करौली. सांसद डॉ. मनोज राजोरिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के प्रबंधन निदेशक राजेश्वर सिंह को पत्र लिखा है. साथ ही मांग किया है कि करौली बस डिपो की सभी व्यवस्थाओं को दुरस्त करवाकर जिला मुख्यालय से ही संचालन किया जाए.
उन्होंने पत्र के माध्यम से बताया है कि मुख्यालय पर स्थित करौली बस डिपो, जिसका अस्थाई संचालन हिंडौन रोडवेज बस डिपो से हो रहा है. करौली बस डिपो के लिए करौली में स्थापित किए गए डीजल पंप को उपयोग नहीं होने के कारण यहां से हटाने के लिए कंपनी द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं. इसके अलावा करौली डिपो से मुख्य प्रबंधक का पद भी हटा दिया गया है. साथ ही करौली डिपो के नाम से नियुक्त अधिकांश कार्मिकों को हिंडौन बस डिपो में बुला लिया गया है. करौली बस डिपो में काफी बजट खर्च करने के उपरांत भी करौली डिपो का स्वतंत्र संचार होने के स्थान पर यहां से धीरे-धीरे व्यवस्थाएं समेटी जा रही हैं. इससे करौली वासियों में भारी रोष है.
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सांसद ने बताया कि करौली जिला मुख्यालय से धौलपुर, जयपुर, दौसा, सवाई माधोपुर और कोटा सहित आदि शहरों के लिए पृथक-पृथक राष्ट्रीय एवं राजमार्ग गुजरते हैं. इसके साथ ही चंबल पुल का निर्माण पूर्ण होने के साथ ही मध्यप्रदेश राज्य से जुड़ने से यहां से अंतरराज्यीय आवागमन भी बढ़ेगा. ऐसे में करौली रोडवेज बस डिपो का संचालन बंद करना करौली जिला मुख्यालय एवं इस क्षेत्र के विकास में अवरोध उत्पन्न करने जैसा है. सांसद ने मुख्यमंत्री, परिवहन मंत्री और प्रबन्ध निदेशक से मांग की है कि करौली बस डिपो से संबंधित सभी व्यवस्था को दुरस्त करते हुए इसका संचालन करौली जिला मुख्यालय से स्वतंत्र रूप से करवाया जाए.