कोटा. शहर में सिटी बस सेवा को संभाल रही निजी कंपनी के बस चालकों ने हड़ताल कर दी है. इसके चलते सिटी बस सेवा पूरी तरह से ठप हो गई है. इसके चलते यात्रियों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है. यह सभी बसें कुन्हाड़ी स्थित डिपो पर खड़ी हैं. वहीं नगर निगम की संविदा फर्म ने भी हाथ खड़े कर दिए हैं. उनका कहना है कि उन्हें भी नगर निगम से करीब सवा पांच करोड़ रुपए का भुगतान नहीं मिला है.
जानकारी के अनुसार कोटा नगर निगम की बस कंपनी कोटा बस परिवहन निगम की 24 बसों को शहर में संचालित करने के लिए ठेका दिया हुआ है. यह ठेका आर्या ट्रांस सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड ने लिया हुआ है. ठेका कंपनी ने 50 चालकों को 24 बसों को संचालित करने के लिए लगाया हुआ है, लेकिन उन्हें पिछले 2 माह से वेतन नहीं मिला है. इसके चलते सभी चालकों ने एकजुट होकर हड़ताल कर दी है. इससे पूरी सिटी बस सेवा ठप हो गई है और शहरवासियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
बस चालकों के प्रतिनिधि मुकेश कुमार मेघवाल का कहना है कि उन्हें हमेशा ही समय से वेतन नहीं मिलता है. अभी भी 2 महीने से वेतन नहीं मिला है. ऐसे में उनके लिए घर- परिवार को चलाना भी मुश्किल हो रहा है. उन्होंने कहा कि कुछ मुस्लिमबंधु चालक भी यहां कार्यरत हैं, लेकिन उन्हें भी पैसा नहीं मिला. ऐसे में ईद का त्यौहार उनके लिए फीका ही गुजरा. उन्होंने कहा कि वे कंपनी से भुगतान मांगते हैं तो वहां से एक ही जवाब मिलता है कि नगर निगम से पैसा नहीं मिला है. ऐसे में वे अब कार्य करने की स्थिति में नहीं है. इसके चलते सभी 50 चालकों ने हड़ताल कर दी है.
वहीं आर्या ट्रांस सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के सहायक प्रबंधक किशन झा का कहना है कि नगर निगम से उन्हें भुगतान नहीं मिला है. करीब सवा पांच करोड़ रुपए बकाया है. उन्होंने कहा कि जीएसटी काउंसिल ने भी उन्हें लिख दिया है कि अगर 7 जून तक जीएसटी का पैसा जमा नहीं कराया तो वे रजिस्ट्रेशन रद्द कर देंगे. साथ ही चालकों ने भी हड़ताल कर दी है. इसके अलावा जिस जगह से डीजल लिया जाता था, उन्होंने भी डीजल देने से मना कर दिया है. अब नगर निगम उन्हें पैसा देगा तो ही वे आगे कार्य कर पाएंगे.