करौली. जिले में पहले गर्मी और फिर बारिश की वजह से अब मौसमी बीमारियों ने पैर पसारना शुरू कर दिया है. मौसम में हो रहे लगातार बदलाव के कारण जिला अस्पताल में मरीजों की कतारें लगने लगी हैं. हालात ये है कि जहां एक ओर लोग मौसमी बीमारियों से परेशान चल रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कोरोना संक्रमण के भय ने लोगों की नींद उड़ा रखी है.
पढ़ें: केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी कोरोना पॉजिटिव, एम्स में भर्ती
पिछले दिनों की अपेक्षा इन दिनों मौसमी बीमारियों से त्रस्त मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हुआ है. चिकित्सकों की निजी क्लिनिकों में भी मरीजों की कतार लगी हुई है. अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार कोरोना महामारी के भय के बीच इन दिनों मौसमी बीमारियों के प्रकोप चलते मरीजों की संख्या में डेढ़ गुना इजाफा हुआ है. जिला अस्पताल के चिकित्सक डीएन शर्मा ने बताया कि इन दिनों मौसमी बीमारियों में जुकाम, खांसी, बुखार, पेट दर्द और चर्मरोग जैसी शिकायतें लोगों को हो रही है.
पढ़ें: COVID-19 : प्रदेश में कोरोना के 499 नए मामले, कुल आंकड़ा 50 हजार के पार, अबतक 776 मौतें
मौसमी बीमारियों की चपेट में आया मरीज कोरोना संक्रमण के भय के कारण जुकाम और खांसी होने पर फौरान डॉक्टरों के पास पहुंच रहे हैं. मेडिसिन और चर्म रोग विशेषज्ञों के पास ज्यादा मरीज मरीज पहुंच रहे हैं. हालात ये है कि पर्ची काउंटर, ओपीडी, जांच केंद्र और दवा काउंटर पर मरीजों की लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं. इस दौरान लोग सोशल डिस्टेंसिंग भी भूल रहे हैं.
ये सावधानियां बरतने की आवश्यकता
जिला अस्पताल के फिजिशियन डॉ. शैलेंद्र गुप्ता ने बताया कि मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए सावधानी बरतने की आवश्यकता है. लोग रात को पंखा कम स्पीड पर चलाकर सोएं या पंखे को बंद कर सोएं, भीड़-भाड़ वाली जगहों में जाने से बचें, वसायुक्त भोजन ना करें, खान-पीने का विशेष ध्यान रखें और जितना हो सके खाने में फलों का प्रयोग करें.
फल-सब्जियों को साफ पानी में धोकर ही प्रयोग में लें. इसी के साथ काेरोना संक्रमण से बचाव के लिए मास्क पहनकर निकलें और बार-बार हाथ धोएं. किसी भी प्रकार की बीमारी होने पर चिकित्सक से सलाह लें.