कोटा. पुलवामा में आतंकवादियों के फिदायीन हमले में शहीद हुए कोटा जिले की सांगोद तहसील के विनोद कलां गांव निवासी हेमराज मीणा का अंतिम संस्कार आज उनके पैतृक गांव विनोद कलां में पूरे राजकीय सम्मान के साथ हुआ. शहीद जवान के 12 साल के बेटे अजय और 6 साल के बेटे ऋषभ ने अपने पिता को मुखाग्नि दी.
सीआरपीएफ और पुलिस के जवानों ने अपने साथी को सलामी दी. इसके साथ ही अंत्येष्टि स्थल पर कोटा स्थित जेके नगर सीएनजी पेट्रोल पंप का नाम भी शहीद हेमराज के नाम करने की घोषणा की गई. यहां तक कि छोटे बेटा ऋषभ भी अंत्येष्टि स्थल पर अपने पिता के लिए नारे लगाता रहता है, जब तक सूरज चांद रहेगा हेमराज मीणा का नाम रहेगा.
इससे पहले सीआरपीएफ के जवान हेमराज मीणा का पार्थिव देह आज दिल्ली से सड़क मार्ग के जरिए कोटा सांगोद होते हुए उनके पैतृक गांव विनोद कलां पहुंची. जहां पर उनकी पत्नी और बच्चों सहित परिजनों ने अंतिम दर्शन किए. इसके बाद घर से 2 किलोमीटर अंत्येष्टि स्थल पर ले जाया गया. जहां पर पहले से प्रशासन की तरफ से चबूतरे का निर्माण कर दिया गया.
इस दौरान अंत्येष्टि में शामिल होने आए शहीद हेमराज मीणा के साथी मांगीलाल नायक ने कहा कि अगर आतंकवादी इस तरह से कायरता पूर्ण हमला करने की जगह सीधी लड़ाई लड़ते तो हेमराज कड़ा मुकाबला करते. उन्होंने कहा कि झारखंड में नक्सलियों का खात्मा किया है. शहीद की बेटी रीना ने कहा कि उनका पूरा परिवार अपने पिता पर नाज करता है.
अंतिम संस्कार के समय कोटा बूंदी सांसद ओम बिरला, विधायक भरत सिंह, रामगंजमंडी विधायक मदन दिलावर, केशोरायपाटन विधायक चंद्रकांता मेघवाल, कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा, पूर्व विधायक हीरालाल नागर, भवानी सिंह राजावत, महापौर महेश विजय, संभागीय आयुक्त एलएन सोनी, जिला कलेक्टर मुक्तानंद अग्रवाल व कोटा ग्रामीण एसपी राजन दुष्यंत सहित कई अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे.