करौली. कोरोना संकट के चलते देश में लॉकडाउन जारी है. वहीं, अब सरकार के निर्देश के बाद अन्य राज्यों और राजस्थान के जिलों में फंसे मजदूरों और अन्य प्रवासियों का अपने घरों पर आना शुरू हो गया है. इसके चलते करौली जिला प्रशासन सतर्क है.
![Migrants coming Karauli, करौली न्यूज़](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/030520-rj-krl-chekpost-pkj-1_03052020114346_0305f_1588486426_572.jpg)
वहीं, करौली के मंडरायल कस्बे की सीमा से लगे मध्यप्रदेश से मजदूरों का आना शुरू हो गया है. इसके बाद प्रशासन ने चेक पोस्ट स्थापित कर डेरा डाल लिया है. अधिकारी और कार्मिक 24 घंटे चेक पोस्ट पर रहकर बाहर से आने वाले लोगों पर नजर रख रहे हैं.
एसडीएम हेमराज गुर्जर ने बताया कि मंडरायल क्षेत्र के ज्यादातर लोग दक्षिण भारत में मजदूरी का कार्य करते हैं. उन्हें सरकार ने घरों तक पहुंचाने के लिए सुविधा की है. प्रवासी मजदूरों को निकालने के लिए प्रशासन द्वारा चंबल नदी के राजघाट बॉर्डर पर चेक पोस्ट स्थापित की गई है. चेक पोस्ट पर बाहर से आने वाले प्रवासियों की स्क्रीनिंग और जांच के बाद उनको सरकारी वाहनों से घरों तक पहुंचा कर आइसोलेट करवाया जा रहा है, जिससे कोरोना संक्रमण का खतरा ना बढ़े.
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एसडीएम ने कहा कि चंबल नदी के राजघाट पर लॉकडाउन के चलते पांटून पुल को हटा दिया गया था, जिससे अन्य राज्य का कोई भी व्यक्ति जिले में प्रवेश ना कर सके. लेकिन, अब पांटून पुल को दोबारा बांधने के लिए मध्यप्रदेश प्रशासन से वार्ता की है. इससे प्रवासी मजदूरों को आने में किसी असुविधा का सामना ना करना पड़े. प्रशासन द्वारा बॉर्डर के पास टेंट, लाइटिंग, भोजन और पानी की व्यवस्था की गई है. साथ ही मेडिकल टीम भी लोगों की स्क्रीनिंग कर रही है. करीब 50 लोग मध्य प्रदेश राज्य से आ चुके हैं. उनकी स्क्रीनिंग कर उनको होम आइसोलेट करवाया गया है.
बता दें कि सरकार के निर्देश के बाद प्रशासन ने जिले में बाहर से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग करने के लिये 9 चेक पोस्ट स्थापित की गई है. प्रवासियों को जांच पड़ताल के बाद ही चेक पोस्ट पर नियुक्त कार्मिक प्रवेश दे रहे है. ये सभी चेकपोस्ट 24 घंटे संचालित की जा रही है.