कोटा. बहुचर्चित घूसखोर सहीराम प्रकरण अभी सुलझा ही था कि एसीबी ने एक ओर सरकारी अधिकारी पर शिकंजा कसा है. एसीबी के पिंजरे में फंसे एईएन मोहनलाल करोड़ो का आसामी निकला. एसीबी ने इस कार्रवाई में एईएन से 10 करोड़ की संपत्ति जब्त की है.
एईएन मोहनलाल ने घूस की कमाई से करोड़ों की संपत्ति बना रखी है. उसके पास से कोटा में 4 प्लॉट, 2 मकान और 2 आलीशान हॉस्टल घर की तलाशी में मिले हैं. साथ ही गहने व 1.17 लाख नकद की राशि भी मिली है. कोटा के बाहर भी एईएन की संपत्ति है जिसकी जांच जारी है. आज के भाव के हिसाब से 10 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति मानी जा रही है.
यूं खुली परतें
एसीबी ने पीएचईडी के आई एन ठेकेदार से 10 लाख रूपये की घूस लेते हुए मोहनलाल को गिरफ्तार किया है. एसीबी को उसके घर की तलाशी में 11 स्थानों पर मकान भूखंड व कृषि भूमि के दस्तावेज मिले हैं. इनमें से आठ मकान और प्लाट कोटा शहर में है. तलवंडी महावीर नगर आरके पुरम व स्वामी विवेकानंद नगर जैसे पॉश इलाकों में उसकी संपत्ति है. तलवंडी महावीर नगर में दो आलीशान हॉस्टल हैं जिनकी कीमत करोड़ों में है. तलवंडी में एक बड़ा मकान भी है.
एसीबी टीम ने जब उससे मकान का एड्रेस पूछा तो उसने बताया कि वह महावीर नगर सेकंड में रहता है. एसीबी की टीम वहां पहुंची तो एक हॉस्टल मिला जिसके सभी कमरों में किराएदार ही रहते हैं. मकान में रह रहे किराएदारओं ने उसकी पोल खोलते हुए कहा कि यह मकान मोहनलाल का ही है, लेकिन वह यहां नहीं रहता. वह तलवंडी स्थित हॉस्टल के सबसे निचले फ्लोर पर रहता है.
6 मंजिला मकान में रहता है घूसखोर
इसके बाद टीम वहां पहुंची और सर्च अभियान में पाया कि जिस हॉस्टल में मोहनलाल रहता है, वह 6 मंजिला है. इसमें करीब 40 लग्जरी कमरे हैं. तलवंडी जैसे पॉस इलाके में इस तरह के हॉस्टल की कीमत ₹5 करोड़ से कम नहीं मानी जा रही हैं.
भूखंडों के दस्तावेजों की होगी जांच
उधर देर रात तक पूछताछ के बाद एसीबी ने मोहन लाल समेत उसके साथ सरकारी अधिकारी सत्येंद्र मोहन प्रकाश चंद्र को रवाना कर दिया. एसीबी के एसपी ठाकुर चंद्र सिंह ने बताया कि मोहन लाल शर्मा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज होगा. शुक्रवार को हमने उन सभी बिंदुओं का सत्यापन कराया है जो इस केस के लिए जरूरी है. अभी किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है. उसके घर की तलाशी में करोड़ों के मकान में भूखंडों के दस्तावेज मिले हैं जिनकी जांच की जाएगी.