कोटा. सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) से संबद्ध 15 हजार से अधिक स्कूलों के लगभग 14 लाख विद्यार्थियों को 12वीं बोर्ड की डेट शीट का इंतजार (CBSE date sheet awaited by 14 lakhs students) है. CBSE 12वीं बोर्ड परीक्षा का आयोजन आगामी 15 फरवरी से किया जाना तय है. इससे पहले प्रायोगिक परीक्षाएं भी आयोजित की जानी हैं. वहीं 12वीं बोर्ड के विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षाओं के साथ कई प्रतियोगी परीक्षाओं में भी सम्मिलित होना होता है. ऐसी स्थिति में यदि डेट शीट समय पर जारी हो जाए, तो बोर्ड व प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी को बेहतर तरीके से संतुलित किया जा सकता है.
कोटा एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि विज्ञान वर्ग के विद्यार्थियों 12वीं बोर्ड 2023 परीक्षा के सिलेबस व पैटर्न में बदलाव किया गया है. 12वीं बोर्ड विज्ञान-वर्ग के फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथमेटिक्स व बायोलॉजी विषयों से कई अनावश्यक टॉपिक्स हटा दिए गए हैं. बोर्ड की जारी की गई सूचना के अनुसार 12वीं बोर्ड के प्रश्न पत्रों में अब लगभग 20 फीसदी प्रश्न ऑब्जेक्टिव टाइप होंगे. ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्नों की उपस्थिति विद्यार्थियों के लिए लाभकारी होगी, क्योंकि लगभग सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में ऑब्जेक्टिव टाइप क्वेश्चंस ही पूछे जाते हैं.
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सिलेबस के अनुरूप तैयारी करें विद्यार्थी: विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षा में बेहतर रिजल्ट के लिए नए सिलेबस के अनुरूप तैयारी करनी होगी. इसमें 12वीं-बोर्ड 2023 के सिलेबस में केमिस्ट्री विषय के सिलेबस से कई चैप्टर्स हटा लिए गए हैं. जिसमें सालिड-स्टेट, सरफेस-केमिस्ट्री, पी-ब्लॉक, पॉलीमर्स व केमेस्ट्री इन एवरीडे लाइफ जैसे चैप्टर्स लिए गए हैं. ऐसी स्थिति में विद्यार्थियों को इन चैप्टर्स से संबंधित सब्जेक्टिव-क्वेश्चंस की तैयारी करने की कतई जरूरी नहीं है.
मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी 2023 व इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन 2023 का सिलेबस घोषित नहीं किया गया है. फिर भी ऐसा महसूस नहीं होता है कि इन चैप्टर्स को इन प्रतियोगी परीक्षाओं के सिलेबस नहीं हटाया जाएगा. ऐसी स्थिति में सीबीएसई 12वीं बोर्ड के विद्यार्थी इन्हें ऑब्जेक्टिव क्वेश्चंस की दृष्टि से अवश्य तैयार करें. 12वीं बोर्ड 2023 में फिजिक्स विषय के सिलेबस में भी कई ऐसे परिवर्तन किए गए हैं, जो सामान्य रूप से दिखाई नहीं देते. फिजिक्स विषय के सिलेबस में करंट-इलेक्ट्रिसिटी चैप्टर से कलर कोडिंग ऑफ रेजिस्टेंस, मीटर ब्रिज व पोटेंशियोमीटर जैसे महत्वपूर्ण टॉपिक्स हटा लिए गए हैं.
इसी प्रकार सेमीकंडक्टर फिजिक्स से स्पेशल परपज डायोड, जेनर डायोड व जेनर डायोड का वोल्टेज रेगुलेटर की भांति उपयोग जैसे विशिष्ट टॉपिक्स हटा लिए गए हैं. देव शर्मा ने बताया कि फिजिक्स व केमिस्ट्री विषय मेडिकल व इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा दोनों में ही पार्ट हैं. ऐसी स्थिति में इन दोनों विषयों के सिलेबस में बदलाव का महत्व अधिक है. क्योंकि इस बदलाव के सापेक्ष बोर्ड परीक्षार्थियों, नीट यूजी व जेईई मेन व एडवांस्ड की तैयारी करने वाले लाखों विद्यार्थियों को अपनी तैयारी में आवश्यक बदलाव करने होंगे. मैथमेटिक्स व बायोलॉजी विषय के विद्यार्थियों को सलाह दी जाती है कि वे भी बदले सिलेबस का टॉपिक लेवल तक एनालिसिस कर लें.