कोटा. विधानसभा चुनाव में नामांकन का दूसरा दिन था. कोटा संभाग की 17 सीटों पर अभी तक आधा दर्जन नामांकन हुए हैं. कोटा दक्षिण और लाडपुरा सीट से दो नामांकन आज हुए हैं. यह दोनों ही नामांकन बीजेपी और कांग्रेस के बागी हैं. भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत ने लाडपुरा से पर्चा दाखिल किया है और भाजपा प्रत्याशी के रूप में ही के नामांकन किया है. उनका कहना है कि पार्टी उन्हें टिकट दे देगी. मुहूर्त आज का था, इसलिए उन्होंने नामांकन दाखिल कर दिया. दूसरी तरफ कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में महेश आहूजा ने अपना नामांकन दाखिल किया है. पार्टी ने अभी कांग्रेस कोटा दक्षिण सीट से प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है, लेकिन उनका दावा है कि उन्हें पार्टी सिंबल दे देगी. इसके अलावा बारां जिले की अंता से पुरुषोत्तम सुमन, सांगोद से रघुवर प्रसाद नागर व रामगंजमंडी से जगन्नाथ ने पर्चा दाखिल किया है.
विधायक महलों की रानी, मैं लोगों के दिलों में राज करता हूं - भवानी सिंह राजावत ने विधायक कल्पना देवी पर हमला करते हुए कहा कि वह महलों की रानी हैं, जबकि मैं लोगों के दिलों में राज करते हूं और पार्टी उन्हें जरूर टिकट देगी. जिस लाडपुरा को मैंने 15 साल की तपस्या से अविकसित और पिछड़े क्षेत्र से निकालकर विकास के पथ पर आगे बढ़ाया था और कार्यकर्ताओं का दिल जीतकर लाडपुरा को भाजपा का गढ़ बना दिया था, उसे कल्पना देवी ने 5 साल में जमींदोज कर दिया.
कांग्रेस पार्टी सिंधी समाज को दें उचित प्रतिनिधित्व - दूसरी तरफ कांग्रेस नेता महेश आहूजा ने कहा कि वह परंपरागत कांग्रेसी हैं. कांग्रेस पार्टी के लिए उन्होंने काफी काम किया है और पार्टी टिकट मांगा था. अभी पार्टी ने टिकट फाइनल नहीं किया है, लेकिन उन्होंने पर्चा कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में भर दिया है. पार्टी उन्हें सिंबल जरूर देगी. अगर ऐसा नहीं होता है, तो वह निर्दलीय भी फॉर्म भरकर चुनाव मैदान में उतरेंगे. उन्होंने कहा कि उनके समाज के सिंधी समाज के करीब 35 से 40 हजार वोट हैं. प्रदेश में उनके समाज को प्रतिनिधित्व भी कांग्रेस पार्टी से नहीं मिल रहा है. ऐसे में पार्टी से मांग है कि उचित प्रतिनिधित्व पूरे राजस्थान में दिया जाए.