करौली. प्रदेश में 2 दिन के भारी बारिश के अलर्ट के बाद कोटा बैराज के 15 गेट खोल दिए गए है. जिससे चम्बल चंबल नदी का जलस्तर बढ़ गया है. कोटा बैराज के गेट खोलकर साढ़े चार लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया. जिससे मंडरायल चंबल नदी के राजघाट पर नदी में उफान आ गया है. जिससे आसपास के बसे सभी गांवों में प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है.
बता दें कि चम्बल नदी में जलस्तर गत रात्रि से ही बढ रहा है. एसडीएम रामचंद्र मीणा, तहसीलदार पंछी लाल मीणा, थानाधिकारी रामदेव सिंह बिधूड़ी ने चंबल नदी किनारे बसे गांवों में अलर्ट जारी कर निगरानी बनाए रखा हुआ हैं. चम्बल नदी में जलस्तर बढ़ने पर करौली जिला मुख्यालय से एसडीआरएफ की दो टीमें भी मण्डरायल बुला ली गई है. जिससे जरूरत पड़ने पर लोगों का रेस्क्यू किया जाएगा.
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थानाधिकारी रामदेव सिंह बिधूड़ी ने बताया है कि चम्बल में जलस्तर बढ़ने पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी चंबल नदी किनारे बसे ग्रामीणों को अलर्ट कर दिया गया है. मौजूदा जगहों पर एसडीआरएफ की टीम और पुलिस गार्ड भी तैनात कर दिए गए है.
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मंडरायल उपखण्ड अधिकारी रामचन्द्र मीना ने बताया की कोटा बैराज से गेट खुलने से चम्बल का जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा है. फिलहाल, चम्बल का पानी 19.80 गेज पर चल रही है. चम्बल में जलस्तर बढ़ने की आशंका को देखते हुए चम्बल के बसे गांव टोडी, मल्लापुरा, कैमकच्छ आदि गांवों में अलर्ट जारी कर दिया है.