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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना दिवस पर निकाला पथ संचलन, जगह-जगह हुई पुष्प वर्षा

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के अवसर पर रविवार को स्वयंसेवकों ने पथ संचलन कार्यक्रम का आयोजन किया. इस दौरान जगह-जगह उन पर पुष्प वर्षा की गई. वहीं, पथ संचलन के समापन पर बौद्धिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया.

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Published : Oct 20, 2019, 8:27 PM IST

पथ संचलन, cult movement

करौली. जिले के श्रीमहावीरजी कस्बे में रविवार को स्थापना दिवस के अवसर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सेवकों की ओर से पथ संचलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें सैकड़ों की तादाद में सेवकों ने भाग लिया. पथ संचलन के दौरान स्वयं सेवक पूर्ण अनुशासन और शालीनता से प्रमुख मार्गों से होते हुए गंतव्य स्थल पर पहुंचे. इस मौके पर सेवकों का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना पर पथ संचलन कार्यक्रम आयोजित

स्वयंसेवक ने बताया कि संघ के स्थापना दिवस के अवसर पर पंथ संचलन कस्बे के खेल मैदान से शुरू होकर वापस खेल मैदान पर आकर समाप्त हुआ. इस दौरान दर्जनों स्थानों पर स्थानीय कस्बेवासियों ने बढ़-चढ़कर स्वयंसेवकों के पद संचलन पर पुष्प वर्षा की. इस मौके पर पथ संचलन के समापन पर बौद्धिक कार्यक्रम आयोजित किए गए. जिसमें मुख्य अतिथि जैन मुनि सागर महाराज रहे.

पढ़ें. राजस्थान उप चुनाव: आज थम जाएगा प्रचार-प्रसार का शोर, कई नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर

महाराज ने बौद्धिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा की सनातन परंपराओं के निर्वहन के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्य करता है. सनातन परंपराओं को पुनर्जीवित कर सनातन संस्कृति के विकास में सभी का योगदान अनिवार्य है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विश्व का सबसे बड़ा संगठन है. जो सनातन परंपराओं को निर्बाध रूप से आगे बढ़ा रहा है. इस मौके पर क्षेत्र के सैकड़ों स्वयं सेवकों ने अनुशासन शालीनता के साथ पथ संचलन में सम्मिलित हुए.

करौली. जिले के श्रीमहावीरजी कस्बे में रविवार को स्थापना दिवस के अवसर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सेवकों की ओर से पथ संचलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें सैकड़ों की तादाद में सेवकों ने भाग लिया. पथ संचलन के दौरान स्वयं सेवक पूर्ण अनुशासन और शालीनता से प्रमुख मार्गों से होते हुए गंतव्य स्थल पर पहुंचे. इस मौके पर सेवकों का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना पर पथ संचलन कार्यक्रम आयोजित

स्वयंसेवक ने बताया कि संघ के स्थापना दिवस के अवसर पर पंथ संचलन कस्बे के खेल मैदान से शुरू होकर वापस खेल मैदान पर आकर समाप्त हुआ. इस दौरान दर्जनों स्थानों पर स्थानीय कस्बेवासियों ने बढ़-चढ़कर स्वयंसेवकों के पद संचलन पर पुष्प वर्षा की. इस मौके पर पथ संचलन के समापन पर बौद्धिक कार्यक्रम आयोजित किए गए. जिसमें मुख्य अतिथि जैन मुनि सागर महाराज रहे.

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महाराज ने बौद्धिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा की सनातन परंपराओं के निर्वहन के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्य करता है. सनातन परंपराओं को पुनर्जीवित कर सनातन संस्कृति के विकास में सभी का योगदान अनिवार्य है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विश्व का सबसे बड़ा संगठन है. जो सनातन परंपराओं को निर्बाध रूप से आगे बढ़ा रहा है. इस मौके पर क्षेत्र के सैकड़ों स्वयं सेवकों ने अनुशासन शालीनता के साथ पथ संचलन में सम्मिलित हुए.

Intro:
करौली के श्रीमहावीरजी कस्बे मे रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ स्थापना के अवसर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सेवको द्वारा पद संचलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें सैकड़ों की तादाद में सेवको ने भाग लिया.स्वयं सेवक पूर्ण अनुशासन और शालीनता से प्रमुख मार्गों से होते हुए गंतव्य स्थल पर पहुंचे.पंथ संचलन के दोरान सेवको का जगह जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया.


Body:राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ स्थापना के अवसर पर सेवको ने निकाला पंथ संचलन,दर्जनों जगह लोगो ने किया स्वागत,

करौली

करौली के श्रीमहावीरजी कस्बे मे रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ स्थापना के अवसर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सेवको द्वारा पद संचलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें सैकड़ों की तादाद में सेवको ने भाग लिया.स्वयं सेवक पूर्ण अनुशासन और शालीनता से प्रमुख मार्गों से होते हुए गंतव्य स्थल पर पहुंचे.पंथ संचलन के दोरान सेवको का जगह जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया.

स्वयंसेवको ने बताया की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ स्थापना दिवस के अवसर पर पथ संचलन का कार्यक्रम आयोजित किया गया.पंथ संचलन कस्बे के खेल मैदान से शुरू होकर वापस खेल मैदान पर आकर समाप्त हुआ. इस दौरान दर्जनों स्थानों पर स्थानीय कस्बेवासियों ने बढ़-चढ़कर स्वयंसेवकों के पद संचलन पर पुष्प वर्षा की. पथ संचलन के समापन पर बौद्धिक कार्यक्रम आयोजित हुआ.जिसमे मुख्य अतिथि जैन मुनि सागर महाराज ने  बौद्धिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा की सनातन परंपराओं के निर्वहन के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्य करता है. सनातन परंपराओं को पुनर्जीवित कर सनातन संस्कृति के विकास में सभी का योगदान अनिवार्य है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विश्व का सबसे बड़ा संगठन है. जो सनातन परंपराओं को निर्बाध रूप से आगे बढ़ा रहा है. इस मौके पर क्षेत्र के सैकड़ों स्वयं सेवको ने अनुशासन शालीनता के साथ पथ संचलन में सम्मिलित हुए.

वाईट-------राजेश मीणा स्वयंसेवक


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