कोटा. जिले में मेडिकल कॉलेज अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाया गया है. जिसमें सुपर स्पेशलिटी और पुरानी बिल्डिंग में कोविड पेशेंट भर्ती हैं. जहां पर करीब 75 सफाई कर्मचारी लगाए गए हैं. जिनको पिछले कई महीनों से ठेकेदार वेतन नहीं दे रहा है.
ऐसे में शुक्रवार को सफाई कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर अस्पताल परिसर के बाहर आकर विरोध प्रदर्शन करने लगे. साथ ही बाहर टेंट लगाकर धरने पर बैठ गए. कर्मचारियों ने ठेकेदार पर आरोप लगाया है कि ठेकेदार का ठेका खत्म होने वाला है और वह पिछले तीन महीने से वेतन नहीं दे रहा और साथ ही अभी तक पूरे साल का पीएफ तक जमा नहीं करवाया गया है.
पढ़ें: आपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए जयपुर पुलिस कर रही नाकाबंदी और पैदल गश्त
इसके अलावा सफाई कर्मचारियों ने अस्पताल प्रशासन से मांग की है कि उन्हें अस्पताल में करीब 15 सालों से सफाई कार्य कर रहे हैं. इसको देखते हुए ठेका प्रथा से हटाकर प्रशासन सीधा बाउचर पेमेंट करे. साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होगी तब तक ऐसे ही अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे रहेंगे.
मंत्री नहीं बनाए जाने पर राम नारायण मीणा का छलका दर्द, कही ये बातें...
कांग्रेस विधायक रामनारायण मीणा राज्य सरकार में मंत्री नहीं बनाएं जाने पर आज एक बार फिर से उनका दर्द छलक पड़ा. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रमोद जैन भाया निर्दलीय जीते थे, उसके बाद उन्हें कांग्रेस में एंट्री मिली और कांग्रेस ने ही उन्हें टिकट दिया और अब वे मंत्री भी बनाए गए हैं. मंत्री भाया कांग्रेस की उपज नहीं है. इसके बावजूद उन्हें मंत्री बनाया जाता है. यह कांग्रेस में ये ठीक नहीं है, इसे ठीक करने की जरूरत है.