करौली. ग्राम विकास एवं पंचायती राज मंत्री रमेश मीणा शनिवार को करौली दौरे पर रहे. इस दौरान मंत्री रमेश मीणा ने उत्तर भारत के प्रसिद्ध आस्थाधाम कैलादेवी मन्दिर और मदनमोहन मंदिर ट्रस्ट पर निशाना साधा. मंत्री ने कहा कि कैलादेवी ट्रस्ट लूट और कमाई का जरिया बना हुआ (Ramesh Meena targets Kaila Devi temple trust) है. ट्रस्ट के माध्यम से कोई विकास कार्य नहीं किए जाते, ना ही कैलादेवी आने वाले श्रद्धालुओं को कोई सुविधाएं प्रदान की जाती हैं.
उन्होंने कहा कि निशुल्क धर्मशाला में भी श्रद्धालुओं से मनमाना किराया वसूला जाता है. मंत्री ने कहा कि ट्रस्ट ने कैलादेवी में कई धर्मशाला को अवैध रूप से बनवा कर कब्जा किया हुआ है. इतना ही नहीं बेशकीमती जमीन पर होम्योपैथिक अस्पताल बनाने के नाम पर कब्जा किया और अब उस पर लग्जरी धर्मशाला बनाकर श्रद्धालुओं से मनमाना किराया वसूला जा रहा है. इसी प्रकार मदनमोहन जी ट्रस्ट में भी मनमानी की जा रही है. मंत्री ने कहा कि कई मंदिरों में हुए हादसों के बाद भी कोई सबक नहीं लिया जा रहा. मंदिर में प्रवेश और निकासी के अलग-अलग गेट नहीं हैं. रेलिंग व्यवस्था से श्रद्धालुओं को भारी परेशानी हो रही है.
पढ़ें: श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर ट्रस्ट की ऑडिट से छूट की मांग वाली याचिका खारिज
इतना ही नहीं मदन मोहन जी मंदिर ट्रस्ट (Madan Mohanji Mandir trust) प्रबंधक श्रद्धालुओं की सुविधाओं की अवहेलना कर रहे हैं. मंत्री ने कहा कि इस बारे में मुख्यमंत्री से वार्ता कर ट्रस्ट का अधिग्रहण कराने और प्रशासक नियुक्त कराने के प्रयास किए जाएंगे. जिससे आय-व्यय का ब्यौरा धरातल पर सामने आ सके और श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सके. बता दें कि कैला देवी मंदिर ट्रस्ट और मदनमोहन जी मंदिर करौली रियासत के अधीन है और करौली राज परिवार के प्रमुख राजा कृष्ण चंद्र पाल इसके ट्रस्टी हैं. किशनपाल वसुंधरा राजे की भाजपा सरकार में डांग विकास बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके हैं. वहीं उनकी पत्नी रोहिणी देवी करौली की भाजपा से विधायक रह चुकी हैं.