करौली. राजस्थान के खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामलात मंत्री रमेश चंद मीणा बुधवार को करौली दोरे पर रहें. इस दौरान मंत्री ने कोरोनावायरस को लेकर जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षात्मक बैठक ली. जिसमें मंत्री ने कहा कि जरुरतमंदों को राशन नहीं पहुंच रहा हैं. इस पर कलेक्टर ने जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही. मंत्री रमेश मीणा ने समीक्षा करते हुए कहा कि इस कोरोना महामारी से लड़ने के लिये प्रदेश की सरकार पूरी तरह सतर्क है.
प्रदेश और जिले में कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं सोएगा चाहे वह केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ प्राप्त कर पा रहा है या नहीं. मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि गली और मोहल्लों में नये सिरे से सर्वे करवाकर लोगों की आर्थिक स्थिती का जायजा लेकर उनको खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाई जाये. इसमें किसी भी प्रकार का पक्षपात और कोताही नहीं बरतें. वहीं झूंठी मांग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए ताकि खाद्य सामग्री जरूरतमंद व्यक्ति तक पहुच सकें. मंत्री ने कहा कि जिले में कालाबाजारी, जामाखोरी और एमआरपी से अधिक राशि लेने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर सख्त कार्रवाई करें.
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जिला रसद अधिकारी को राशन वितरण की समुचित व्यवस्था करने, चिकित्सा विभाग की ओर से आगामी दिनों में द्वितीय चरण की डोर टू डोर स्क्रीनिंग पूर्ण पालना के साथ करने, जिले में आने वाले लोगों पर नजर रखने, कर्मचारी और अधिकारी कार्य करते समय अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखे, इस दौर में गरीब आदमी अगर बीमार पड़ गया है तो उसकी इलाज की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिये. मंत्री ने कहा कि शहर और ग्रामीण स्तर पर घुमंतू, बेसहारा, कच्ची बस्ती वाले, कचरा बीनने वाले, रिक्शा चालक, गरीब या अन्य जरूरमंद कोई भी निराश्रित भोजन से वंचित नहीं रहेगा. मंत्री ने जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेंद्र सिंह चारण को जिले में नरेगा के तहत कार्य स्वीकृत कर कार्य प्रारंभ करने और जल संरक्षण के कार्य भी शुरू करने के लिये कहा. समीक्षा बैठक में जिला कलेक्टर डॉ. मोहन लाल यादव एसपी अनिल कुमार बेनीवाल सहित जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे.