ETV Bharat / state

करौलीः देशव्यापी आंदोलन के दौरान झूठे मुकदमें को वापस लेने की मांग को लेकर SC/ST समाज का प्रदर्शन - एसटी-एससी समाज

2 अप्रैल 2018 को एसटी-एससी समाज के देशव्यापी आंदोलन के दौरान लगे झूठे मुकदमों को वापस लेने की मांग को लेकर समाज के युवाओं ने सोमवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.

Demonstration demanding withdrawal of false cases during nationwide agitation, karauli news, करौली न्यूज
देशव्यापी आंदोलन के दौरान लगे झूठे मुकदमों को वापस लेने की मांग को लेकर प्रदर्शन
author img

By

Published : Dec 2, 2019, 10:25 PM IST

करौली. जिले में मगंलवार को एसटी-एससी समाज के देशव्यापी आंदोलन के दौरान लगे झूठे मुकदमों को वापस लेने की मांग को लेकर युवाओं ने सोमवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया.

देशव्यापी आंदोलन के दौरान लगे झूठे मुकदमों को वापस लेने की मांग को लेकर प्रदर्शन

युवाओं ने बताया की एसटी-एससी समाज द्वारा 2 अप्रैल 2018 को भारत बंद का आह्वान किया गया था. इस दौरान राज्य के कई जिलों में शांतिपूर्ण आंदोलन रैलियों का आयोजन किया गया. रैली के दौरान कई स्थानों पर अन्य सामाजिक संगठनों और असामाजिक तत्वों द्वारा आंदोलन में व्यवधान उत्पन्न किया गया था. वहीं आंदोलन को असफल करने और अशांति फैलाने का प्रयास किया गया.

पढ़ेंः करौलीः खाद्य मंत्री के इलाके के डीलर ने बांसवाड़ा और भीलवाड़ा के गरीबों के गेहूं पर मारी सेंध

इस दौरान एससी-एसटी के लोगों पर देशव्यापी आंदोलन के दौरान पूर्व की भाजपा सरकार द्वारा राजस्थान में निर्दोष लोगों पर झूठे मुकदमे लगाये गए और बेवजह फंसाया गया था. इसी के संदर्भ में मगंलवार को मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंप इन मुकदमों में से निर्दोष लोगों को बरी करने की मांग की गई है.

करौली. जिले में मगंलवार को एसटी-एससी समाज के देशव्यापी आंदोलन के दौरान लगे झूठे मुकदमों को वापस लेने की मांग को लेकर युवाओं ने सोमवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया.

देशव्यापी आंदोलन के दौरान लगे झूठे मुकदमों को वापस लेने की मांग को लेकर प्रदर्शन

युवाओं ने बताया की एसटी-एससी समाज द्वारा 2 अप्रैल 2018 को भारत बंद का आह्वान किया गया था. इस दौरान राज्य के कई जिलों में शांतिपूर्ण आंदोलन रैलियों का आयोजन किया गया. रैली के दौरान कई स्थानों पर अन्य सामाजिक संगठनों और असामाजिक तत्वों द्वारा आंदोलन में व्यवधान उत्पन्न किया गया था. वहीं आंदोलन को असफल करने और अशांति फैलाने का प्रयास किया गया.

पढ़ेंः करौलीः खाद्य मंत्री के इलाके के डीलर ने बांसवाड़ा और भीलवाड़ा के गरीबों के गेहूं पर मारी सेंध

इस दौरान एससी-एसटी के लोगों पर देशव्यापी आंदोलन के दौरान पूर्व की भाजपा सरकार द्वारा राजस्थान में निर्दोष लोगों पर झूठे मुकदमे लगाये गए और बेवजह फंसाया गया था. इसी के संदर्भ में मगंलवार को मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंप इन मुकदमों में से निर्दोष लोगों को बरी करने की मांग की गई है.

Intro: 2 अप्रैल 2018 को एसटी एससी समाज के देशव्यापी आंदोलन के दौरान लगे झूठे मुकदमों को वापस लेने की मांग को लेकर समाज के युवाओं ने सोमवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.


Body:करौलीः2 अप्रैल को एसटी एससी समाज के देशव्यापी आंदोलन के दौरान लगे झूठे मुकदमों को वापस लेने की मांग को लेकर युवाओं ने किया प्रदर्शन

करौली

2 अप्रैल 2018 को एसटी एससी समाज के देशव्यापी आंदोलन के दौरान लगे झूठे मुकदमों को वापस लेने की मांग को लेकर समाज के युवाओं ने सोमवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.

समाज के युवाओं ने बताया की एसटी एससी समाज द्वारा 2 अप्रैल 2018 को भारत बंद का आह्वान किया गया था. इस दौरान राज्य के कई जिलों में शांतिपूर्ण आंदोलन रैलियों का आयोजन किया गया.रैली, आंदोलन के दौरान कई स्थानों पर अन्य सामाजिक संगठनों,एव असामाजिक तत्वों द्वारा आन्दोलन मे व्यवधान उत्पन्न किया गया. आंदोलन को असफल करने व अशांति फैलाने का प्रयास किया गया.. 2 अप्रैल को एससी एसटी के लोगों पर देशव्यापी आंदोलन के दौरान पूर्व की भाजपा सरकार द्वारा राजस्थान में निर्दोष लोगो पर झूठे मुकदमे लगाये गये. और बेवजह फंसाया गया. आज मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंप इन मुकदमों में से निर्दोष लोगों को बरी करने की मांग की गई है. इस अवसर पर एसटी एससी समाज के दर्जनभर युवा मौजूद रहे,

वाइट--- राजेंद्र मनेमा प्रदर्शनकारी


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.