करौली. शहर में स्थित बैठा हनुमान मंदिर में श्रीमदभागवत कथा के समापन के बाद शनिवार को विशाल भंडारे का आयोजन हुआ जो देर रात तक जारी रहा. इस विशाल भंडारे मे लगभग सवा लाख लोगों ने प्रसाद ग्रहण की. भंडारे मे जयपुर ग्रेटर मेयर डॉक्टर सौम्या गुर्जर भी पुए बनाती हुई नजर आईं. इस विशाल भंडारे के आयोजन में सुरक्षा एव कानून की दृष्टि से 100 से अधिक पुलिस के जवान तैनात थे. इस दौरान करौली के डीएम अंकित कुमार सिंह और एसपी ममता गुप्ता मॉनिटरिंग करते हुए नजर आए.
दरअसल करौली शहर के भद्रावती नदी स्थित रियासत कालीन बैठा हनुमान मंदिर पर श्रीमदभागवत कथा का भव्य आयोजन हुआ. कथा के समापन के बाद शनिवार को विशेष पाठ पूजा के साथ हवन कुंडी पर यजमानों ने आहुतियां दी. उसके बाद मंदिर प्रांगण में कन्या एवं महात्माओं को भोजन प्रसादी कराई गई. कथावाचक मनीष शास्त्री ने बताया कि श्रीमदभागवत कथा का आयोजन 24 जून से शुरू हुआ था. जिसका समापन 30 जून शुक्रवार को हुआ. जिसमें रियासत कालीन बैठा हनुमान भक्त मंडल की ओर से भव्य आयोजन हुआ. पहली बार 3100 महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली गई. जिसके मुख्य यजमान जयपुर ग्रेटर मेयर डॉक्टर सौम्या गुर्जर के पति राजा राम गुर्जर रहे. भागवत कथा के आयोजन में प्रतिदिन शहर सहित आसपास के महिला बच्चे बुजुर्ग ने कथा का रसपान किया. समापन के दौरान महाआरती का आयोजन किया गया.
भंडारे में यह रही भोजन प्रसादी की व्यवस्था : बैठा हनुमान मंदिर में श्रीमदभागवत कथा के आयोजन के बाद विशाल भंडारा मेला मैदान में रखा गया. प्रसादी के लिए भंडारे में डेढ़ सौ पीपा देशी घी, 60 क्विंटल आटा, 30 क्विंटल गुड, 65 क्विंटल सब्जियों और 170 क्विंटल लकड़ी से 22 भट्टियों पर 250 हलवाइयों ने रामकोयला ( कद्दू की सब्जी) और देशी घी के पुए की प्रसादी तैयार की गई. बैठा हनुमान भक्त मंडल ने श्रीमदभागवत कथा के समापन के बाद लाखों की संख्या प्रसादी ग्रहण की.
पढ़ें कलश यात्रा से हनुमान मंदिर में भागवत कथा का आगाज, 26 को राम मंदिर की नींव
डीसी एवं एसपी ने की मॉनिटरिंग : श्रीमदभागवत कथा के आयोजन से पहले ही पुलिस प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए और सुरक्षा की दृष्टि से श्रीमदभागवत कथा के आयोजन में कलश यात्रा के दौरान साढ़े सात सौ पुलिस के जवान एवं ड्रोन कैमरे तैनात किए गए थे. इस दौरान शहर के मुख्य दरवाजे, मुख्य चौराहे एवं कॉलोनियों में बैरिकेडिंग भी लगा दी गई और चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहा. कथा के आयोजन के प्रारंभ से ही शहर के मुख्य चौराहे पर पुलिस का जाब्ता 7 दिनों तक तैनात रहा एवं समापन के दौरान भी पुलिस के 100 से अधिक जवान जिसमें यातायात पुलिस सदर थाना कोतवाली थाना एवं अन्य थानों के पुलिसकर्मी चप्पे-चप्पे पर तैनात रहे.