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कोटा चीफ इंजीनियर कार्यालय के बाहर शव रखकर परिजनों का प्रदर्शन...डिस्कॉम पर लापरवाही का आरोप - protest after death of labor in kota

कोटा में मजदूर की मौत के मामले में परिजनों ने शनिवार को डिस्कॉम के चीफ इंजीनियर कार्यालय में 7 घंटे तक शव रख कर प्रदर्शन किया.वहीं, मामले को लेकर पूर्व विधायक भवानी सिंह ने डिस्कॉम पर लापरवाही का आरोप लगाया.

protest against discom department, मजदूर के शव के साथ प्रदर्शन
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Published : Aug 10, 2019, 8:16 PM IST

कोटा. जिले में शनिवार को करंट से मजदूर की मौत के मामले में परिजनों ने डिस्कॉम चीफ इंजीनियर कार्यालय में शव रखकर प्रदर्शन किया. जिसमें करीब 7 घंटे तक परिजन शव रख कर प्रदर्शन करते रहे. जिसके बाद प्रशासन ने उन्हें मुआवजे का आश्वासन दे कर शव हटवाया. वहीं, पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत प्रदर्शनकारियों से मिलने पहुंचे और उन्होंने डिस्कॉम पर लापरवाही बरतने समेत कई गंभीर आरोप लगाए.

मजदूर के शव के साथ 7 घंटे तक किया प्रदर्शन

बता दें कि सुबह 10:30 बजे मृतक मजदूर हरीश कुशवाहा का शव लेकर परिजन डिस्कॉम के कोटा चीफ इंजीनियर कार्यालय में पहुंच गए थे. और प्रदर्शन कर रहे थे. जिसकी सूचना पर पुलिस और बिजली विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे. जहां उन्होंने पहले प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया लेकिन प्रदर्शनकारियों ने मुआवजे की मांग के चलते उनकी एक न सुनी.

पढ़ें- पूर्व केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने दिया बड़ा बयान...भारत को पाकिस्तान और चीन के खिलाफ होना पड़ेगा सख्त

इस दौरान मृतक की महिला परिजन भी डिस्कॉम के चीफ इंजीनियर ऑफिस में पहुंच गई और उन्होंने उग्र होकर अधीक्षण अभियंता कार्यालय में प्रवेश करने की कोशिश की.
जिसके बाद तहसीलदार ने मौके पर पहुंच कर मुख्यमंत्री सहायता कोष से एक लाख रुपए तत्काल और जांच में डिस्कॉम की लापरवाही सामने आने पर 5 लाख रुपए का मुआवजा मिलने की घोषणा की. जिसके बाद परिजनों ने शव उठाया और पूरे 7 घंटे के बाद हंगामा शांत हुआ.

कोटा. जिले में शनिवार को करंट से मजदूर की मौत के मामले में परिजनों ने डिस्कॉम चीफ इंजीनियर कार्यालय में शव रखकर प्रदर्शन किया. जिसमें करीब 7 घंटे तक परिजन शव रख कर प्रदर्शन करते रहे. जिसके बाद प्रशासन ने उन्हें मुआवजे का आश्वासन दे कर शव हटवाया. वहीं, पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत प्रदर्शनकारियों से मिलने पहुंचे और उन्होंने डिस्कॉम पर लापरवाही बरतने समेत कई गंभीर आरोप लगाए.

मजदूर के शव के साथ 7 घंटे तक किया प्रदर्शन

बता दें कि सुबह 10:30 बजे मृतक मजदूर हरीश कुशवाहा का शव लेकर परिजन डिस्कॉम के कोटा चीफ इंजीनियर कार्यालय में पहुंच गए थे. और प्रदर्शन कर रहे थे. जिसकी सूचना पर पुलिस और बिजली विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे. जहां उन्होंने पहले प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया लेकिन प्रदर्शनकारियों ने मुआवजे की मांग के चलते उनकी एक न सुनी.

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इस दौरान मृतक की महिला परिजन भी डिस्कॉम के चीफ इंजीनियर ऑफिस में पहुंच गई और उन्होंने उग्र होकर अधीक्षण अभियंता कार्यालय में प्रवेश करने की कोशिश की.
जिसके बाद तहसीलदार ने मौके पर पहुंच कर मुख्यमंत्री सहायता कोष से एक लाख रुपए तत्काल और जांच में डिस्कॉम की लापरवाही सामने आने पर 5 लाख रुपए का मुआवजा मिलने की घोषणा की. जिसके बाद परिजनों ने शव उठाया और पूरे 7 घंटे के बाद हंगामा शांत हुआ.

Intro:मजदूर की मौत के मामले में परिजनों ने सुबह से ही डिस्कॉम के चीफ इंजीनियर कार्यालय में शव रखकर प्रदर्शन शुरू किया था करीब 7 घंटे परिजन उसके शव को रखकर प्रदर्शन करते रहे. प्रशासन ने उन्हें मुआवजे का आश्वासन दिया, तब जाकर परिजनों ने शव उठाया. इसी दौरान पूर्व विधायक भवानी सिंह ने डिस्कॉम पर लापरवाही का आरोप जड़ दिया.


Body:कोटा.
कोटा में करंट से मजदूर की मौत के मामले में परिजनों ने सुबह से ही डिस्कॉम के चीफ इंजीनियर कार्यालय में शव रखकर प्रदर्शन शुरू किया था करीब 7 घंटे परिजन उसके शव को रखकर प्रदर्शन करते रहे. इसके बाद प्रशासन ने उन्हें मुआवजे का आश्वासन दिया, तब जाकर परिजनों ने शव उठाया. इसी दौरान पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत भी प्रदर्शनकारियों से मिलने पहुंचे और उन्होंने भी मीडिया से बातचीत में डिस्कॉम पर लापरवाही बरतने समेत कई गंभीर आरोप जड़ दिए.


मामले के अनुसार सुबह 10:30 बजे मृतक मजदूर हरीश कुशवाहा का शव लेकर परिजन डिस्कॉम के कोटा चीफ इंजीनियर कार्यालय में पहुंच गए थे. तब से ही वे वहां पर शव रखकर प्रदर्शन कर रहे थे. सूचना मिलने पर पुलिस और बिजली विभाग के कर्मचारी पहुंचे, पहले तो उन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने मुआवजे की मांग के चलते उनकी एक न सुनी. इस दौरान मृतक की महिला परिजन भी डिस्कॉम के चीफ इंजीनियर ऑफिस में पहुंच गई और उन्होंने उग्र होकर अधीक्षण अभियंता कार्यालय में प्रवेश की कोशिश की. हालांकि पुलिस ने उन्हें रोक दिया. साथ ही मृतक के परिजनों ने डिस्कॉम के अधिकारियों को जबरन खरी-खोटी भी सुनाई और उन्हें मुआवजा नहीं मिलने की स्थिति में चेतावनी भी दी. सूचना मिलने पर पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत भी प्रदर्शनकारियों से मिलने पहुंचे. उन्होंने कहा कि बिजली विभाग के कार्मिक लापरवाह हो गए हैं और यह हादसा बिजली विभाग की लापरवाही से हुआ है. ऐसे में मृतक को मुआवजा जरूर मिलना चाहिए.


Conclusion:आखिर दोपहर 3:00 बजे तक हंगामा चलता रहा और तहसीलदार मौके पर पहुंचे और उन्होंने मुख्यमंत्री सहायता कोष से एक लाख रुपए तत्काल और जांच में डिस्कॉम की लापरवाही सामने आने पर 5 लाख रुपए और मुआवजा मिलने की घोषणा की. तब जाकर कहीं परिजनों ने शव उठाया इस पूरे 7 घंटे तक हंगामा चलता रहा.


बाइट-- भवानी सिंह राजावत, पूर्व विधायक
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