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Congress Feedback Program: विधायक भरत सिंह ने खुद को दिए जीरो नंबर, MLA रामनारायण मीणा ने मंत्रियों को बताया भ्रष्ट - Congress Mla Feedback

सांगोद विधायक भरत सिंह ने कांग्रेस के फीडबैक फॉर्म में पूछे गए सवालों के जवाब देते हुए कहा कि उन्हें जीरो नंबर मिलने वाले हैं. वहीं, दूसरी ओर एमएलए रामनारायण मीणा (Bharat Singh gave himself zero number) ने प्रदेश के ज्यादातर मंत्रियों को भ्रष्ट करार दिया.

Congress Feedback Program in Kota
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Published : Apr 18, 2023, 6:34 PM IST

कोटा. कांग्रेस ने आगामी चुनावों की तैयारी शुरू कर दी. इसी को लेकर वर्तमान विधायकों से पार्टी प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा फीडबैक ले रहे हैं. वहीं, इस फीडबैक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा भी मौजूद रहते हैं. कोटा के सात में से तीन विधायक कांग्रेस के हैं. जिनमें से एक मंत्री शांति धारीवाल कोटा उत्तर से आते हैं. वहीं, दूसरे विधायक सांगोद से पूर्व मंत्री भरत सिंह हैं और उनके अलावा तीसरे विधायक पीपल्दा से रामनारायण मीणा हैं. हालांकि, मंगलवार को भरत सिंह को अपना फीडबैक देने के लिए जयपुर जाना था, लेकिन वो नहीं गए. उन्होंने रजिस्टर्ड पोस्ट और व्हाट्सएप के जरिए ही फीडबैक फॉर्म को भरकर प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा को भेज दिया. इसके अलावा उन्होंने पीसीसी चीफ डोटासरा और सीएम गहलोत को भी इसकी प्रतियां भेजी हैं.

भरत सिंह ने फीडबैक फॉर्म में पूछे गए सवालों पर कहा कि उन्हें जीरो नंबर मिलने वाले हैं तो वहीं दूसरी तरफ रामनारायण मीणा ने अपने फीडबैक में मंत्रिमंडल पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि मौजूदा मंत्रिमंडल में ज्यादातर मंत्री भ्रष्ट हैं और उनके खिलाफ जनता में इंक्वायरी होने की भी चर्चाएं हैं. मीणा यहीं नहीं रुके आगे उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी भ्रष्ट मंत्रियों से दबते हैं.

जाति से वोट मांगूंगा तो जमानत जब्त हो जाएगी - ईटीवी भारत से हुई बातचीत के दौरान भरत सिंह ने कहा कि वे फीडबैक देने के लिए जयपुर नहीं गए. उन्होंने ऑफिस में ही काम किया और फील्ड विजिट की. साथ ही उन्होंने कहा कि वो व्हाट्सएप और रजिस्टर्ड पोस्ट के जरिए अपना फीडबैक भेज दिए हैं. वहीं, जातिगत समीकरण के सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर वो अपनी जाति के वोट में लग जाएंगे तो फिर उनका चुनाव जीतना ही मुश्किल होगा और हो सकता है कि उनका जमानत ही जब्त हो जाए. भरत सिंह ने कहा कि वो सोशल मीडिया के मामले में पूरी तरह से गंवार हैं. लेकिन जहां तक उनकी समझ है तो वोट योजनाओं से मिलते हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी को दो सौ से भी ज्यादा सीटें मिल सकती है.

पाताल से भी गहरी है एंटी इनकंबेंसी - विधायक भरत सिंह ने एंटी इनकंबेंसी के सवाल पर कहा कि शरीर के अंदर क्या हो रहा है. ये तो जब फोड़ा होता है, तभी पता चल सकता है. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर फोड़ा कैंसर का निकल जाता है तो मरना भी पड़ता है. यह चुनाव के बाद ही पता चलता है. पाताल का तो पता चल जा सकता है, लेकिन एंटी इनकंबेंसी पाताल से भी ज्यादा गहरी होती है. इसका पता नहीं चलता है. इधर, विशेष राय पर उन्होंने कहा कि यह केवल देने के लिए होती है, मानने के लिए नहीं.

इसे भी पढ़ें - Congress Feedback Program : आदिवासी विधायक एक स्वर में बोले- अशोक गहलोत ही होंगे 2023 में मुख्यमंत्री

इसलिए देगी जनता जीरो नंबर - विधायक भरत सिंह ने कहा कि वो कभी भी सीधे मुंह बात नहीं करते हैं. इसलिए लोग उन्हें कम पसंद करते हैं. चापलूसी भरी और मीठी बातें करनी उन्हें नहीं आती है. यही वजह है कि वो खुद को जीरो नंबर दे रहे हैं. आगे उन्होंने कहा कि जो फॉर्म उन्हें मिला था, उसमें पूछे गए सवालों के जवाब वो भर कर भेज दिए हैं.

विधायक मीणा का प्रहार - विधायक रामनारायण मीणा ने कहा कि कांग्रेस को नुकसान इस मंत्रिमंडल से ही होगा, क्योंकि करप्शन सबसे ज्यादा फैला हुआ है. उन्होंने कहा कि अधिकतर लोग डिसऑबेडिएंस हैं. मुख्यमंत्री भी उनसे दबते हैं और उन्हें कंट्रोल नहीं कर पा रहे हैं. उनके खिलाफ इंक्वायरी की भी चर्चाएं हैं. ऐसे इन लोगों की वजह से ही कांग्रेस कमजोर हो रही है. जबकि भाजपा से काफी मजबूत है. जनता कांग्रेस को चाहती है, लेकिन सत्ता में पदों पर बैठे पदाधिकारियों और मंत्रियों से लोग नाराज हैं. विधायक मीणा ने जातिगत समीकरण को अपने पक्ष में बताया और कहा कि सिंगल मैन शो हो रहा है. नंबर की आवश्यकता नहीं है, लेकिन वो पहले से दोगुना वोटों से जीतेंगे.

सोशल मीडिया पर विश्वास नहीं, फील्ड में हूं सक्रिय - विधायक मीणा ने कहा कि सोशल मीडिया बना हुआ है, लेकिन उन्हें इस पर कुछ ज्यादा विश्वास नहीं है. उन्होंने कहा कि वो लोगों से सीधे जुड़कर संवाद में विश्वास करते हैं. वो गरीब और किसानों के बीच रहते हैं. वहीं, एंटी इनकंबेंसी पर उन्होंने कहा कि एंटी इनकंबेंसी उनके खिलाफ है, जो फील्ड में नहीं जाते हैं. जहां तक बात उनकी है तो वो हमेशा फील्ड में ही सक्रिय रहते हैं.

कोटा. कांग्रेस ने आगामी चुनावों की तैयारी शुरू कर दी. इसी को लेकर वर्तमान विधायकों से पार्टी प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा फीडबैक ले रहे हैं. वहीं, इस फीडबैक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा भी मौजूद रहते हैं. कोटा के सात में से तीन विधायक कांग्रेस के हैं. जिनमें से एक मंत्री शांति धारीवाल कोटा उत्तर से आते हैं. वहीं, दूसरे विधायक सांगोद से पूर्व मंत्री भरत सिंह हैं और उनके अलावा तीसरे विधायक पीपल्दा से रामनारायण मीणा हैं. हालांकि, मंगलवार को भरत सिंह को अपना फीडबैक देने के लिए जयपुर जाना था, लेकिन वो नहीं गए. उन्होंने रजिस्टर्ड पोस्ट और व्हाट्सएप के जरिए ही फीडबैक फॉर्म को भरकर प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा को भेज दिया. इसके अलावा उन्होंने पीसीसी चीफ डोटासरा और सीएम गहलोत को भी इसकी प्रतियां भेजी हैं.

भरत सिंह ने फीडबैक फॉर्म में पूछे गए सवालों पर कहा कि उन्हें जीरो नंबर मिलने वाले हैं तो वहीं दूसरी तरफ रामनारायण मीणा ने अपने फीडबैक में मंत्रिमंडल पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि मौजूदा मंत्रिमंडल में ज्यादातर मंत्री भ्रष्ट हैं और उनके खिलाफ जनता में इंक्वायरी होने की भी चर्चाएं हैं. मीणा यहीं नहीं रुके आगे उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी भ्रष्ट मंत्रियों से दबते हैं.

जाति से वोट मांगूंगा तो जमानत जब्त हो जाएगी - ईटीवी भारत से हुई बातचीत के दौरान भरत सिंह ने कहा कि वे फीडबैक देने के लिए जयपुर नहीं गए. उन्होंने ऑफिस में ही काम किया और फील्ड विजिट की. साथ ही उन्होंने कहा कि वो व्हाट्सएप और रजिस्टर्ड पोस्ट के जरिए अपना फीडबैक भेज दिए हैं. वहीं, जातिगत समीकरण के सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर वो अपनी जाति के वोट में लग जाएंगे तो फिर उनका चुनाव जीतना ही मुश्किल होगा और हो सकता है कि उनका जमानत ही जब्त हो जाए. भरत सिंह ने कहा कि वो सोशल मीडिया के मामले में पूरी तरह से गंवार हैं. लेकिन जहां तक उनकी समझ है तो वोट योजनाओं से मिलते हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी को दो सौ से भी ज्यादा सीटें मिल सकती है.

पाताल से भी गहरी है एंटी इनकंबेंसी - विधायक भरत सिंह ने एंटी इनकंबेंसी के सवाल पर कहा कि शरीर के अंदर क्या हो रहा है. ये तो जब फोड़ा होता है, तभी पता चल सकता है. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर फोड़ा कैंसर का निकल जाता है तो मरना भी पड़ता है. यह चुनाव के बाद ही पता चलता है. पाताल का तो पता चल जा सकता है, लेकिन एंटी इनकंबेंसी पाताल से भी ज्यादा गहरी होती है. इसका पता नहीं चलता है. इधर, विशेष राय पर उन्होंने कहा कि यह केवल देने के लिए होती है, मानने के लिए नहीं.

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इसलिए देगी जनता जीरो नंबर - विधायक भरत सिंह ने कहा कि वो कभी भी सीधे मुंह बात नहीं करते हैं. इसलिए लोग उन्हें कम पसंद करते हैं. चापलूसी भरी और मीठी बातें करनी उन्हें नहीं आती है. यही वजह है कि वो खुद को जीरो नंबर दे रहे हैं. आगे उन्होंने कहा कि जो फॉर्म उन्हें मिला था, उसमें पूछे गए सवालों के जवाब वो भर कर भेज दिए हैं.

विधायक मीणा का प्रहार - विधायक रामनारायण मीणा ने कहा कि कांग्रेस को नुकसान इस मंत्रिमंडल से ही होगा, क्योंकि करप्शन सबसे ज्यादा फैला हुआ है. उन्होंने कहा कि अधिकतर लोग डिसऑबेडिएंस हैं. मुख्यमंत्री भी उनसे दबते हैं और उन्हें कंट्रोल नहीं कर पा रहे हैं. उनके खिलाफ इंक्वायरी की भी चर्चाएं हैं. ऐसे इन लोगों की वजह से ही कांग्रेस कमजोर हो रही है. जबकि भाजपा से काफी मजबूत है. जनता कांग्रेस को चाहती है, लेकिन सत्ता में पदों पर बैठे पदाधिकारियों और मंत्रियों से लोग नाराज हैं. विधायक मीणा ने जातिगत समीकरण को अपने पक्ष में बताया और कहा कि सिंगल मैन शो हो रहा है. नंबर की आवश्यकता नहीं है, लेकिन वो पहले से दोगुना वोटों से जीतेंगे.

सोशल मीडिया पर विश्वास नहीं, फील्ड में हूं सक्रिय - विधायक मीणा ने कहा कि सोशल मीडिया बना हुआ है, लेकिन उन्हें इस पर कुछ ज्यादा विश्वास नहीं है. उन्होंने कहा कि वो लोगों से सीधे जुड़कर संवाद में विश्वास करते हैं. वो गरीब और किसानों के बीच रहते हैं. वहीं, एंटी इनकंबेंसी पर उन्होंने कहा कि एंटी इनकंबेंसी उनके खिलाफ है, जो फील्ड में नहीं जाते हैं. जहां तक बात उनकी है तो वो हमेशा फील्ड में ही सक्रिय रहते हैं.

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