करौली. राजस्थान प्रभारी डॉ. अरुण सिंह के करौली दौरे के दौरान कार्यकर्ताओं ने जमकर वसुंधरा राजे के नारे लगाए. इस दौरान अरुण सिंह ने गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा. अरुण सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पूरी तरह क्वॉरेंटाइन और उनकी सरकार भी सालभर से क्वॉरेंटाइन है, उनके मंत्री और विधायक ना जनता से मिल रहे हैं और ना क्षेत्र के दौरे पर जा रहे हैं जिससे राज्य का किसान, युवाओं सहित सभी वर्ग पूरी तरह हताश है.
सिंह ने कहा कि ढाई साल के शासनकाल में मुख्यमंत्री गहलोत ने संपूर्ण किसान कर्जमाफी का किया हुआ वादा अभी तक पूरा नहीं किया है और भर्तियां पूरी नहीं होने से प्रदेश के युवाओं में भी आक्रोश है. प्रभारी मंत्री ने कहा कि अंदाजा लगा सकते हैं कि मुख्यमंत्री गहलोत पिछले सालभर से अपने निवास से ही सरकार चला रहे हैं. राज्य की जनता उनसे मिलने का बेसब्री से इंतजार कर रही है. किसान और युवा वादे पूरे होने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री सिर्फ अपने निवास तक ही सीमित हो गए हैं.
अरुण सिंह ने कहा कि जिस दिन अशोक गहलोत मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे, उस दिन राज्य की कांग्रेस सरकार में बड़ा भूचाल आएगा. इसी डर की वजह से गहलोत मंत्रिमंडल विस्तार को बार-बार टाल रहे हैं और अपने विधायकों को लॉलीपॉप दे रहे हैं. प्रभारी मंत्री अरुण सिंह ने कहा कि गहलोत सरकार के जंगलराज में दलित बहन-बेटियों पर अत्याचार बढ़ रहे हैं और समुदाय विशेष के लोगों को संरक्षण दिया जा रहा है.
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प्रभारी मंत्री ने कहा कि झालावाड़ जिले में कृष्णा वाल्मीकि की हत्या होना मुख्यमंत्री गहलोत की सरकार पर बड़ा कलंक है और इससे यह साबित होता है कि राज्य की गहलोत सरकार दलित और आदिवासी विरोधी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के ढाई साल के कार्यकाल में 5 लाख 28 हजार से अधिक आपराधिक घटनायें ये साबित करती हैं कि सरकार का इकबाल पूरी तरह खत्म हो चुका है और अपराधियों के हौसला तेजी से बढ़े हैं. महिलाओं और बच्चियों के प्रति 95 हजार से अधिक आपराधिक मामले, जिनमें दुष्कर्म के 14 हजार से अधिक मामले, दलितों के खिलाफ अपराधों में 35 प्रतिशत से बढ़ोतरी, आदिवासियों के खिलाफ 57.76 प्रतिशत की बढ़ोतरी होने से स्पष्ट है कि कांग्रेस सरकार के राज में बहन-बेटियां, दलित, आदिवासियों सहित सभी असुरक्षित हैं.
राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. अरुण सिंह के करौली दौरे की वजह से करौली धौलपुर सांसद डॉ. मनोज राजोरिया भी करौली पहुंचे. इस दौरान हिंडौन सिटी में स्वागत सत्कार के दौरान कार्यकर्ताओं ने सांसद पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की तो सांसद गाड़ी में बैठकर करौली के लिए रवाना हो गए. कार्यकर्ता भी बाद में करौली पहुंच गए और सांसद के खिलाफ जमकर हंगामा करने लगे. इस दौरान भाजपा नेताओं ने कहा कि सांसद सिर्फ हिंडौन इलाके के एक नेता के कहने पर ही सब काम करते हैं एक भी दिन हमारे इलाके में आकर हाल-चाल नहीं जाने हैं. साथ ही युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष की नियुक्ति भी पैसों से लेकर की है, जिसको लेकर सांसद को कई बार फोन किए सांसद ना तो फोन उठाते हैं और ना कोई जवाब देते हैं. भाजपा नेताओं ने सांसद पर नाराजगी जताते हुए जमकर आरोप जड़े.
वहीं, इससे पहले भरतपुर में प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि संभाग में बजरी माफियाओं के इतने हौसले बुलंद हैं कि वो दिनदहाड़े पुलिस पर फायर करके भाग जाते हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बजरी माफियाओं से स्थानीय विधायक मिले हुए हैं. इसीलिए बजरी माफियाओं के हौसले बुलंद हैं.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने पूरे प्रदेश के विधायकों को खुली छूट दे रखी है कि जितना लूट सकते हैं लूट लो क्योंकि अगली बार कांग्रेस की सरकार नहीं आनी है. उन्होंने कांग्रेस सरकार को हिलती डुलती सरकार बताते हुए कहा कि इसीलिए प्रदेश में विकास कार्य नहीं हो रहे. अरुण सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार का ध्यान सिर्फ जासूसी कराने, फोन टैपिंग कराने, पवित्र संस्था को बदनाम कराने और षड्यंत्र करने पर है.
प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि राजस्थान में परिवर्तन की लहर चल रही है और यह लहर भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में है. जब भी चुनाव होंगे राजस्थान में तीन चौथाई बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनना तय है.
उन्होंने कांग्रेस सरकार को कंफ्यूज सरकार बताते हुए कहा कि पहले तो कांग्रेस सरकार ने 18 से अधिक उम्र के युवाओं को स्वयं टीकाकरण कराने की बात कही, लेकिन फिर बाद में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आप ही टीकाकरण करा दो.
अरुण सिंह ने बताया कि राजस्थान में पेयजल की काफी समस्या है, इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल शक्ति मंत्री भी राजस्थान से ही बनाया. जल शक्ति मंत्री ने अन्य राज्यों की तुलना में राजस्थान को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए 10,000 करोड़ रुपए से अधिक उपलब्ध करा दिया, लेकिन राजस्थान की निकम्मी सरकार उसमें से 2000 करोड़ रुपए खर्च ही नहीं कर पाई.
प्रदेश में पेट्रोल-डीजल की महंगाई के सवाल के जवाब में अरुण सिंह ने कहा कि पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश और हरियाणा में भाजपा सरकार है, लेकिन वहां पर राजस्थान से पेट्रोल और डीजल के दाम काफी कम है. इसलिए राजस्थान सरकार को टैक्स कम कर के पेट्रोल-डीजल के दाम उत्तर प्रदेश और हरियाणा राज्य के बराबर लाने चाहिए.