करौली. राजस्थान की पूर्व भाजपा सरकार के समाज कल्याण मंत्री अरूण चतुर्वेदी मंगलवार को करौली दौरे पर रहे. इस दौरान चतुर्वेदी सायपुर गांव पहुंचे और पिछले दिनों करौली में हुए हत्याकांड के मृतक युवक सौरभ चतुर्वेदी के परिजनों को मिलकर ढांढस बंधाया.
बता दें कि इस मौके पर महिला आयोग की पूर्व सदस्य डॉ. सौम्या गुर्जर ने अपनी ओर से मृतक के परिजनों को एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की. बाद में पूर्व मंत्री चतुर्वेदी ने मीडिया से बात करते हुए कहा की करौली जिले में अपराधियों को सत्ता में बैठे राजनेताओं का संरक्षण मिल रहा है. यही कारण है की जिले की पुलिस अपने अधिकारों का उपयोग नहीं कर पा रही है.
वहीं, पूर्व मंत्री ने जिला पुलिस की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताते हुए कहा की सौरभ चतुर्वेदी की हत्या को कई दिन बीतने के बाद भी पुलिस अभी तक सभी अभियुक्तों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. अपराधियों को जिले के राजनीतिक आकाओं का संरक्षण मिला हुआ है. यही कारण है कि पुलिस अपने अधिकारों का उपयोग नहीं कर पा रही है. उन्होंने कहा की सौरभ चतुर्वेदी हत्याकांड के बचे हुए फरार अभियुक्त भी शीघ्र गिरफ्तार नहीं किए गए तो सर्वसमाज के लोगों को बडे आंदोलन के लिए मजबूर होना पडेगा.
करौली के सभापति का निलंबन गैरकानूनी
पूर्व मंत्री अरूण चतुर्वेदी ने कहा की करौली के सभापति राजाराम गुर्जर का निलंबन किया गया. निलंबन राजस्थान में पहला उदाहरण है कि मात्र थाने में दर्ज रिपोर्ट के आधार पर सभापति को निलंबित कर दिया गया है.
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उन्होंने कहा की सभापति राजाराम को राज्य की कांग्रेस सरकार ने जातिवाद और राजनीतिक द्वेषता के चलते निलंबित करने की कार्रवाई की है. उन्होंने कहा की सभापति गुर्जर के मामले में अभी जांच भी पूरी नहीं हो पाई और निलंबित कर देने से संवैधानिक अधिकारों का कांग्रेस की सरकार ने हनन किया है. उन्होंने राज्य की कांग्रेस सरकार के एक साल के कार्यकाल को विफलताओं से भरा हुआ बताते हुए कहा की सरकार ने चुनावी घोषणाओं को भी एक वर्ष में पूरा नहीं किया है.
इस दौरान पूर्व मंत्री अरूण चतुर्वेदी के साथ महिला आयोग की पूर्व सदस्य डॉ. सौम्या गुर्जर, भाजपा के जिलाध्यक्ष हेमेन्द्र वशिष्ठ, पंचायत चुनाव प्रभारी लोकेश चतुर्वेदी, वीरेन्द्र मित्तल, अनूप शर्मा, हंसराज चतुर्वेदी आदि मौजूद रहे.