करौली. मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा एवं जांच योजना के तहत कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर अड़े हुए हैं. जिसके चलते रविवार को भी सातवें दिन कलेक्ट्रेट के बाहर उनका अनिश्चितकालीन धरना जारी रहा. इस दौरान कंप्यूटर ऑपरेटरों ने सरकार के खिलाफ रोष जाहिर किया और जमकर नारेबाजी की.
कंप्यूटर ऑपरेटर संघ के जिलाध्यक्ष पुष्पेंद्र गुर्जर ने बताया कि 5 सूत्रीय मांगों को लेकर जिले के सभी ऑपरेटरों का सातवें दिन कलेक्ट्रेट के बाहर धरना जारी रहा. जिलाध्यक्ष ने कहा कि सभी ऑपरेटर सात दिन से धरने पर बैठे हैं. इन सात दिनों में संघ के ऑपरेटरों की ओर से हनुमान चालीसा का पाठ किया गया. शहर में रैली निकाली गई, लेकिन सरकार ऑपरेटरों की कोई सुनवाई नहीं कर रही है. ऑपरेटरों ने कहा कि जब तक समस्या का समाधान नहीं होगा धरना यथावत जारी रहेगा.
बता दें कि प्रदेश में मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना एवं जांच योजना में करीब 4000 से अधिक कंप्यूटर ऑपरेटर कार्यरत हैं. जो पांच सूत्रीय मांग कर रहे हैं, लेकिन बजट में मांगों की अनदेखी की गई है. कंप्यूटर ऑपरेटरों की मांग है कि ऑपरेटरों को यथावत रखते हुए वित विभाग द्वारा वित्तीय स्वीकृति जारी की जाए. जबतक ऑपरेटरों को नियमित नहीं किया जाता, उनको आरएमआरएस से लगाया जाये.
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साथ ही ऑपरेटरों को केन्द्र सरकार के बराबर वेतनमान दिया जाए. जितने भी कम्प्यूटर ऑपरेटर हैं वो मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना के अन्तर्गत लगे हुए हैं. उनसे वहीं कार्य कराया जाए. इसके अलावा अन्य कार्य नहीं कराए जायें. कम्प्यूटर ऑपरेटर की जांच कमेटी गठित कर समय अवधि का नोटिस देकर हटाया जाए.