कोटा. नगर निगम परिसर में गुरुवार को फायर फाइटिंग रोबोट का डेमो हुआ. इसमें फायर फाइटिंग रोबोट ने 90 मीटर ऊंचाई तक आग बुझाने का डेमो दिया. यह रोबोट सीढ़ी पर चढ़कर बिल्डिंग में प्रवेश कर सकता है. करीब 30 मिनट तक चले डेमो में रोबोट की पूरी संचालन प्रक्रिया बताई गई. इसकी लागत 1 से डेढ़ करोड रुपए बताई जा रही है. इस फायर फाइटिंग रोबोट की 250 किलो वजन उठाने तक की क्षमता है.
नगर निगम कोटा दक्षिण के मुख्य अग्निशमन अधिकारी राकेश व्यास ने बताया कि यह रोबोट 90 मीटर तक सीधे डायरेक्शन में पानी फेंक सकता है. इसके अलावा 40 से 50 मीटर तक ऊंचाई तक इसे ले जाया जा सकता है. निगम के पास हाइड्रोलिक लैडर है. यह फायर फाइटिंग रोबोट कन्जेस्टेड एरिया, ऑयल फायर या फिर ज्यादा स्मोक वाली जगह पर बेहतर काम कर सकता है. जिस जगह पर कार्मिक आसानी से नहीं पहुंचे पाते वहां भी इनका उपयोग किया जा सकता है. इसमें दो कार्मिकों को भी बैठाकर फायर फाइटिंग के लिए भी अंदर भेजा जा सकता है. जयपुर और जोधपुर के बाद कोटा में इसका डेमो हुआ है.
पढ़ें. जयपुर में रोबोट से होगी मैनहोल की सफाई, प्रयोग सफल रहने पर प्रदेश भर में लागू होगा प्रोजेक्ट
राज्य सरकार को भेजेंगे प्रस्ताव : उन्होंने कहा कि अभी उन्होंने केवल डेमो देखा है. फायर अधिकारियों ने इस रोबोट को फायर फाइटिंग के लिए उपयुक्त माना है. ऐसे में राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजकर इसकी खरीद के लिए आग्रह करेंगे. हालांकि तंग सकरी गलियों में यह आग बुझाने में काफी उपयोगी है. इस दौरान कोटा नगर निगम उत्तर की महापौर मंजू मेहरा, उपमहापौर सोनू कुरेशी व नेता प्रतिपक्ष लव शर्मा, दक्षिण विवेक राजवंशी व उपायुक्त अंबा लाल मीणा सहित कई लोग मौजूद रहे.
अग्निशमन कर्मियों की सुरक्षा भी करेगा : राकेश व्यास ने बताया कि इस फायर फाइटिंग रोबोट के साथ एक पूरा पाइपलाइन जुड़ा होता है. इसको टैंकर के जरिए जोड़ा जाता है, ताकि स्पीड व जेट पावर से पानी को फेंका जा सके. इसे दूसरा व्यक्ति बाहर से रिमोट के जरिए ऑपरेट कर सकता है. साथ ही इसकी स्थिति को रिमोट में मौजूद कैमरे से देखा भी जा सकता है. आग कितनी भीषण है, इसके लिए सेंसर भी इसमें लगे हुए हैं. इन सेंसर के जरिए फायर और धुएं की स्थिति के बारे में पूरा आकलन किया जा सकता है. इसके जरिए फायर फाइटिंग कर्मियों की भी सुरक्षा की जा सकती है.