कोटा. जिले के इटावा उपखंड क्षेत्र के खातोली के पास से निकल रही पार्वती नदी में एक बार फिर जोरदार उफान देखने को मिला है. नदी में आए उफान के चलते पुलिया पर करीब 35 फीट पानी की चादर चलने लगी है. इसके चलते राजस्थान और मध्य प्रदेश को जोड़ने वाली यह पुलिया पूर्ण रूप से पानी की चादर के साथ ही नजर नहीं आ रही है और जो पुलिया के ऊपर गेन्ट्री बोर्ड लगाया गया था राजस्थान का स्वागत द्वार था वह भी अब डूबने के कगार पर पहुंच गया है.
गौरतलब है कि अगस्त की शुरुआत से इस नदी की पुलिया पर भारी पानी की आवक होने के चलते खातोली में तबाही का मंजर भी देखने को मिला था और खातोली की पार्वती नदी के पानी ने लोगो को झकझोर कर रख दिया था. बीते दिन जब यह नदी अपने किनारों पर लौटने लगी तो लोगों को राहत की उम्मीद हुई थी लेकिन शुक्रवार की सुबह एक बार फिर भारी बारिश के चलते नदी का विकराल रूप देखने को मिला है.
पुनः उफान पर आते ही मार्ग फिर से अवरुद्ध हो गया है. खातोली का मदनपुरा और फरेरा गांव फिर से टापू में तब्दील हो गए हैं. साथ ही इटावा उपखंड मुख्यालय को कोटा जिला मुख्यालय से जोड़ने वाली ढिबरी की काली सिंध नदी में भी पानी की बढ़ोतरी हो गई है. कालीसिंध नदी में भी करीब 8 फीट पानी की चादर चल रही है. जिसके परिणाम स्वरुप कल से ही इटावा का जिला मुख्यालय कोटा से संपर्क कटा हुआ है.
पढ़ें: Weather Update : राजस्थान के 3 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, येलो अलर्ट जारी
राजस्थान के सबसे बड़े पुल कहे जाने वाले गेता-माखीदा पुलिया पर भी गुरुवार सुबह से ही आवागमन पूर्ण रुप से बंद है. इसका कारण है कि एक तो गेता माखीदा पुलिया तक पहुंचाने वाली सड़क की मिट्टी धंस गई है. दूसरा बूंदी जिले के माखिदा के पास दो स्थानों पर पानी के साथ सड़क बह गई है. जिस कारण यहां से वाहनों का आवागमन बंद करना पड़ा है. वहीं कैथूदा के पास से निकल रही चंबल नदी में भी पानी की अत्यधिक आवक से झरेर की पुलिया पर करीब 15 फीट पानी चल रहा है.
सांगोद में परवन व उजाड़ नदी उफान पर : मध्यप्रदेश में हो रही भारी बारिश से शुक्रवार को क्षेत्र में बह रही परवन नदी उफान पर रही. नदी में पानी की जोरदार आवक से बारां जिले को झालावाड़ जिले से जोड़ने वाले मेगा हाइवे पर बपावर स्थित परवन नदी की पुलिया पर पानी आने से मार्ग बंद हो गया. जिससे मार्ग पर वाहनों का आवागमन ठप हो गया. पिछले 7 दिनों से लगातार हो रही तेज बारिश के कारण भीम सागर का जलस्तर 12 फीट ऊंचा बढ़ गया है. जिसके चलते बांध के 5 गेट खोल कर 30000 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है. क्षेत्र के गेंहू खेड़ी में एक नाले भारी पानी की आवक से बपावर का सांगोद उपखण्ड मुख्यालय का सम्पर्क कट गया है.