सांगोद (कोटा). किसानों की बिजली संबंधित समस्याओं को लेकर सोमवार को यहां भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में किसानों ने विद्युत निगम कार्यालय पर धरना दिया. साथ ही अधिकारियों से समस्याओं को लेकर चर्चा की. इससे पहले चैतन्य हनुमान मंदिर परिसर में आयोजित बैठक में संगठन के पदाधिकारियों ने किसानों की समस्याओं पर चर्चा की.
प्रदेश मंत्री शंकर लाल नागर ने किसानों से उनकी समस्याओं की जानकारी ली. उन्होंने कहा कि भारत जैसे कृषि प्रधान देश में किसान वर्ग सिर्फ राजनीतिक वोट बैंक का जरिया रह गया है. इसका एक बड़ा कारण किसानों का एकजुट नहीं होना है. किसानों से एकजुट होने की अपील की. बैठक के बाद सभी किसान विद्युत निगम कार्यालय पहुंचे.
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यहां संगठन के जिलाध्यक्ष गिरिराज चौधरी ने बताया कि किसान बिजली समस्या से खासा त्रस्त है. किसानों को पर्याप्त बिजली मिलती नहीं और भारी भरकम राशि के बिल किसानों को भेजे जाते है. किसान बिल जमा करने में समर्थ नहीं रहता तो निगम कनेक्शन काटने की कार्रवाई करता है. वीसीआर के नाम पर किसानों का शोषण किया जा रहा है. यहां पदाधिकारियों ने निगम अधिकारियों को बिजली संबंधित समस्याओं का ज्ञापन सौंपा सा ही उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी. यहां से सभी किसान रूप में एसडीएम कार्यालय पहुंचे और प्रदर्शन कर 21 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा.