कोटा. भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर कोटा के राज परिवार से ताल्लुक रखने वाली कल्पना देवी को लाडपुरा विधानसभा सीट से मौका दिया है. वो दूसरी बार इस सीट से चुनाव लड़ने वाली हैं. इससे पहले वो इसी सीट से जीत कर विधायक भी रह चुकीं हैं. ईटीवी भारत ने कल्पना देवी से विशेष बातचीत की. इसमें कल्पना देवी ने उन पर भरोसा जताने के लिए पार्टी नेतृत्व का आभार जताया. उन्होंने कहा कि भगवान से कामना करती हूं कि पार्टी की उम्मीदों पर खरी उतरूं. पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत के विरोध के सवाल पर उन्होंने कहा कि राजावत ने कोई विरोध नहीं जताया है, आगे देखते हैं क्या होगा. कार्यकर्ताओं की नाराजगी के सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसे कार्यकर्ता नहीं मिले, उन्होंने इतने कार्यक्रम किए हैं, सभी सफल रहे हैं और यह सब कार्यकर्ताओं की बदौलत ही हुए हैं.
कांग्रेस शासन की वजह से कई काम रह गए अधूरे : कल्पना देवी ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र लाडपुरा के कई सारे मुद्दे हैं. 5 साल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी. हम लोग विपक्ष में रहें, ऐसे में जो भी काम हुए, लड़-झगड़ कर करवाएं हैं. हमने विधानसभा में मुद्दे उठाकर भी काम करवाएं हैं. इसके अलावा हमने विधायक कोष से भी काम करवाए हैं. उम्मीद करती हूं, आगे सरकार हमारी आएगी तब इस क्षेत्र के सभी अधूरे काम पूरे करवाएंगे.
कल्पना देवी ने यह भी कहा कि पूरे 5 साल कांग्रेस के सरकार ने तुष्टिकरण किया है. जहां भी भाजपा का विधायक रहा, वहां पर मूलभूत सुविधाओं पर भी प्रदेश सरकार ने ध्यान नहीं दिया. बहुत मुश्किल से हमने काम किए हैं. भारत सरकार की योजनाओं का भी पैसा हमारे इलाकों में आया है, उनसे भी काम हुए हैं. लाडपुरा में सबसे ज्यादा दावेदारों पर कल्पना देवी ने कहा कि यह अच्छी बात है. हमारे कार्यकर्ता ज्यादा जागरूक हैं. वहीं, लाडपुरा क्षेत्र में लोग भी ज्यादा जागरूक हैं. दावेदारी का अधिकार सभी को है.
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जनता के बीच जाकर बताएंगे विकास का रोड मैप : पूर्व सांसद इज्यराज सिंह से पूछा गया कि अब प्रचार का क्या प्लान है. इस पर उन्होंने कहा कि पूरे 5 साल कल्पना देवी ने क्षेत्र में ही काम किया हैं. लोगों से काफी जुड़ाव इनका हुआ है. इसी हिसाब से अपनी बात क्षेत्र में जाकर बताएंगे. विकास रोड मैप भी लोगों के सामने रखेंगे. उन्हें पूरा विश्वास है कि जनता का आशीर्वाद मिलेगा.
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भाजपा कार्यकर्ता आधारित पार्टी : पूर्व सांसद इज्यराज सिंह कांग्रेस पार्टी से कोटा-बूंदी लोकसभा क्षेत्र से 2009 में सांसद चुने गए थे. साथ ही 2018 में विधानसभा चुनाव का टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने भाजपा ज्वाइन की थी और उनकी पत्नी कल्पना देवी ने लाडपुरा से चुनाव लड़ा था. ऐसे में जब उनसे पूछा गया कि भाजपा और कांग्रेस में क्या अंतर है, तो उन्होंने कहा कि भाजपा एक कार्यकर्ता आधारित पार्टी है, मौजूदा तौर पर यह जनता से जुड़ी रहती है. सबसे बड़ा फर्क यही है. वे समझते हैं कि कार्यकर्ताओं का प्यार और सम्मान भाजपा में ज्यादा मिलता है, इसी से ताकत हमें काम करने की मिलती है.