पास से एक मार्ग नया बनवाया जाएगा. जो झालावाड़ रोड पर सीधा लायंस क्लब भवन के पास मिलेगा. इससे डीसीएम की ओर आने वाले लोगों को एरोड्रम सर्किल पर नहीं जाना पड़ेगा.
इस कार्यक्रम में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि उन्होंने साल 2002 में छावनी फ्लाईओवर बनाया था. तब व्यापारियों से नाराज हो गए थे और उन्हें वोट नहीं दिया है. ऐसे में उन्हें घर भेज दिया था. इसलिए अब ऐसा किसी के साथ नहीं होगा. लोगों के किसी तरह की जमीन नहीं ली जाएगी और न ही उनके घरों व दुकानों को तोड़ा जाएगा. जो जगह जैसी है, उसे उसी लुक में बदलाव कर सरकार अपने खर्चे पर हेरिटेज लुक देगी.