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करौली: NSUI कार्यकर्ताओं ने विभिन्न मांगों को लेकर किया प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन

करौली में एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को स्टूडेंट्स की विभिन्न मांगों को धरना प्रदर्शन किया और सीएम अशोक गहलोत के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने बताया कि मुख्य मांग प्रथम वर्ष और द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों को जनरल प्रमोट करने के साथ ही अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को पिछले वर्ष के आधार पर 10 फीसदी अधिक अंक देकर प्रमोट करने की है.

Karauli NSUI activists,  एनएसयूआई के कार्यकर्ता
करौली में एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
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Published : Jun 24, 2020, 10:43 PM IST

Updated : Jun 24, 2020, 11:41 PM IST

करौली. जिले के राजकीय महाविद्यालय के सामने बुधवार को विभिन्न मांगों को लेकर एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया. धरना प्रदर्शन के बाद एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने सीएम अशोक गहलोत के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन के जरिए स्टूडेंट्स की समस्याओं का समाधान करने की मांग की. साथ ही मांगें पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन और भूख हड़ताल पर बैठने की चेतावनी दी.

राजकीय महाविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष राजेंद्र मनेमा और छात्र नेता धर्म मीना ने बताया कि छात्रों के हक की मांगों को लेकर एनएसयूआई के बैनर तले महाविद्यालय के गेट पर धरना प्रदर्शन किया गया है. इसमें मुख्य मांग प्रथम वर्ष और द्वितीय वर्ष के छात्रों को जनरल प्रमोट करने के साथ ही अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को पिछले वर्ष के आधार पर 10 फीसदी अधिक अंक देकर प्रमोट करने की है. साथ ही विद्यार्थियों के कमरों का 3 महीने का किराया माफ करने की मांग की गई है.

पढ़ें: जयपुर में बाबा रामदेव के खिलाफ RTI एक्टिविस्ट ने थाने में दिया परिवाद

एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने बताया कि देश-प्रदेश में कोरोना संक्रमण दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है. ऐसे में राजस्थान सरकार ने प्रथम और द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों को अस्थाई रूप से प्रमोट किया है, जबकि सभी को पता है कि आने वाले समय में कॉलेज की परीक्षा करवाना विद्यार्थियों के जीवन के साथ खिलवाड़ करना है. परीक्षा के दौरान विद्यार्थियों की भीड़ को नियंत्रित करना कठिन होता है. ऐसे में कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना रहेगी.

एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने कहना है कि प्रदेश भर में लंबे समय तक लॉकडाउन रहा. इस दौरान सभी विद्यार्थी अपने घरों में ही रहे. ज्यादातर विद्यार्थी आर्थिक रूप से कमजोर तबके से आते हैं, जो किसी को किराया देने में असमर्थ हैं. लेकिन, अभी तक कमरों का किराया माफ करने के लिए सरकार द्वारा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है. ऐसे में सरकार से विद्यार्थियों के हित को ध्यान में रखते हुए.किराया माफी का आदेश जारी करने और सभी विद्यार्थियों को स्थायी रूप से अगली कक्षा मे प्रमोट करने की मांग की गई है.

पढ़ें: राजस्थान में दवा बिकी तो जेल में होंगे बाबा रामदेव: रघु शर्मा

एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर सरकार विद्यार्थियों के हितों को ध्यान में रखकर उचित निर्णय नहीं लेती है तो विद्यार्थी वर्ग को उग्र आंदोलन और भूख हड़ताल पर बैठने को मजबूर होना पडेगा. इस दौरान छात्रसंघ अध्यक्ष रविंद्र जाटव के साथ ही नरेंद्र चौधरी सहित कई छात्र नेता मौजूद रहे.

करौली. जिले के राजकीय महाविद्यालय के सामने बुधवार को विभिन्न मांगों को लेकर एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया. धरना प्रदर्शन के बाद एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने सीएम अशोक गहलोत के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन के जरिए स्टूडेंट्स की समस्याओं का समाधान करने की मांग की. साथ ही मांगें पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन और भूख हड़ताल पर बैठने की चेतावनी दी.

राजकीय महाविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष राजेंद्र मनेमा और छात्र नेता धर्म मीना ने बताया कि छात्रों के हक की मांगों को लेकर एनएसयूआई के बैनर तले महाविद्यालय के गेट पर धरना प्रदर्शन किया गया है. इसमें मुख्य मांग प्रथम वर्ष और द्वितीय वर्ष के छात्रों को जनरल प्रमोट करने के साथ ही अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को पिछले वर्ष के आधार पर 10 फीसदी अधिक अंक देकर प्रमोट करने की है. साथ ही विद्यार्थियों के कमरों का 3 महीने का किराया माफ करने की मांग की गई है.

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एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने बताया कि देश-प्रदेश में कोरोना संक्रमण दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है. ऐसे में राजस्थान सरकार ने प्रथम और द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों को अस्थाई रूप से प्रमोट किया है, जबकि सभी को पता है कि आने वाले समय में कॉलेज की परीक्षा करवाना विद्यार्थियों के जीवन के साथ खिलवाड़ करना है. परीक्षा के दौरान विद्यार्थियों की भीड़ को नियंत्रित करना कठिन होता है. ऐसे में कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना रहेगी.

एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने कहना है कि प्रदेश भर में लंबे समय तक लॉकडाउन रहा. इस दौरान सभी विद्यार्थी अपने घरों में ही रहे. ज्यादातर विद्यार्थी आर्थिक रूप से कमजोर तबके से आते हैं, जो किसी को किराया देने में असमर्थ हैं. लेकिन, अभी तक कमरों का किराया माफ करने के लिए सरकार द्वारा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है. ऐसे में सरकार से विद्यार्थियों के हित को ध्यान में रखते हुए.किराया माफी का आदेश जारी करने और सभी विद्यार्थियों को स्थायी रूप से अगली कक्षा मे प्रमोट करने की मांग की गई है.

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एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर सरकार विद्यार्थियों के हितों को ध्यान में रखकर उचित निर्णय नहीं लेती है तो विद्यार्थी वर्ग को उग्र आंदोलन और भूख हड़ताल पर बैठने को मजबूर होना पडेगा. इस दौरान छात्रसंघ अध्यक्ष रविंद्र जाटव के साथ ही नरेंद्र चौधरी सहित कई छात्र नेता मौजूद रहे.

Last Updated : Jun 24, 2020, 11:41 PM IST
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