कोटा. आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल शुक्रवार को कोटा पहुंचे. यहां पर उन्होंने केंद्र की भाजपा और राज्य सरकार की कांग्रेस सरकार पर जमकर जुबानी हमला किया. उन्होंने कहा कि मैं केंद्र सरकार का समर्थन जरूर कर रहा हूं, लेकिन कृषि कानूनों का विरोध लगातार जारी रहेगा. हम नहीं चाहते कि ये कृषि कानून लागू हो. हमारी एक ही मांग है कि स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू हो.
इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि वो एनडीए गठबंधन को छोड़ देंगे तो उन्होंने कहा कि छोड़ने में 1 मिनट का टाइम लगेगा. जोड़ने में भी उन्हें ज्यादा समय नहीं लगा था, लेकिन उसके पहले एक बार प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करेंगे और सुधार के लिए आग्रह करेंगे. अगर सुधार नहीं होते हैं तो उसके बाद वो सड़कों पर भी आंदोलन शुरू कर देंगे. उस दौरान कोविड-19 गाइडलाइन का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा.
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इसके बाद उन्होंने एक बार फिर वसुंधरा-गहलोत गठजोड़ पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में अमन-चैन बिगड़ा हुआ है. बलात्कार, लूट और आम जनता पर अत्याचार लगातार जारी है, लेकिन किसी भी मुद्दे की न्यायिक जांच नहीं हो रही है. चाहे कोटा में हुई नाव दुर्घटना हो या फिर जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत. यहां तक कि प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने तो जयपुर में अपने अधिकारियों से ये तक कह दिया कि बच्चों को भर्ती ही ना किया जाए, जिससे बच्चों की मौतों का पता ही ना चले.
अंतिम शासक बनना चाहते हैं गहलोत...
हनुमान बेनीवाल ने कहा कि प्रदेश में कोरोना वायरस की व्यवस्थाएं भगवान भरोसे ही चल रही हैं. सरकार पूरी तरह से फेल हो गई है. अब से 20 साल पहले उत्तर प्रदेश और बिहार के अंदर राजनीतिक पार्टियों ने जैसी गुंडागर्दी मचाई थी, उसी तरह की गुंडागर्दी आज राजस्थान में है. गहलोत साहब चाहते हैं कि मेरी सरकार बची रहे, चाहे दोबारा कांग्रेस आए ना आए. जिस तरह से बहादुर शाह जफर अंतिम शासक था, उसी तरह कांग्रेस का आखिरी शासक अशोक गहलोत बनना चाहते हैं.