करौली. जिले में शुक्रवार को अमरेकी चोबेकी गांव के सैकड़ों महिला-पुरुषों ने जिला कलेक्ट्रेट में गुर्जर नेता विजय बैसला के नेतृत्व में कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग से मूलभूत सुविधाओं की समस्या समाधान की मांग की. साथ ही समस्या का समाधान नहीं होने पर आदोलन की चेतावनी दी.
दरअसल करौली जिले के अमरेकी चोबेकी डांग क्षेत्र में आज भी मूलभूत सुविधाओं का अभाव बना हुआ है. गांव में जाने के लिए ना तो सड़क है, ना बिजली, ना उपस्वास्थ्य केन्द्र और ना पीने को स्वच्छ पानी है, लेकिन कार्मिक महीने में चुनिंदा दिनों में ही जाकर अपने कार्य की इतश्री कर लेते है.
गांव के ग्रामीणों ने बिजली तो कभी देखी ही नहीं, शाम होते ही गांव में अंधेरा और सन्नाटा छा जाता है. पर्याप्त चिकित्सा सुविधा नहीं मिलने के अभाव में गर्भवती महिलाओं का सड़क पर ही प्रसव हो जाता है और चिकित्सा सुविधा नहीं मिलने की वजह से जच्चा और बच्चा की मौत तक हो जाती है.
यह बात हम नहीं कह रहे है, यह बात गुर्जर नेता विजय बैंसला के नेतृत्व में सैकड़ों ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर के सामने रखी. जिसके बाद जिला कलेक्टर ने भी मोके पर चिकित्सा एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियो को शीघ्रता से व्यवस्था सुधारने के लिए निर्देशित किया और ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि वह खुद आपके गांव में आकर स्थिति का जायजा लेकर निस्तारण का प्रयास करेंगे.
गुर्जर नेता विजय बैंसला ने बताया कि उनके मायने में आज का दिन ऐतिहासिक दिन है, जहां 74 साल से जो लोग डांग में रह रहे हैं, वह बिना बिजली और बिना पानी के रह रहे है. आज सब कलेक्ट्रेट आए और पहली बार जिला कलेक्टर से मुलाकात की और अपनी विपदाओं का हल करने की मांग की. विजय बैंसला ने बताया कि आमरेकी चोबेकी गांव मे 74 साल से मूलभूत सुविधाओं का अभाव बना हुआ है. गांव में मेडिकल स्टाफ आता नहीं है. अध्यापक जो गांव में लगे हुए हैं, वो ट्रक चलवाकर खनन का कार्य कर रहे हैं.
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विजय बैसला ने विधायक सासंद पर तंज कसते हुए कहा कि वो ग्रामीणों की सुध तक नहीं लेते है. आज जिला कलेक्टर से मुलाकात करके ग्रामीणों की समस्या से अवगत करवाया गया है. जिला कलेक्टर ने टीम के साथ गांव का निरिक्षण कर समस्याओं का समाधान करने का अश्वावसन दिया है.