करौली. पुलिस ने उमेश हत्याकांड का खुलासा (Umesh Murder Case Busted) कर दिया है. पुलिस हत्याकांड के आरोपियों से पूछताछ में जुटी हुई है. वहीं, एक अन्य आरोपी फरार है, जिसे पकड़ने के लिए पुलिस की टीमें जगह-जगह दबिश दे रही हैं.
पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह इंदौलिया ने बताया कि मृतक बदमाश उमेश और हत्याकांड के आरोपियों ने अपनी गैंग बना रखी थी. गैंग ने 7 मार्च को चौड़ा गांव खानपुर नदी में आपसी पुरानी रंजिश व अपने वर्चस्व को कायम रखने के लिए उमेश की गोली मार हत्या कर दी थी. जिसके बाद घटना को गंभीरता से लेते हुए (Two Arrested in Umesh Murder Case) सपोटरा थानाधिकारी उदयभान के नेतृत्व में पुलिस टीमों का गठन किया गया.
पुलिस टीम ने जगह-जगह दबिश देकर हत्याकांड के मुख्य आरोपी दिलखुश मीणा पुत्र हरिचरण निवासी गज्जूपुरा थाना सपोटरा और सुनील दत्त मीना उर्फ मोडया पुत्र कैलाशचंद मीणा को भरतपुर से दास्ताब कर गिरफ्तार किया गया है. एक अन्य आरोपी सुनील कश्यप निवासी कीरपाडा गंगापुर सिटी अभी फरार है, जिसको भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपियों से हत्याकांड के उपयोग मे लिए गए अवैध हथियार और वाहन को लेकर पूछताछ की जा रही है.
सोशल मीडिया पर वर्चस्व की लड़ाई को लेकर दिया हत्याकांड को अंजाम : पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मृतक उमेश मीणा और गिरफ्तार आरोपियों ने अपनी गैंग बना रखी है. मौका पाकर आपसी लड़ाई-झगड़ा व फायरिंग करना इनकी आदत में सुमार हो गया था. गैंग के बदमाश सपोटरा, कुड़गांव, गंगापुर, वजीरपुर इत्यादि क्षेत्र में लगातार घटना कर सोशल मीडिया पर अपनी प्रोफाइल और स्टोरी बनाकर डाउनलोड कर अपना दबदबा कायम करते थे.
जिससे युवा पीढ़ी इनसे प्रभावित होकर इन बदमाशों के फॉलोअर्स बनने लगे, जिससे इनका हौसला लगातार अपराध जगत में बढ़ता गया. एसपी ने बताया कि मृतक उमेश मीणा ने वर्ष 2015 से लगातार अपराध करने पर आमजन में भय एवं आतंक का पर्याय बनने लगा, जिससे वह अपने क्षेत्र में अपनी पहचान को कायम रखने के लिए अपने साथी व सहयोगियों को सरेआम नीचा दिखाने लगा. जिससे अंदर ही अंदर आपसी रंजिश लगातार बढ़ती चली गई.
पढ़ें : जूस की मशीन से गन्ने निकाल किया युवकों पर जानलेवा हमला, CCTV कैमरे में कैद हुई वारदात...
इसी बात को लेकर मृतक उमेश के सहयोगी और घनिष्ठ मित्र दिलखुश मीणा, सुनील दत्त मीना और सुनील कश्यप ने मिलकर (Police Statement in Umesh Murder Case) उमेश मीणा की अवैध कट्टा व पिस्टल से गोली मारकर चौड़ा गांव नदी में हत्या कर दी और फरार हो गए थे. पुलिस के मुताबिक मृतक उमेश के खिलाफ भी विभिन्न मामलो में आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज थे.
अपराधियों के सहयोगियों पर भी की जाएगी कार्रवाई : पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अपराधियों के मुख्य सहयोगी एवं फॉलोवर्स जो आए दिन सोशल मीडिया (फेसबुक एवं इंस्टाग्राम) पर अवैध हथियार दिखाकर स्टोरी वायरल करते हैं. आरोपियों की आर्थिक मदद कर उन्हें अपराध करने के लिए प्रेरित करने वालों के खिलाफ भी इस घटना में संलिप्तता होने पर कार्रवाई की जा रही है.
उमेश हत्याकांड के बाद ग्रामीणों और परिजनों ने किया था हंगामा : आपको बता दें कि 7 मार्च को उमेश मीना की हत्या कर देने के बाद ग्रामीणों और परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया था. साथ ही सपोटरा के अस्पताल में हंगामा करते हुए धरने पर बैठ गए थे और आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की थी. जिसके बाद पुलिस के उच्चाधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर ग्रामीणों की समझाइश कर मामला शांत कराया था. जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी कर हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया है.