कोटा. जिले में शनिवार को करंट से मजदूर की मौत के मामले में परिजनों ने डिस्कॉम चीफ इंजीनियर कार्यालय में शव रखकर प्रदर्शन किया. जिसमें करीब 7 घंटे तक परिजन शव रख कर प्रदर्शन करते रहे. जिसके बाद प्रशासन ने उन्हें मुआवजे का आश्वासन दे कर शव हटवाया. वहीं, पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत प्रदर्शनकारियों से मिलने पहुंचे और उन्होंने डिस्कॉम पर लापरवाही बरतने समेत कई गंभीर आरोप लगाए.
बता दें कि सुबह 10:30 बजे मृतक मजदूर हरीश कुशवाहा का शव लेकर परिजन डिस्कॉम के कोटा चीफ इंजीनियर कार्यालय में पहुंच गए थे. और प्रदर्शन कर रहे थे. जिसकी सूचना पर पुलिस और बिजली विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे. जहां उन्होंने पहले प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया लेकिन प्रदर्शनकारियों ने मुआवजे की मांग के चलते उनकी एक न सुनी.
इस दौरान मृतक की महिला परिजन भी डिस्कॉम के चीफ इंजीनियर ऑफिस में पहुंच गई और उन्होंने उग्र होकर अधीक्षण अभियंता कार्यालय में प्रवेश करने की कोशिश की.
जिसके बाद तहसीलदार ने मौके पर पहुंच कर मुख्यमंत्री सहायता कोष से एक लाख रुपए तत्काल और जांच में डिस्कॉम की लापरवाही सामने आने पर 5 लाख रुपए का मुआवजा मिलने की घोषणा की. जिसके बाद परिजनों ने शव उठाया और पूरे 7 घंटे के बाद हंगामा शांत हुआ.