करौली. जिले में पुजारी की मौत पर चल रहे धरने पर अब सियासत तेज हो गई है. धरने में पहुंचे सांसद मनोज राजोरिया ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कांग्रेस सरकार पर जमकर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था विफल है, अराजकता की स्थिति फैली हुई है. जब तक पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिलेगा और हमारी मांग पूरी नहीं हो जाएगी तब तक धरना जारी रहेगा.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए डॉ. मनोज राजोरिया ने कहा कि बुकना गांव में जिस तरीके से एक पुजारी को जलाकर नरसिंह हत्या की गई वह हृदय विदारक और निंदा जनक घटना है. जिस प्रकार से कांग्रेस सरकार आंखें बंद करके बैठी हुई है कोई संवेदना नहीं बची है. जनता को कोई राहत नहीं दे रही है. हम आशा करते हैं और मांग करते हैं कि सरकार जल्द से जल्द इस परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दें. अभी तक इस संबंध में पीड़ित परिवार को किसी प्रकार की आर्थिक सहायता देने के लिए बातचीत नहीं हो पाई है.
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धरने को लेकर ईटीवी भारत ने जब बातचीत की तो सांसद राजोरिया ने कहा कि यह धरना तब तक जारी रहेगा जब तक पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिल जाता. चाहे इसके लिए हमें जयपुर तक जाना पड़े या फिर हमें दिल्ली तक जाना पड़े. अभी तक पीड़ित परिवार के पास राज्या सरकार का कोई भी नुमाइंदा या प्रतिनिधि नहीं आया है. ना ही किसी प्रकार की आने की सूचना है.
इसके बाद एक ईटीवी भारत ने जब सांसद मनोज राजोरिया से हाथरस घटना पर राहुल गांधी के पहुंचने पर सवाल किया तो सांसद मनोज राजोरिया ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस तरीके से राहुल गांधी जी और उनके संगठन के प्रतिनिधि हाथरस में पीड़ित परिवार के घर पहुंचे थे, लेकिन यहां पर सरकार का कोई भी नुमाइंदा या प्रतिनिधि नहीं पहुंचा है. कांग्रेस सरकार पीड़ित परिवार के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाते हैं. वह क्षेत्र देखते हैं, जाति देखते हैं, धर्म देखते हैं, कांग्रेस सरकार को न्याय नहीं दिखता.
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ईटीवी भारत की टीम ने जब अन्य लोगों की ओर से आर्थिक सहायता देने की बात की तो राजोरिया ने बताया कि पीड़ित परिवार को मेरी तरफ से एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी गई है. राज्या सभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा की ओर से भी एक लाख की आर्थिक सहायता दी गई है. वहीं, विप्र फाउंडेशन सहित विभिन्न संगठनों की ओर से सहायता राशि दी जा रही है, लेकिन राज्य सरकार पीड़ित को आर्थिक सहायता देने के लिए यहां पर नहीं पहुंची है. गहलोत सरकार जिस प्रकार से पीड़ित परिवार के लिए भावना हीन हो चुकी है यह बहुत ही दुखद है. यदि गहलोत सरकार पीड़ित परिवार की भावनाएं नहीं सुनेगी तो हम सब पीड़ित परिवार के साथ है और साथ दिया है और आगे भी साथ देते रहेंगे.
ईटीवी भारत की टीम ने जब से सांसद राजोरिया से सवाल किया कि क्या दोषियों को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है, तो इस पर उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि दोषियों को राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है तभी अभी तक आरोपी गिरफ्तार नहीं हो पाए हैं और सरकार के संरक्षण के बिना कोई भी अपराधी एक व्यक्ति को जिंदा नहीं जला सकता. करौली जिला ही नहीं पूरे राजस्थान में कानून व्यवस्था चौपट हो चुकी है.
वहीं, राज्य सरकार पर जमकर कटाक्ष करते हुए सांसद राजोरिया ने कहा कि राज्य सरकार अपराधियों के साथ भू माफियाओं और ड्रग माफियाओं के साथ बजरी माफियाओं के साथ भी अपना गठबंधन कर चुकी है. कानून व्यवस्था नियंत्रण से बाहर है. जिसके कारण राजस्थान की जनता त्राहिमाम त्राहिमाम कर रही है, लेकिन राज्य सरकार के कान पर जूं नहीं रेंग रही है. राज्य सरकार आंखें बंद करके कान बंद करके मुंह बंद करके सत्ता पर बैठी हुई है.