करौली. राजस्थान में अपनी ही सरकार के खिलाफ लगातार बयानबाजी और सदन में महिला अत्याचारों को लेकर सरकार को घेरने वाले गहलोत मंत्रिमंडल से बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा पर पंचायती राज मंत्री रमेश चंद मीणा ने जुबानी हमला बोला है. बर्खास्त मंत्री गुढ़ा पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि खुद भ्रष्ट आदमी भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के बजाय खुद अपनी गिरेबान में झांके.
करौली में ईटीवी भारत से मुखातिब होते हुए मंत्री रमेश ने बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा की लाल डायरी को लेकर भी बड़ा बयान दिया हैं. मंत्री रमेश ने बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा की लाल डायरी को सफेद कागजों का पुलिंदा बताया. उन्होंने कहा कि लाल डायरी में सिर्फ कवर ही लाल है और वह सफेद कागजों का पुलिंदा है. लाल डायरी तो राजनीतिक मुद्दा है जैसे-जैसे राजस्थान विधानसभा चुनाव नजदीक आएंगे ऐसी बहुत डायरी आएगी और ऐसी बहुत बातें आएंगी. लाल डायरी में कोई दम नहीं है कोई सबूत नहीं है.
जो लाल डायरी विधानसभा में लहराई गई थी वह सिर्फ सफेद कागजों का एक पुलिंदा था. सिर्फ उस पर लाल कवर लगा हुआ था. यदि वह वास्तव में डायरी होती तो वे डायरी का खुलासा क्यों नहीं करते. गुढ़ा खुलासा करें कि कांग्रेस सरकार ने ये ये काम गलत किए हैं या ये आदमी ने करप्शन किया है. पहले आदमी को स्वयं के गिरेबान में झांकना चाहिए. उसके बाद आगे बात करनी चाहिए. जो लोग खुद भ्रष्ट है वह भ्रष्टाचार की बात करते हैं.
इसके साथ ही पंचायती राज मंत्री रमेश चंद मीणा ने लगे हाथों अपने राजनीतिक दुश्मन कहे जाने वाले राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा पर भी बातों ही बातों में निशाना साधा. मंत्री रमेश ने राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा पर निशाना साधते हुए कहा कि आपने और भी नेता देखे हैं जो लाशों पर बैठते हैं और लाशों की बातें करते हैं लेकिन खुद के गिरेबान में झांके और सरकार जो विकास कर रही है उसकी सराहना उनसे हो नहीं पाती.
इसके साथ ही मंत्री रमेश ने भारतीय जनता पार्टी सहित अन्य पार्टियों पर भी अपनी भड़ास निकालते हुए कहा कि अब जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएंगे इन पार्टियों के लोग हिंदू-मुस्लिम या अन्य वर्ग के लोगों को लड़ाने का काम करेंगे. अफवाह फैलाने का काम करेंगे ये लोग विकास नहीं करेंगे. इसलिए इन लोगों को कम से कम विकास में सहयोग करना चाहिए. वहीं करौली जिला मुख्यालय के मंडरायल रोड पर गुरूवार को पीएम नरेंद्र मोदी केे वर्चुअल शिलान्यास पर भी मंत्री रमेश मीना ने निशाना साधते हुए कहा कि जब मेडिकल कॉलेज का निर्माण हो गया है तो अब शिलान्यास किस बात का. अब तो उद्घाटन होना चाहिए था.
उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज के लिए अथक प्रयास करके कॉलेज की जगह चिन्हित करके कड़ी मेहनत के साथ निर्माण कराया गया है. जबकि भाजपा के लोग इसका श्रेय लेते हैं. कोई भी सरकार अगर जनता के विकास का काम करती है तो एहसान नहीं करती है. जनप्रतिनिधि जनता का ट्रस्टी होता है और जनता के विकास के काम करवाना उनका कर्तव्य होता है. जबकि भाजपा की सरकार दो करोड़ लोगों को रोजगार देने, 15 लाख रुपए खाते में आने और किसानों की आय दुगनी देने का झांसा देकर अफवाह फैलाने का काम करती है.