कोटा. राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में 135 यात्री पूरे कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक (Bharat Jodo Yatra in Rajasthan) पैदल चल रहे हैं. इनमें चांडी ओमान भी शामिल हैं. यह केरल में लगातार 52 साल से एमएलए और दो बार सीएम रह चुके ओमान चांडी के बेटे हैं. ईटीवी भारत से बूंदी के केशोरायपाटन में हुई विशेष बातचीत में उन्होंने पिता ओमान चांडी की विरासत की जगह अपने दम पर राजनीति करने की बात कही.
चांडी ओमान ने बताया कि हिस्ट्री में ग्रेजुएशन करने के बाद एलएलबी और डबल एलएलएम कर चुके हैं और कांग्रेस पार्टी के लिए बीते 22 सालों से काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुझे मेरे पिता पर गर्व है. राहुल गांधी के आह्वान और देश की एकता के लिए वे नंगे पैर ही (Chandy Oommen Barefoot in Bharat Jodo Yatra) इस यात्रा में चल रहे हैं. चांडी ओमान का कहना है कि राहुल गांधी की यात्रा पॉलिटिकल नहीं है. देश के भविष्य के लिए बेरोजगारी दूर करने, महंगाई हटाने और अमन-भाईचारा का माहौल लाने के लिए वे मैदान में उतरे हैं. केंद्र की मोदी सरकार ने भाई को भाई से लड़ाने का काम किया है. इसे दूर करने के लिए ही राहुल गांधी मिशन पर निकले हैं.
भारत जोड़ो यात्रा के तहत सभी भाषण राजनीतिक होते हैं और भारतीय जनता पार्टी पर ही पर हमलावर होते हैं, इस सवाल के जवाब में चांडी ओमान ने कहा कि राहुल गांधी नौजवान के लिए बोल रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी पर हमला इसलिए करते हैं, क्योंकि यह पूरा माहौल ही भाजपा ने बनाया है. भाजपा का कहना है कि केवल मनोरंजन के लिए यात्रा निकाली जा रही है, इस सवाल के जवाब में चांडी ओमान ने कहा कि लोगों ने सब देख लिया है कि राहुल गांधी ही देश के लिए एफर्ट कर रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी की अपनी अलग राय हो सकती है. वो यात्रा की आलोचना करने में जुड़े हुए हैं.
यूरोप के शहर जैसा लग रहा है कोटा : कोटा की तारीफ करते हुए (Former Kerala CM Son Chandy Oommen) उन्होंने कहा कि मैं एक दिन पहले कोटा घुमा था. कोटा काफी अच्छा शहर है. इसको एक मोस्ट मॉडर्न यूरोप का जैसा सिटी बनता हुआ देख रहा हूं. काफी अच्छा इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट व बाय रोड डिवेलप हुआ है. एक पार्क का डेवलपमेंट भी हुआ है. जैसे यूरोप में प्रोग्रेस हो रहा है, उस हिसाब से कोटा प्रोग्रेस कर रहा है. मुझे गर्व हो रहा है कि कोटा में आ पाया हूं. मेरी प्रार्थना है कि इंडिया के सबसे बड़ा व अच्छा शहर यह बने.
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सीएम रहे पिता पर गर्व, जरूरी नहीं विरासत में मिले सीट : चांडी ओमान का कहना है कि मेरे पिता दो बार सीएम रहे हैं. इस पर मुझे गर्व है. मैं सौभाग्यशाली हूं कि उनका बेटा हूं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि विरासत में राजनीति मिल जाए. ऐसा मेरा मानना नहीं है. मैं कार्यकर्ता हूं और कार्यकर्ता की तरह ही रहूंगा. मैंने साल 2000 से कांग्रेस के लिए काम करना शुरू किया था. पिछले 22 सालों से मैं काम कर रहा हूं. मैंने अपनी पंचायत से ही काम शुरू किया था. अभी राजस्थान में पैदल चल रहा हूं और पूरा समय पार्टी को दे रहा हूं.
यात्रा से 5 से 7 किलोमीटर पीछे चल रहे : चांडी ओमान यात्रा निकल जाने के भी करीब 5 से 7 किलोमीटर पीछे चल रहे थे. करीब एक डेढ़ किलोमीटर पैदल चले, इसके बाद उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि तबीयत खराब होने के चलते धीरे-धीरे चल रहे हैं. मध्यप्रदेश में मेरी तबीयत थोड़ी बिगड़ गई थी, लेकिन मैंने प्रण लिया है कि अपने नेता राहुल गांधी के साथ पैदल ही कन्याकुमारी से कश्मीर तक चलूंगा. इसलिए धीरे-धीरे चलता हूं पर कोई स्टेप नहीं छोडूंगा. चांडी ओमान का कहना है कि नंगे पैर चलने से उन्हें ज्यादा एनर्जी मिल रही है. इसलिए उन्होंने केरल में आकर अपने जूते भी त्याग दिए थे. उन्होंने कहा कि राजस्थान में सड़कें अच्छी हैं, इसीलिए कोई दिक्कत नहीं हो रही है.
मोदी सरकार नहीं मान रही संविधान : क्या राहुल गांधी की छवि सुधारने के लिए यह यात्रा निकाली गई है, इसके जवाब में चांडी ओमान ने कहा कि इस देश को बचाने के लिए ये यात्रा निकाली है. भाजपा सरकार संविधान को फॉलो नहीं कर रही है. सुप्रीम कोर्ट को बोलना पड़ा कि कॉलेजियम सिस्टम को फॉलो करो. जज को नियुक्त करने के सिस्टम, जिसे देश का रूल ऑफ लॉ है, उसको गवर्नमेंट मानने को तैयार नहीं है. सुप्रीम कोर्ट को भी टिप्पणी करनी पड़ी है कि कॉलेजियम सिस्टम को फॉलो करो. गवर्नमेंट रूल फॉलो नहीं करें. सविधान फॉलो नहीं कर रहे. उसको बचाने के लिए यात्रा हो रही है.
एक चुनाव से पार्टी खत्म नहीं होगी : भाजपा लगातार स्टेट जीतती जा रही है, इस पर चांडी ओमान ने कहा कि हमने हिमाचल जीता है, हारा नहीं है. लेकिन मीडिया हिमाचल की बात ही नहीं कर रहा है. ऐसा लग रहा है कि हम हिमाचल में भी चुनाव हार गए हों. हिमाचल की चर्चा आते ही मुद्दा बदल दिया जाता है. गुजरात में हम हार गए हैं. हमारी पिछली बार 77 सीटें थीं, लेकिन इस बार 17 हो गई. हम हार से डरने वाले नहीं हैं. एक इलेक्शन हार गए, तो सब कुछ खत्म नहीं हो गया. कांग्रेस पार्टी ने आजादी के लिए 62 साल तक संघर्ष किया है. यह देश के लिए सबसे लंबी लड़ाई थी. हमारे नेता नेहरू व महात्मा गांधी ने जेल में बिताए हैं. हम हार को जीत में बदलने वाली पार्टी हैं. वर्तमान में कांग्रेस पार्टी में युवा व ज्यादा उम्र के नेताओं में अंतर्द्वंद चल रहा है, इस पर चांडी ओमान का कहना है कि हम सब यात्रा पर निकले हैं, टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है. यह पार्टी का हाईकमान निर्णय करेगा.