हिंडौन सिटी (करौली). गुर्जर आरक्षण मसले के निस्तारण सहित विभिन्न मांगों को लेकर गुर्जर समाज की ओर से रविवार से पीलूपुरा के शहीद स्थल से आंदोलन का आगाज किया जाएगा. इसको लेकर विजय बैंसला ने कहा कि समाज सरकार की घोषणाओं से संतुष्ट नहीं है. ये आंदोलन समाज की मांग है. एमबीसी समाज के लोगों से आह्वान किया है कि रविवार को सुबह 10 बजे पीलूपुरा के शहीद स्थल पर एकत्रित हो जाएं, वहीं पर आंदोलन की रणनीति का खुलासा किया जाएगा.
इसकी घोषणा दो दिन पूर्व गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला (Colonel Kirori Singh Bainsla) ने अपने आवास पर पत्रकार वार्ता में की थी. किरोड़ी बैंसला ने इसको लेकर कहा कि आरक्षण को लेकर समाज के लोगों में रोष है. सरकार ने उनकी एक भी मांग नहीं मानी है. ऐसे में समाज हित में आंदोलन की अंतिम विकल्प है. उन्होंने कहा कि 15 दिन का समय देने के बाद बावजूद सरकार पॉजिटिव नहीं दिखाई दी.
एमबीसी समाज के लोगों को लोगों का आह्वान किया है कि रविवार को सुबह 10 बजे पीलूपुरा के शहीद स्थल पर एकत्रित हो जाएं . वहीं पर गुर्जर आंदोलन की रणनीति का खुलासा किया जाएगा. हालांकि, गुर्जरों में दो फाड़ नजर आ रही हैं. शुक्रवार को बयाना क्षेत्र के 40 सदस्य एक प्रतिनिधिमंडल सरकार से वार्ता के लिए रवाना हो गया था. बैंसला ने कहा कि उन्हें समाज की मांगों को पूरा करने के काम है. किसी के जाने से कोई मतलब नहीं है.
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17 अक्टूबर को पीलूपुरा के गांव अड्डा में गुर्जर महापंचायत हुई थी. उस दौरान कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने सभी लोगों से चर्चा कर सरकार को 15 दिन का समय दिया था. साथ ही चेतावनी दी थी कि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो 1 नवंबर से प्रदेश में आंदोलन किया जाएगा 15 दिन की अवधि रविवार को पूरी हो गई है.
शहर में पुलिस जाब्ता तैनात
गुर्जर नेता विजय बैंसला ने कहा सरकार गुर्जरों की उपेक्षा कर रही है. इससे समाज के लोगों में रोष है. उन्हें एमबीसी कोटे से मिलने वाला 5% आरक्षण नहीं मिल रहा है. सरकार को 5 दिन का समय दिया था सरकार द्वारा गुर्जर समाज के पक्ष में कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है. उन्होंने पूरे राजस्थान की जनता से माफी मांगी है कि हम आंदोलन नहीं कर रहे हैं बल्कि उन्हें सरकार आंदोलन के लिए विवश कर रही है. गुर्जर आरक्षण आंदोलन को मध्य नजर रखते हुए पुलिस और प्रशासन के अधिकारी सक्रिय हैं. रेलवे स्टेशन सहित जिलेभर में आंदोलन को देखते हुए चप्पे-चप्पे पर पुलिस दल तैनात है.