करौली. जिले में एक बार फिर से कोरोना अपने पैर पसारता जा रहा है. दिनोदिन कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. कोरोना महामारी को ध्यान मे रखते हुए जिला प्रशासन ने करौली, हिण्डौन, टोडाभीम शहर में जहां नाईट कर्फ्यू लागू किया है. वहीं कैलादेवी मंदिर ट्रस्ट प्रशासन ने गुरुवार से कैलामाता के बंद रखने का निर्णय लिया है. श्रद्धालुओं के लिए मंदिर में प्रवेश बंद कर दिया गया है.
दरअसल राजस्थान के उत्तरी पूर्वी में प्रसिद्ध कैला देवी मंदिर में आगरा, मध्यप्रदेश, मथुरा, दिल्ली, हरियाणा, मुंबई और अन्य राज्यों से हजारों भक्त दर्शन करने आते हैं. गुरुवार को श्री कैलादेवी टैम्पल ट्रस्ट के प्रबंधक महेश चंद्र शर्मा ने पत्र जारी किया है. जिसमें लिखा है कि कोरोना महामारी का प्रकोप फिर से भयंकर रूप ले चुका है. जन जीवन की सुरक्षा के लिए परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए और राज्य सरकार के मार्ग दर्शन के अनुसार मां कैला देवी के भक्तों से अपील की जाती है कि जब तक कोरोना का प्रकोप समाप्त नहीं हो जाए, अपनी यात्रा का प्रोग्राम नहीं बनाएं. क्योंकि कोरोना महामारी की वजह से मंदिर के दर्शन गुरुवार आठ अप्रैल से आगामी समय तक बंद हो चुके हैं.
इस पत्र के बाद से भक्तों को काफी निराशा हुइ है क्योंकि चैत्र नवरात्र में कैला देवी के भक्त बड़ी संख्या में दर्शन के लिए करौली रवाना होते हैं. विशेषकर बाहर से हजारों की संख्या में लोग कैला देवी आते हैं. वहीं चैत्र मेले में भक्तों की संख्या दो-गुना हो जाती है. हजारों भक्त पदयात्रा कर माता के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंचते हैं. बहुत से परिवारों में बच्चों का मुंडन संस्कार चैत्र नवरात्र में कैला देवी मंदिर पर ही होता है. जोकि इस बार होना संभव नहीं है.
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मंदिर के ट्रस्ट प्रंबन्धक महेश शर्मा ने बताया कि कोरोना महामारी एक बार फिर से भयंकर रूप ले चुकी है, लोगों से अपील है कि पिछले साल की तरह इस साल भी मेले का आयोजन और दर्शन आमजन के लिए गुरुवार 8 अप्रैल से आगामी आदेश तक बंद कर दिए गए हैं.