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Special: 'स्माइलिंग कोटा कैंपेन' से तनाव मुक्त होंगे बच्चे, हर संडे होगी फन डे एक्टिविटी, जानें क्या है तैयारी

कोटा में कोचिंग छात्रों के सुसाइड प्रिवेंशन के लिए अब हर संडे फन एक्टिविटी आयोजित होगी, ताकि बच्चे मौज मस्ती में रहे और पढ़ाई के तनाव से मुक्त रह सकें. देखिए ये रिपोर्ट...

Coaching students will be stress free
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Published : Aug 21, 2023, 8:00 PM IST

Updated : Aug 22, 2023, 4:52 PM IST

'स्माइलिंग कोटा कैंपेन' से तनाव मुक्त होंगे बच्चे

कोटा. देशभर से छात्र कोटा इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी के लिए आते हैं, लेकिन बच्चों में बढ़ते तनाव और उनके खुदकुशी के मामलों ने राज्य सरकार के साथ ही स्थानीय हॉस्टल संचालकों की भी परेशानी बढ़ा दी है. इस पूरे साल में छात्रों के सुसाइड के अब तक 21 मामले सामने आ चुके हैं. यही वजह है कि कोटा जिला प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक इसको लेकर चिंतित हैं. ऐसे में इन पर रोक लगाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. इसी क्रम में अब कोटा के हॉस्टल संचालक भी आगे आए हैं और बच्चों के लिए अलग-अलग फन एक्टिविटी शुरू करने जा रहे हैं, ताकि बच्चों को तनाव मुक्त रखा जा सके.

इसको लेकर कोटा के सभी इलाकों के हॉस्टल संचालक एक प्लेटफार्म पर आए हैं और सभी ने स्माइलिंग कोटा कैंपेन शुरू करने का निश्चय किया है. इसके लिए जिला कलेक्टर ओपी बुनकर से मिलकर अनुमति भी ली गई है और अगले रविवार से इसके तहत कार्यक्रम भी शुरू कर दिए जाएंगे. कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन मित्तल का कहना है कि ये सब बच्चों को तनाव मुक्त रखने के लिए किया जा रहा है. इसके तहत हर संडे को फंड एक्टिविटी आयोजित की जाएगी.

इसे भी पढ़ें - राजस्थान के कोटा में इन कारणों से बढ़ रहे आत्महत्या के केस, जानिए कैसे बचाई जा सकती है जिंदगी

रॉक बैंड से लेकर मैजिशियन और स्पोर्ट्स एक्टिविटी - कोरल पार्क हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील अग्रवाल का कहना है कि बच्चों के लिए अलग-अलग तरह के सांस्कृतिक स्पोर्ट्स और धार्मिक आयोजन किए जाएंगे. इसके तहत रॉक बैंड, लाइव बैंड, मैजिशियन शो, गणेश चतुर्थी, मोटिवेशनल स्पीकर्स टॉक और काउंसलिंग के साथ-साथ गणेश चतुर्थी और दुर्गा पंडाल आयोजन किए जाएंगे. इनडोर व आउटडोर गेम्स, क्रिकेट, फुटबॉल, टेबल टेनिस, लॉन्ग टेनिस की एक्टिविटी भी होगी. इसके अलावा कोटा कोचिंग में पढ़ रहे बच्चों के बीच डांस और सिंगिंग कंपटीशन भी आयोजित किया जाएगा. इन बच्चों को अपने एरिया का हुनर दिखाने के लिए भी प्लेटफार्म हम 1 दिन उपलब्ध करवाएंगे.

एक थीम पर होगा आयोजन - सुनील अग्रवाल ने बताया कि हर आयोजन रविवार के दिन होगा, क्योंकि इस दिन बच्चों की छुट्टी होती है. ऐसे में बच्चों को रिलैक्स करने के लिए कार्यक्रम किए जाएंगे. हर कार्यक्रम 2 से 3 घंटे के लिए होंगे, जिसमें करीब 4 से 5 हजार बच्चों के इलाकेवार मौजूद रहने की संभावना है. वहीं, कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा व्यवस्था भी दुरुस्त रखी जाएगी, ताकि बच्चे यहां आकर पूरी तरह से सुरक्षित रहें. इसके लिए बड़े स्थानों का चयन किया जा रहा है और पूरी व्यवस्था बनाई जाएगी. उन्होंने बताया कि हमारी टीम भी पूरी व्यवस्थाएं करेगी और इसमें लाखों रुपए के खर्च आएंगे.

इसे भी पढ़ें - Kota Suicide Cases : पेरेंट्स का दबाव और पढ़ाई का तनाव पड़ रहा बच्चों पर भारी, पढ़ाई का मोटा खर्चा भी बन रहा सुसाइड का कारण

इन 5 जोन में होंगे कार्यक्रम - नवीन मित्तल ने बताया कि कोटा शहर के पांच एरिया में राजीव गांधी नगर, इलेक्ट्रॉनिक्स कॉम्प्लेक्स, जवाहर नगर डिस्ट्रिक सेंटर, लैंडमार्क और कोरल पार्क एरिया शामिल है. इन सभी एरिया में देश भर से आने वाले 90 फीसदी बच्चे रहते हैं. उन्होंने इसके लिए हर इलाके के पांच सदस्यों की एक कमेटी बनाई है और यही कमेटी अपने साथ 11 अन्य सदस्यों को जोड़ेगी. ऐसे में हर आयोजन के लिए 16 सदस्य होंगे. जबकि पूरे कोटा के करीब 80 सदस्य इसमें शामिल हो रहे हैं. इनमें पूरी तरह से एक्टिव लोगों को ही इसमें जोड़ा गया है. ताकि किसी भी आयोजन में कोई कोताही या कमी नहीं रहे.

कोटा की साख पर बट्टा लगा रहे हैं सुसाइड के मामले - हॉस्टल संचालकों का यह भी मानना है कि कोटा में हो रहे सुसाइड यहां की छवि को धूमिल कर रहे हैं. जबकि बड़ी संख्या में कोटा से सलेक्शन देश के प्रतिष्ठित आईआईटी और मेडिकल कॉलेजों में होते हैं, लेकिन लगातार सुसाइड कोटा की साख पर बट्टा लगा रहे हैं. छवि में बदलाव के लिए ही यह सब आयोजन किए जा रहे हैं, ताकि बच्चों को यहां पर पूरी तरह से फन एक्टिविटी मिले और वह मौज मस्ती में यहां पर रहकर पढ़ाई कर सकें.

इसे भी पढ़ें - खुदकुशी का सिलसिलाः कोटा में कोचिंग कर रही छात्रा ने लगाई फांसी तो छात्र की संदिग्ध हालत में मौत

यह भी होगा फायदा, बढ़ेगा बच्चों से संपर्क - सुनील अग्रवाल ने कहा कि लगातार 6 दिनों तक पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के मौज मस्ती के कार्यक्रम करवाए जाएंगे. इन कार्यक्रमों के जरिए हॉस्टल संचालकों के साथ बच्चों का संपर्क बढ़ेगा. ऐसे में सीधे बच्चे अपनी समस्याओं को बता सकेंगे. ताकि उनका तुरंत निवारण भी किया जा सके. बच्चों को ज्यादा से ज्यादा हॉस्टल संचालकों की कमेटी से मिलने का मौका मिलेगा. इसके चलते हुए तनाव में रह रहे बच्चों के बारे में भी जानकारी दे सकेंगे.

आईएएस कसेरा ने आयोजित करवाया था कोको - कोटा में बतौर जिला कलेक्टर तैनात रहे आईएएस ओमप्रकाश कसेरा ने साल 2020 में कोटा कार्निवल (कोको) का आयोजन करवाया था. इसमें लगातार दो दिनों तक फन एक्टिविटी हुई थी. कोटा के सभी कोचिंग एरिया से बच्चों को कॉमर्स कॉलेज के मैदान में लाया गया था, जहां उनके लिए स्टैंडिंग कॉमेडियन से लेकर रॉक बैंड और अन्य कई तरह की प्रस्तुतियों की व्यवस्था की गई थी. इसके लिए सभी कोचिंग संस्थान संचालकों और हॉस्टल मालिकों से राशि एकत्रित करवाई गई थी. दो दिन तक चले फन कार्निवल में बड़ी संख्या में कोचिंग स्टूडेंट ने हिस्सा लिया था. हालांकि, उसके बाद कोरोना का समय आ गया, जिसके चलते इसके आयोजन को रोक दिया गया था.

'स्माइलिंग कोटा कैंपेन' से तनाव मुक्त होंगे बच्चे

कोटा. देशभर से छात्र कोटा इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी के लिए आते हैं, लेकिन बच्चों में बढ़ते तनाव और उनके खुदकुशी के मामलों ने राज्य सरकार के साथ ही स्थानीय हॉस्टल संचालकों की भी परेशानी बढ़ा दी है. इस पूरे साल में छात्रों के सुसाइड के अब तक 21 मामले सामने आ चुके हैं. यही वजह है कि कोटा जिला प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक इसको लेकर चिंतित हैं. ऐसे में इन पर रोक लगाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. इसी क्रम में अब कोटा के हॉस्टल संचालक भी आगे आए हैं और बच्चों के लिए अलग-अलग फन एक्टिविटी शुरू करने जा रहे हैं, ताकि बच्चों को तनाव मुक्त रखा जा सके.

इसको लेकर कोटा के सभी इलाकों के हॉस्टल संचालक एक प्लेटफार्म पर आए हैं और सभी ने स्माइलिंग कोटा कैंपेन शुरू करने का निश्चय किया है. इसके लिए जिला कलेक्टर ओपी बुनकर से मिलकर अनुमति भी ली गई है और अगले रविवार से इसके तहत कार्यक्रम भी शुरू कर दिए जाएंगे. कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन मित्तल का कहना है कि ये सब बच्चों को तनाव मुक्त रखने के लिए किया जा रहा है. इसके तहत हर संडे को फंड एक्टिविटी आयोजित की जाएगी.

इसे भी पढ़ें - राजस्थान के कोटा में इन कारणों से बढ़ रहे आत्महत्या के केस, जानिए कैसे बचाई जा सकती है जिंदगी

रॉक बैंड से लेकर मैजिशियन और स्पोर्ट्स एक्टिविटी - कोरल पार्क हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील अग्रवाल का कहना है कि बच्चों के लिए अलग-अलग तरह के सांस्कृतिक स्पोर्ट्स और धार्मिक आयोजन किए जाएंगे. इसके तहत रॉक बैंड, लाइव बैंड, मैजिशियन शो, गणेश चतुर्थी, मोटिवेशनल स्पीकर्स टॉक और काउंसलिंग के साथ-साथ गणेश चतुर्थी और दुर्गा पंडाल आयोजन किए जाएंगे. इनडोर व आउटडोर गेम्स, क्रिकेट, फुटबॉल, टेबल टेनिस, लॉन्ग टेनिस की एक्टिविटी भी होगी. इसके अलावा कोटा कोचिंग में पढ़ रहे बच्चों के बीच डांस और सिंगिंग कंपटीशन भी आयोजित किया जाएगा. इन बच्चों को अपने एरिया का हुनर दिखाने के लिए भी प्लेटफार्म हम 1 दिन उपलब्ध करवाएंगे.

एक थीम पर होगा आयोजन - सुनील अग्रवाल ने बताया कि हर आयोजन रविवार के दिन होगा, क्योंकि इस दिन बच्चों की छुट्टी होती है. ऐसे में बच्चों को रिलैक्स करने के लिए कार्यक्रम किए जाएंगे. हर कार्यक्रम 2 से 3 घंटे के लिए होंगे, जिसमें करीब 4 से 5 हजार बच्चों के इलाकेवार मौजूद रहने की संभावना है. वहीं, कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा व्यवस्था भी दुरुस्त रखी जाएगी, ताकि बच्चे यहां आकर पूरी तरह से सुरक्षित रहें. इसके लिए बड़े स्थानों का चयन किया जा रहा है और पूरी व्यवस्था बनाई जाएगी. उन्होंने बताया कि हमारी टीम भी पूरी व्यवस्थाएं करेगी और इसमें लाखों रुपए के खर्च आएंगे.

इसे भी पढ़ें - Kota Suicide Cases : पेरेंट्स का दबाव और पढ़ाई का तनाव पड़ रहा बच्चों पर भारी, पढ़ाई का मोटा खर्चा भी बन रहा सुसाइड का कारण

इन 5 जोन में होंगे कार्यक्रम - नवीन मित्तल ने बताया कि कोटा शहर के पांच एरिया में राजीव गांधी नगर, इलेक्ट्रॉनिक्स कॉम्प्लेक्स, जवाहर नगर डिस्ट्रिक सेंटर, लैंडमार्क और कोरल पार्क एरिया शामिल है. इन सभी एरिया में देश भर से आने वाले 90 फीसदी बच्चे रहते हैं. उन्होंने इसके लिए हर इलाके के पांच सदस्यों की एक कमेटी बनाई है और यही कमेटी अपने साथ 11 अन्य सदस्यों को जोड़ेगी. ऐसे में हर आयोजन के लिए 16 सदस्य होंगे. जबकि पूरे कोटा के करीब 80 सदस्य इसमें शामिल हो रहे हैं. इनमें पूरी तरह से एक्टिव लोगों को ही इसमें जोड़ा गया है. ताकि किसी भी आयोजन में कोई कोताही या कमी नहीं रहे.

कोटा की साख पर बट्टा लगा रहे हैं सुसाइड के मामले - हॉस्टल संचालकों का यह भी मानना है कि कोटा में हो रहे सुसाइड यहां की छवि को धूमिल कर रहे हैं. जबकि बड़ी संख्या में कोटा से सलेक्शन देश के प्रतिष्ठित आईआईटी और मेडिकल कॉलेजों में होते हैं, लेकिन लगातार सुसाइड कोटा की साख पर बट्टा लगा रहे हैं. छवि में बदलाव के लिए ही यह सब आयोजन किए जा रहे हैं, ताकि बच्चों को यहां पर पूरी तरह से फन एक्टिविटी मिले और वह मौज मस्ती में यहां पर रहकर पढ़ाई कर सकें.

इसे भी पढ़ें - खुदकुशी का सिलसिलाः कोटा में कोचिंग कर रही छात्रा ने लगाई फांसी तो छात्र की संदिग्ध हालत में मौत

यह भी होगा फायदा, बढ़ेगा बच्चों से संपर्क - सुनील अग्रवाल ने कहा कि लगातार 6 दिनों तक पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के मौज मस्ती के कार्यक्रम करवाए जाएंगे. इन कार्यक्रमों के जरिए हॉस्टल संचालकों के साथ बच्चों का संपर्क बढ़ेगा. ऐसे में सीधे बच्चे अपनी समस्याओं को बता सकेंगे. ताकि उनका तुरंत निवारण भी किया जा सके. बच्चों को ज्यादा से ज्यादा हॉस्टल संचालकों की कमेटी से मिलने का मौका मिलेगा. इसके चलते हुए तनाव में रह रहे बच्चों के बारे में भी जानकारी दे सकेंगे.

आईएएस कसेरा ने आयोजित करवाया था कोको - कोटा में बतौर जिला कलेक्टर तैनात रहे आईएएस ओमप्रकाश कसेरा ने साल 2020 में कोटा कार्निवल (कोको) का आयोजन करवाया था. इसमें लगातार दो दिनों तक फन एक्टिविटी हुई थी. कोटा के सभी कोचिंग एरिया से बच्चों को कॉमर्स कॉलेज के मैदान में लाया गया था, जहां उनके लिए स्टैंडिंग कॉमेडियन से लेकर रॉक बैंड और अन्य कई तरह की प्रस्तुतियों की व्यवस्था की गई थी. इसके लिए सभी कोचिंग संस्थान संचालकों और हॉस्टल मालिकों से राशि एकत्रित करवाई गई थी. दो दिन तक चले फन कार्निवल में बड़ी संख्या में कोचिंग स्टूडेंट ने हिस्सा लिया था. हालांकि, उसके बाद कोरोना का समय आ गया, जिसके चलते इसके आयोजन को रोक दिया गया था.

Last Updated : Aug 22, 2023, 4:52 PM IST
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