करौली. देश में शुक्रवार से बैंक बंद कर कर्मचारी अपनी नौ सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे है. इसके चलते जिले में शनिवार को भी सरकारी बैंकों की 96 शाखाएं बंद रही, जिसके कारण शुक्रवार के तरह ही करोड़ों रुपए का लेन-देन ठप रहा. साथ ही आमजन को पैसों को लेकर काफी मशक्कत करना पड़ा.
बैंक अधिकारी रामेश्वर लाल मीना ने बताया कि 9 सूत्रीय मांगों को लेकर बैंकर्स हड़ताल पर हैं. मुख्य रूप से बैकर्सों की प्रमुख मांग यह है कि सरकारी बैंक में कार्यरत कर्मचारियों की तनख्वाह बढ़ाने, बैंक कर्मचारियों की सप्ताह में 5 दिन का कार्य दिवस करने, बैंक का समय निर्धारित करने, एनआईपीएस की जगह पीएफ करने के साथ ही बैंकों के मर्ज करने के विरोध में सांकेतिक हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया गया है. जिसे लेकर शुक्रवार से ही जिले की सभी बैंकों के कर्मचारी हड़ताल पर हैं.
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पैसों के अभाव में आमजन को परेशानी
करौली के लगभग सभी बैंकों के कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने की वजह से बैंक बंद होने के कारण लेन-देन पूरी तरह से ठप रही. हालात यह रहे कि बैंकों के एटीएम तक में भी पैसों का अभाव रहा, जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. यहां तक की कुछ लोगों को अपनी मूलभूत सुविधाओं की आवश्यकताओं के लिए पैसे जुटाने भारी पड़ गए.
ऐसे में लोगों को कई प्रकार की परेशानियों से गुजरना पड़ा. शहर के अरविंद गुप्ता और राधेश्याम पाराशर ने बताया कि बैंक कर्मचारियों की शुक्रवार और शनिवार को हड़ताल रही. इसके साथ ही रविवार को साप्ताहिक अवकाश रहेगा, जिसके चलते 3 दिन बैंकों में कामकाज ठप रहने के कारण सारे काम ही रूक गए है.