कोटा. बीते कांग्रेस शासन में प्रदेश में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कोटा शहर पुलिस के चालान की कार्रवाई पर नाराजगी जताई थी. इसके बाद ही कोटा में यातायात नियमों की अवहेलना पर काटने वाले चालान कम हो गए थे. अब सरकार बदलते ही कोटा शहर पुलिस फिर एक्टिव मोड में आ गई है और लगातार चालान बना रही है. पुलिस का चालान बनाने का तरीका भी काफी ज्यादा फोकस हो गया है. हर बड़े चौराहे पर यातायात नियमों की पालना सख्ती से कराती पुलिस नजर आ रही है. पुलिस का चालान बनाने का आंकड़ा भी प्रतिदिन के हिसाब से देखा जाए तो तीन गुना बढ़ गया है.
महज 30 फीसदी रह गया वसूला गया रिवेन्यू : साल 2021 में कोटा शहर में एक लाख 38976 चालान पुलिस में बनाए थे. इनके जरिए 3 करोड़ 18 लाख 46 हजार का जुर्माना कोटा पुलिस को मिला था, जबकि मंत्री शांति धारीवाल ने 2021 में ही चालान बनवाने पर रोक लगा दी थी. इसके बाद 2022 में 70217 चालान पुलिस ने बनाए हैं. यह साल 2021 से लगभग आधे ही हैं. इनके जरिए एक करोड़ 40 लाख 88 हजार 750 का जुर्माना वसूला गया. वहीं, साल 2023 की बात की जाए तो नवंबर महीने तक 70102 चालान बनाए गए, जिनके जरिए मार्च 1 करोड़ 5 लाख 81 हजार 700 का जुर्माना वसूला गया. ऐसे में जहां पर 3 करोड़ 18 लाख का जुर्माना साल 2021 में मिला था, वह घटकर 1.05 करोड़ ही रह गया है. ये साल 2021 का 2023 में वसूला गया जुर्माना महज 30 प्रतिशत के आसपास है.
इंटरसेप्टर और कैमरे के चालान निकाले तो महज 41976 कार्रवाई : ट्रैफिक पुलिस के रिकॉर्ड में साल 2023 में 138976 और साल 2022 में 17102 चालान काटे गए हैं. जून 2022 में ही धारीवाल ने इस पर आपत्ति जताई थी. इसके बाद पुलिस ने चालान की गति कम कर दी थी. हालांकि, साल 2022 और 23 के रिकॉर्ड में इंटरसेप्टर के चालान शामिल नहीं हैं, जबकि 2023 नवंबर तक के चालान में इंटरसेप्टर के चालान मिलकर ही आंकड़ा 70102 पहुंचा है. इसमें 28126 चालान इंटरसेप्टर और कैमरा के हैं. ऐसे में यातायात पुलिसकर्मियों ने तो सड़क पर खड़े होकर महज 41976 चालान ही काटे हैं.
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17 दिन में बना दिए 10380 चालान : दूसरी तरफ, बात की जाए तो 1 जनवरी से 70102 चालान बनाए गए हैं. यह 210 चालान प्रतिदिन के औसत से बनाए गए हैं, जबकि साल 2022 की बात की जाए तो 17217 चालान पूरे साल में बने थे. यह करीब 192 चालान प्रतिदिन के औसत से बनाए गए थे, जबकि साल 2021 में 138976 चालान बनाए गए थे. यह 380 चालान प्रतिदिन का औसत से बन गए थे, लेकिन जैसे ही सरकार बदली है और पुलिस पूरी तरह से एक्टिव हो गई. पुलिस ने 610 चालान रोज के औसत से कार्रवाई करते हुए दिसंबर के 17 दिनों में ही 10380 चालान बना दिए हैं.
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192 से 610 चालान प्रतिदिन से आया हिसाब : राजस्थान में सरकार 3 दिसंबर को बदल गई थी. पुलिस भी दिसंबर के महीने में सरकार बदलते ही एक्टिव हो गई. कोटा शहर के आंकड़ों से साफ हो रहा है कि साल 2021 में कोटा में 380 के आसपास चालान प्रतिदिन बनते थे, उसकी जगह चालान का औसत रोक लगने साल 2022 और 2023 में 190 से 200 के आसपास आंकड़ा पहुंच गया था. सरकार बदलते ही पुलिस एक्टिव हुई और इस आंकड़े को अब 600 प्रतिदिन के हिसाब से चालान काटे जा रहे हैं.
30618 चालान काटे इंटरसेप्टर और कैमरे ने : पुलिस उप अधीक्षक यातायात कोटा शहर राजेश ढाका ने बताया कि इस साल अभी तक 80482 चालान काटे गए हैं. इनमें से 30618 चालान कंप्यूटराइज्ड सिस्टम के जरिए काटे गए हैं. इनमें 23791 चालान इंटरसेप्टर और 6827 चालान कैमरों के जरिए काटे गए हैं. शराब पीकर वाहन चलाने के 300 चालान इस साल बनाए गए हैं, जबकि बीते साल से इसमें 150 की बढ़ोतरी हुई है. अभी इन चलानों की संख्या और बढ़ जाएगी, क्योंकि दिसंबर महीने के अंत में शराब पीकर वाहन चलाने के मामले ज्यादा आते हैं. उन्होंने कहा कि बिना हेलमेट की इस बार 1600 कार्रवाई हुई है, यह बीते साल से करीब 300 करवाई ज्यादा है. पुलिस उप अधीक्षक राजेश ढाका ने ट्रैफिक नियमों का पालन करने, हेलमेट लगाकर निकलने की अपील की. उन्होंने कहा कि नाबालिक या पढ़ने वाले बच्चे, जिनकी उम्र 18 साल से कम उम्र हैं, उनको वाहन चलाने के लिए नहीं दें और प्रॉपर कानून का नियमों का पालन करें.