ETV Bharat / state

करौली के 851 गांवों में हर घर को नल से पहुंचाया जाएगा पानी, तैयारियां शुरू

करौली में शुक्रवार को जल स्वच्छता मिशन के तहत हर घर नल से जल आपूर्ति करने को लेकर एक बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक की अध्यक्षता जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने की. इस बैठक के माध्यम से जिला कलेक्टर ने विकास अधिकारियों को कहा कि जल स्वच्छता समिति का गठन होने के बाद कार्ययोजना 31 दिसंबर तक राज्य सरकार को आवश्यक रूप से भिजवाई जानी है. इसमें किसी भी प्रकार की देरी नहीं की जाए, जिससे जिले के 851 गांवों में पानी पहुंचाया जा सके.

राजस्थान की ताजा हिंदी खबरें, District Collector Siddharth Sihag, जल स्वच्छता समिति का गठन
करौली के 851 गावों को नल से पानी पहुंचाने को लेकर जिला कलेक्टर ने की बैठक
author img

By

Published : Dec 18, 2020, 3:07 PM IST

करौली. जिला कलेक्ट्रेट सभागार में जल स्वच्छता मिशन के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में घर घर नल से जल आपूर्ति करने के संबंध में कार्ययोजना तैयार करने के लिए जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन हुआ. बैठक में कलेक्टर ने गांवों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो इसके लिए विकास अधिकारियों को निर्देशित किया है कि 25 दिसंबर तक ग्राम जल स्वच्छता समितियों का गठन कर उसकी सूचना जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता को उपलब्ध कराई जाए. जिससे जिले के 851 गांवों में हर घर को नल से पानी पहुंचाया जा सके.

जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने बैठक में अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जल स्वच्छता समिति का गठन होने के बाद कार्ययोजना 31 दिसम्बर तक राज्य सरकार को आवश्यक रूप से भिजवाई जानी है. इसमें किसी भी प्रकार की देरी नहीं की जाए.

इस मिशन का उददेश्य है कि जिले में 2 लाख 17 हजार परिवार है इसके लिए सभी को 2024 तक नल से पानी पहुंचाया जाना है. जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता और स्वच्छता मिशन के सदस्य सचिव रामनिवास मीना ने बताया कि जल हर व्यक्ति को उपलब्ध हो और हर घर तक नल के माध्यम से जल पहुंचाया जाना सुनिश्चित होगा तभी जल जीवन मिशन की सफलता की परिकल्पना साकार होगी.

उन्होंने बताया कि मिशन के अन्तर्गत ग्रे वाटर का प्रबंधन जल निकास/स्त्रोतों को प्रदूषित होने से बचाने, मास्टर ट्रेनर को प्रशिक्षण देने, आईईसी गतिविधियों के माध्यम से जल मिशन के प्रति लोगों को जागरूक करने, शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो इसके लिए स्वास्थ्य सांकेतिक जल जनित बीमारियों के आंकड़ों का विश्लेषण करते हुए गांवों में नल से हर घर को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना ही इस मिशन का उददेश्य है.

पढ़ें- करौली के तीन नगर निकायों में सभापति पद के लिए 10 उम्मीदवारों ने किया नामांकन दाखिल

उन्होंने बताया कि सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल वितरण सुनिश्चित करने के लिए जल संसाधन, पानी की व्यवस्था, पानी की गुणवत्ता और पर्यावरण स्वच्छता प्रबंधन करने के लिए सामुदायिक क्षमता बढ़ाने, चिन्हित गांवों की जल सुरक्षा और संरक्षण हो इसके क्रियान्वयन के लिए ग्राम जल स्वच्छता समिति का गठन आवश्यक है.

उन्होंने कहा कि जो भी आंगनबाड़ी केन्द्र और विद्यालय पेयजल विहीन है उनको भी पाइपलाइन के माध्यम से जोड़कर सभी को जल उपलब्ध कराया जाएगा. ट्राईमून संस्था के सचिन सुप्रेकर ने मिशन की कार्ययोजना का विस्तार से प्रोजेक्टर के माध्यम से जानकारी दी. इस दौरान बैठक में संबधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहें.

करौली. जिला कलेक्ट्रेट सभागार में जल स्वच्छता मिशन के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में घर घर नल से जल आपूर्ति करने के संबंध में कार्ययोजना तैयार करने के लिए जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन हुआ. बैठक में कलेक्टर ने गांवों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो इसके लिए विकास अधिकारियों को निर्देशित किया है कि 25 दिसंबर तक ग्राम जल स्वच्छता समितियों का गठन कर उसकी सूचना जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता को उपलब्ध कराई जाए. जिससे जिले के 851 गांवों में हर घर को नल से पानी पहुंचाया जा सके.

जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने बैठक में अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जल स्वच्छता समिति का गठन होने के बाद कार्ययोजना 31 दिसम्बर तक राज्य सरकार को आवश्यक रूप से भिजवाई जानी है. इसमें किसी भी प्रकार की देरी नहीं की जाए.

इस मिशन का उददेश्य है कि जिले में 2 लाख 17 हजार परिवार है इसके लिए सभी को 2024 तक नल से पानी पहुंचाया जाना है. जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता और स्वच्छता मिशन के सदस्य सचिव रामनिवास मीना ने बताया कि जल हर व्यक्ति को उपलब्ध हो और हर घर तक नल के माध्यम से जल पहुंचाया जाना सुनिश्चित होगा तभी जल जीवन मिशन की सफलता की परिकल्पना साकार होगी.

उन्होंने बताया कि मिशन के अन्तर्गत ग्रे वाटर का प्रबंधन जल निकास/स्त्रोतों को प्रदूषित होने से बचाने, मास्टर ट्रेनर को प्रशिक्षण देने, आईईसी गतिविधियों के माध्यम से जल मिशन के प्रति लोगों को जागरूक करने, शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो इसके लिए स्वास्थ्य सांकेतिक जल जनित बीमारियों के आंकड़ों का विश्लेषण करते हुए गांवों में नल से हर घर को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना ही इस मिशन का उददेश्य है.

पढ़ें- करौली के तीन नगर निकायों में सभापति पद के लिए 10 उम्मीदवारों ने किया नामांकन दाखिल

उन्होंने बताया कि सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल वितरण सुनिश्चित करने के लिए जल संसाधन, पानी की व्यवस्था, पानी की गुणवत्ता और पर्यावरण स्वच्छता प्रबंधन करने के लिए सामुदायिक क्षमता बढ़ाने, चिन्हित गांवों की जल सुरक्षा और संरक्षण हो इसके क्रियान्वयन के लिए ग्राम जल स्वच्छता समिति का गठन आवश्यक है.

उन्होंने कहा कि जो भी आंगनबाड़ी केन्द्र और विद्यालय पेयजल विहीन है उनको भी पाइपलाइन के माध्यम से जोड़कर सभी को जल उपलब्ध कराया जाएगा. ट्राईमून संस्था के सचिन सुप्रेकर ने मिशन की कार्ययोजना का विस्तार से प्रोजेक्टर के माध्यम से जानकारी दी. इस दौरान बैठक में संबधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहें.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.