कोटा. संभाग में सैकड़ों लोगों से चिटफंड कंपनी अपेक्षा ग्रुप ने 200 करोड़ रुपए की ठगी की थी. इस मामले में एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ईडी) की एंट्री हुई है.
कोटा शहर एसपी शरद चौधरी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि हमने ईडी को इस संबंध में पत्र लिख दिया था. बीते दिनों ईडी की टीम ने 3 दिन कागजातों की गहन पड़ताल की है. अब आगे की कार्रवाई भी इसमें करेगी. एसपी चौधरी ने कहा कि आरोपियों में कई निदेशक गिरफ्तार हो गए हैं. जबकि अन्य निदेशकों की गिरफ्तारी अभी बाकी है. जिनके लिए भी प्रयास चल रहे हैं. इस मामले में जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चंद्र शीलकुमार कर रहे हैं. अपेक्षा ग्रुप के दर्ज 100 से ज्यादा मामलों में कई सारे निदेशकों को गिरफ्तार किया गया है, शेष की गिरफ्तारी बाकी है.
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सीज करवा दी है संपत्तिः एसपी चौधरी ने कहा कि आरोपियों से रिकवरी की है. उसमें सबसे बड़ी दिक्कत यही है कि उनकी जितनी संपत्ति हमने सीज करवा दी है, इसके लिए हमने न्यायालय से भी अपील की थी. दूसरी तरफ संबंधित जिलों के जिला कलेक्टर और अन्य अधिकारियों को भी पत्र भेज दिए हैं. हमारी तरफ से जितना प्रयास कर सकते थे, हमने कर दिया है. हम यह चाहते हैं कि आरोपी किसी भी तरह से संपत्ति का बेचान नहीं करें. हमारे निवेदन पर एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट कोटा आ कर गई थी व 3 दिन यहां रख कर सारा सर्वे कर कर गई है. ईडी कब कार्रवाई करेगी. यह कह नहीं सकते हैं, लेकिन जल्द ही वह भी इस पर कार्रवाई करेगी.
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यह है अपेक्षा ग्रुप का पूरा मामलाः कोटा संभाग के बारां, बूंदी, झालावाड़ व और कोटा में करीब 3000 से ज्यादा लोगों को अपेक्षा ग्रुप ने शिकार बनाया है. इस मामले में 110 से ज्यादा मुकदमे अपेक्षा राइज कंपनी के खिलाफ दर्ज हुए थे. इस मामले में करीब 3 दर्जन से ज्यादा डायरेक्टर इस कंपनी के बने हुए थे. वहीं कुल मिलाकर 100 के आसपास आरोपी हैं. जिनमें से इस कंपनी का मुख्य डायरेक्टर सूत्रधार मुरली मनोहर नामदेव सहित दो दर्जन से ज्यादा गिरफ्तार हो चुके हैं. हालांकि इन आरोपियों से नहीं हुई है.