करौली. जिले में गुरुवार को दो पक्षों में हुए झगड़े के बाद शहर में बनी तनाव और (peace march in Karauli ) अफवाहों के दौर को देखते हुए शुक्रवार को हिंदू व मुस्लिम समाज के प्रबुद्धजनों ने शहर में शांति मार्च निकाला. दोनों समुदाय के लोगों ने जनता से अफवाहों पर ध्यान ना देने और शांति बनाए रखने की अपील की. साथ ही लोगों ने दुकानदारों से अपनी दुकानों को निरंतर खोलने की बात भी कही.
मार्च के दौरान कानून और सुरक्षा की दुष्टी को देखते हुए शहर में पुलिस के जवान तैनात रहे. जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह और एसपी नारायण टोगस मार्च पर अपनी नजर बनाए हुए थे. बता दें कि गुरुवार को करौली शहर के भुडारा बाजार में बाइक की साइड लेते समय बच्चों की कहासुनी में दो पक्षों के बीच झगड़ा हो गया था. थोड़ी देर बाद विवाद ने मारपीट का रूप ले लिया. एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष पर धारदार हथियारों से हमला बोल दिया. इस बीच फैली अफवाहों के चलते दुकानदार अपनी दुकानों को बंद कर भागने लगे. इस घटना के बाद जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने मोर्चा संभालते हुए तीन लोगों को डिटेन किया और आमजन से शांति बनाए रखने की अपील की. जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने शहर के प्रबुद्ध जनों की जिला कलेक्ट्रेट में बैठक लेकर अफवाहों पर ध्यान न देने के साथ ही शहर में शांति बनाए रखने की अपील की.
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विप्र फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष वेदप्रकाश उपाध्याय ने बताया कि उन्होंने शहर के विभिन्न इलाकों में जाकर दुकानदार और आमजन से शांति बनाए रखने की अपील की है. पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस ने बताया कि करौली में दो पक्षो के बच्चो में आपसी कहासुनी और मारपीट होने पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीन व्यक्तियों को डिटेन किया है. ऐसे में आमजन किसी भी तरीके की झूठी, भ्रामक खबरों और अफवाहों पर ध्यान न दें, कस्बे में पूर्णतः शांति है.