करौली. जिले में जिला कलेक्ट्रेट पर बुधवार को राजस्थान विद्यार्थी मित्र पंचायत सहायक संघ के तत्वावधान में विद्यार्थी मित्र शिक्षकों ने नियमितीकरण की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंप शीघ्र ही विद्यार्थी मित्रों को नियमित करने की मांग की. मांग पूरी नहीं होने पर विधानसभा का घेराव करने की चेतावनी दी.
विद्यार्थी मित्रों ने बताया कि विद्यार्थी मित्र 6 हजार रुपये के मासिक मानदेय में कार्यरत हैं. पिछले 13 वर्षों से नियमित रोजगार की आस में कार्यरत विद्यार्थी मित्र पंचायत सहायकों की वर्तमान स्थिति भी अत्यधिक दयनीय बनी हुई है. विद्यार्थी मित्रों से पंचायत के समस्त कार्यों के साथ-साथ शिक्षा विभाग में बीएलओ, मिड डे मील शाला दर्पण अन्य समस्त गैर शैक्षणिक कार्यों का क्रियान्वयन पिछले 4 वर्षों से लगातार इस पद पर करते आ रहे हैं.
पूर्व में लगभग सभी विद्यार्थी मित्र के रुप में लगभग 8 वर्ष से शैक्षणिक कार्य करा चुके हैं और वर्तमान में सभी उम्र के उस पड़ाव में आ चुके हैं. जहां से नियमितीकरण के लिए नई प्रक्रिया से गुजरना अब असंभव है. विद्यार्थी मित्रों ने बताया कि लगातार 14 वर्ष से सरकार से नियमित करने की मांग कर रहे है और सरकार हर साल विद्यार्थी मित्रों को लॉलीपॉप दे देती है.
पढ़ें- राजसमंद सीट पर दिवंगत माहेश्वरी की बेटी की दावेदारी के लिए जयपुर दरबार तक लॉबिंग में जुटे नेता
इस बार सभी विद्यार्थी मित्र करो या मरो का नारा लेकर आए हैं. सरकार से सभी विद्यार्थी मित्र मांग करते हैं कि वक्त रहते विद्यार्थी मित्रों का नियमितीकरण करें. बजट पेश करने से पहले विद्यार्थी मित्रों को पूरी तरीका से आश्वस्त करें. विद्यार्थी मित्रों ने चेतावनी देते हुए कहा कि 8 फरवरी से सभी विद्यार्थी मित्र दौसा से दांडी मार्च करते हुए विधानसभा का घेराव करने का निर्णय लिया गया है. अगर विद्यार्थी मित्रों को नियमित नहीं किया गया तो विद्यार्थी मित्र संघ किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटेगा.