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2 साल बाद आज से भरेगा कैलादेवी का लक्खी मेला, 17 अप्रैल तक लाखों श्रद्धालुओं के जुटने की उम्मीद... कोरोना से लगा था विराम

कोरोना के कारण पिछले 2 साल तक कई सार्वजनिक कार्यक्रमों और अनुष्ठानों पर विराम लगा रहा. अब फिर जिन्दगी पटरी पर लौटने लगी है. कैला देवी के लक्खी मेला (Kaila Devi Lakhi Mela 2022 ) की ओर भी लोगों की निगाहें टिकी थीं. मुराद 2 साल बाद पूरी हो रही है तो भक्तों का तांता पहले से ही लगना शुरू हो गया. आज से 17 अप्रैल तक आयोजन है जिसमें 50 लाख तक के श्रद्धालुओं की जुटने की उम्मीद जताई जा रही है.

Kaila Devi Lakhi Mela 2022
2 साल बाद आज से भरेगा कैलादेवी का लक्खी मेला
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Published : Mar 29, 2022, 10:25 AM IST

करौली. उत्तर भारत का प्रसिद्ध आस्था धाम कैलादेवी का लक्खी मेला आज मंगलवार से प्रारंभ होकर 17 अप्रैल तक चलेगा. 20 दिन तक चलने वाले इस लक्खी मेले मे मध्यप्रदेश, उतरप्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, सहित विभिन्न राज्यों और राजस्थान के अन्य इलाकों से श्रद्धालु बड़ी तादाद में दर्शन को आएंगे. कोरोना संकट के चलते 2 साल बाद आयोजित हो रहे मेले में इस बार यात्रियों की संख्या ज्यादा होने की उम्मीद जताई जा रही है. लक्खी मेले को देखते हुए पद यात्रियों का आना प्रारंभ हो गया है. सड़कें पदयात्रियों से अटी हुई नजर आ रही हैं.

डीजे की धुन पर नाचते गाते आ रहे हैं पदयात्री: डीजे की धुन पर लांगुरिया गीतों पर नाचते युवक और युवतियों के जत्थे आस्थाधाम कैलादेवी देवी की ओर बढ़ रहे हैं. सैकड़ों किलोमीटर का रास्ता तय करने के बाद चेहरे पर थकान मां के दर्शन की ललक में छूमंतर हो जा रहा है. तेज धूप श्रद्धालुओं के जोश को ठंडा नहीं कर पा रही है. विभिन्न मार्गों से लोग धाम की ओर चले आ रहे हैं. कैलामाता के लक्खी मेले में आने वाले लाखो श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुरक्षा की पूरी व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन ने पुख्ता इंतजामात किए हैं.

कैला देवी धाम की व्यवस्था चाकचौबंद

पढ़ें- अरावली की पहाड़ियों में बसा अनोखा मंदिर, यहां माता करती हैं अग्नि स्नान...रोचक है कारण

विभिन्न जगहों पर लगे भंडारे: बाहर से कैलादेवी आने वाले पदयात्रियों के लिए भामाशाह, समाजसेवी और विभिन्न संगठनों की ओर से जगह-जगह पर भंडारे आयोजित किये जा रहे हैं. जहां पर श्रद्धालुओं के लिए भोजन की व्यवस्था के साथ-साथ ठहरने और नहाने धोने का भी इंतजाम है. जगह-जगह पर चिकित्सकों की टीमें तैनात की गई हैं जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी शारीरिक परेशानी का उपचार किया जा सके. श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए रोडवेज प्रशासन की तरफ से भी 300 से अधिक मेला स्पेशल बसें (Lakhi Mela Special Buses) चलाई गई हैं.

जिला कलेक्टर ने बताया कैसी होगी सुविधा?: जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया की मेले के दौरान हिण्डौन से आने वाले पदयात्राओं के लिए पांचना पुल के आस पास सुरक्षा व्यवस्था कर दी गई है. आने वाले पदयात्रियों के लिए करौली से कैलादेवी तक विभिन्न स्थानों पर प्याऊ एवं भोजन के लिए भामाशाहोें के भण्डारे की व्यवस्था की गई है. भोजन व्यवस्था के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों ने खाद्य निरीक्षक को भी नियमित निरीक्षण के लिए पाबन्द किया है. विद्युत विभाग को चौबीसों घन्टे लाईट उपलब्ध कराने के लिए पाबन्द कर दिया गया है. मन्दिर ट्रस्ट ने सीसीटीवी कैमरे, पेयजल की व्यवस्था के साथ- साथ शौचालयों का निर्माण भी कराया है.

चिकित्सा विभाग की ओर से 24 घन्टे चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सकों की राउण्ड वार नियुक्ति कर दी गई है. पुलिस प्रशासन की ओर से भी सुरक्षा व्यवस्था के लिए कैलादेवी मेला परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाये गए हैं और हजारों की संख्या में पुलिस कर्मी नियुक्त किए गए हैं. अतिरिक्त आरएसी के जवानों को भी ड्यूटी पर लगाया गया है. पांचना एवं कालीसिल पर गोताखोरों की नियुक्ति कर दी गई है. मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मन्दिर परिसर में नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है. कैलादेवी मन्दिर ट्रस्ट की ओर से मेला परिसर की नियमित रूप से सफाई व्यवस्था की गई है.

ये भी पढ़ें- SC Verdict On Soumya Gurjar : सौम्या गुर्जर की वापसी के रास्ते खुले, BJP कार्यकर्ताओं ने मनाया जश्न, सौम्या पहुंची कैला देवी के दर

मां के दर्शन का समय: मंदिर ट्रस्ट प्रबंधक महेश चंद शर्मा ने बताया कि सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. दूरदराज से आने वाले भक्तों को सुबह 4:00 बजे से रात्रि 10:00 बजे तक मां के दर्शन सुलभ होंगे. भक्तों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए बड़ी धर्मशाला में निशुल्क रहने की व्यवस्था के साथ ही अनेक जगहों पर निशुल्क भंडारे लगाए गए हैं. इसके साथ ही वातानुकूलित पंखे एवं पीने के पानी की व्यवस्था की गई है. वाहनों के लिए ग्राम पंचायत की ओर से पहले ही पार्किंग व्यवस्था टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से पूर्ण कर ली गई है सो कोई परेशानी नहीं होगी.

करौली. उत्तर भारत का प्रसिद्ध आस्था धाम कैलादेवी का लक्खी मेला आज मंगलवार से प्रारंभ होकर 17 अप्रैल तक चलेगा. 20 दिन तक चलने वाले इस लक्खी मेले मे मध्यप्रदेश, उतरप्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, सहित विभिन्न राज्यों और राजस्थान के अन्य इलाकों से श्रद्धालु बड़ी तादाद में दर्शन को आएंगे. कोरोना संकट के चलते 2 साल बाद आयोजित हो रहे मेले में इस बार यात्रियों की संख्या ज्यादा होने की उम्मीद जताई जा रही है. लक्खी मेले को देखते हुए पद यात्रियों का आना प्रारंभ हो गया है. सड़कें पदयात्रियों से अटी हुई नजर आ रही हैं.

डीजे की धुन पर नाचते गाते आ रहे हैं पदयात्री: डीजे की धुन पर लांगुरिया गीतों पर नाचते युवक और युवतियों के जत्थे आस्थाधाम कैलादेवी देवी की ओर बढ़ रहे हैं. सैकड़ों किलोमीटर का रास्ता तय करने के बाद चेहरे पर थकान मां के दर्शन की ललक में छूमंतर हो जा रहा है. तेज धूप श्रद्धालुओं के जोश को ठंडा नहीं कर पा रही है. विभिन्न मार्गों से लोग धाम की ओर चले आ रहे हैं. कैलामाता के लक्खी मेले में आने वाले लाखो श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुरक्षा की पूरी व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन ने पुख्ता इंतजामात किए हैं.

कैला देवी धाम की व्यवस्था चाकचौबंद

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विभिन्न जगहों पर लगे भंडारे: बाहर से कैलादेवी आने वाले पदयात्रियों के लिए भामाशाह, समाजसेवी और विभिन्न संगठनों की ओर से जगह-जगह पर भंडारे आयोजित किये जा रहे हैं. जहां पर श्रद्धालुओं के लिए भोजन की व्यवस्था के साथ-साथ ठहरने और नहाने धोने का भी इंतजाम है. जगह-जगह पर चिकित्सकों की टीमें तैनात की गई हैं जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी शारीरिक परेशानी का उपचार किया जा सके. श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए रोडवेज प्रशासन की तरफ से भी 300 से अधिक मेला स्पेशल बसें (Lakhi Mela Special Buses) चलाई गई हैं.

जिला कलेक्टर ने बताया कैसी होगी सुविधा?: जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया की मेले के दौरान हिण्डौन से आने वाले पदयात्राओं के लिए पांचना पुल के आस पास सुरक्षा व्यवस्था कर दी गई है. आने वाले पदयात्रियों के लिए करौली से कैलादेवी तक विभिन्न स्थानों पर प्याऊ एवं भोजन के लिए भामाशाहोें के भण्डारे की व्यवस्था की गई है. भोजन व्यवस्था के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों ने खाद्य निरीक्षक को भी नियमित निरीक्षण के लिए पाबन्द किया है. विद्युत विभाग को चौबीसों घन्टे लाईट उपलब्ध कराने के लिए पाबन्द कर दिया गया है. मन्दिर ट्रस्ट ने सीसीटीवी कैमरे, पेयजल की व्यवस्था के साथ- साथ शौचालयों का निर्माण भी कराया है.

चिकित्सा विभाग की ओर से 24 घन्टे चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सकों की राउण्ड वार नियुक्ति कर दी गई है. पुलिस प्रशासन की ओर से भी सुरक्षा व्यवस्था के लिए कैलादेवी मेला परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाये गए हैं और हजारों की संख्या में पुलिस कर्मी नियुक्त किए गए हैं. अतिरिक्त आरएसी के जवानों को भी ड्यूटी पर लगाया गया है. पांचना एवं कालीसिल पर गोताखोरों की नियुक्ति कर दी गई है. मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मन्दिर परिसर में नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है. कैलादेवी मन्दिर ट्रस्ट की ओर से मेला परिसर की नियमित रूप से सफाई व्यवस्था की गई है.

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मां के दर्शन का समय: मंदिर ट्रस्ट प्रबंधक महेश चंद शर्मा ने बताया कि सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. दूरदराज से आने वाले भक्तों को सुबह 4:00 बजे से रात्रि 10:00 बजे तक मां के दर्शन सुलभ होंगे. भक्तों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए बड़ी धर्मशाला में निशुल्क रहने की व्यवस्था के साथ ही अनेक जगहों पर निशुल्क भंडारे लगाए गए हैं. इसके साथ ही वातानुकूलित पंखे एवं पीने के पानी की व्यवस्था की गई है. वाहनों के लिए ग्राम पंचायत की ओर से पहले ही पार्किंग व्यवस्था टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से पूर्ण कर ली गई है सो कोई परेशानी नहीं होगी.

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