करौली. सपोटरा में कोरोना महामारी संक्रमण की दूसरी लहर से लोगों को बचाने के लिए अपनी जान की परवाह किए बिना जी जान से जुटे हुए चिकित्सा महकमे के एएनएम, स्वास्थ्य कर्मी और कोर कमेटी के सदस्यों को कोरोना पॉजिटिव पाए गए मरीजों को होम आइसोलेट करवाना उस समय भारी पड़ गया. जब टीम के लोगों पर कोरोना संक्रमित परिवार ने हमला बोल दिया. फिलहाल, पुलिस ने मामला दर्जकर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.
बता दें, सपोटरा के नारौली डांग की चिकित्सा टीम और कोरोना कोर कमेटी टीम इलाके में कोरोना पॉजिटिव मरीजों को आइसोलेट करवाने गांव में पहुंची. चिकित्सा और ग्राम स्तरीय कोर कमेटी की टीम के सदस्यों के साथ अभद्रता करते हुए मारपीट की गई. साथ ही पुलिस में शिकायत देने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई. इस पर चिकित्सा प्रभारी नारोली डांग ने सपोटरा पुलिस थाने में राजकार्य में बाधा और महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करवाया है.
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सपोटरा थानाधिकारी बनवारी लाल मीणा ने बताया, पीएचसी नारौली डांग चिकित्सा प्रभारी रविकांत भंवर ने प्राथमिकी दर्ज करवाई गई है. इसमें बताया गया है कि 1 जून को टीम की सदस्य एएनएम हुकुमबाई, मीणा ग्राम स्तरीय कोर कमेटी के सदस्य कन्नू लाल अध्यापक और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं आशा सहयोगिनी के साथ गांव बलवंतपुरा निवासी रामफूल बैरवा के कहने पर रैपिड एंटीजन टेस्ट करने के लिए पहुंचे थे. टीम ने 10 लोगों के सैंपल लिए, जिनमें से चार लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी. रामफूल बैरवा के परिवार और अन्य सदस्यों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर सभी लोगों को होम आइसोलेट करने के लिए बलवंतपुरा गए हुए थे.
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टीम में शामिल एएनएम और अध्यापक ने कोरोना पॉजिटिव के घर जाकर कहा कि शकुंतला पत्नी राजेंद्र बैरवा, कोशलेश पुत्र रामधन वर्मा निवासी बैरुंडा, संजू बैरवा पत्नी कोशलेश निवासी बैरुंडा, राजेंद्र पुत्र रामफूल बैरवा निवासी बलवंतपुरा की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इसलिए इन चारों को होम आइसोलेट रहना होगा. इसी बात पर रामफूल बैरवा के परिवार के सदस्य नाराज हुए और कहा कि कोई कोरोना नहीं है. तुम सब लोग झूठे हो, कोई आइसोलेट नहीं रहना है और गंदी-गंदी गालियां और अभद्रता करते हुए मारपीट पर उतारू हो गए.
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शकुंतला, राजेंद्र, कोशलेश और संजू के साथ कृष्ण कुमार पुत्र राजेंद्र गाली-गलौज करते हुए मारपीट करने लगा और कन्नू लाल अध्यापक के कपड़े फाड़ दिए. एएनएम हुकुम बाईमीणा के साथ राजेंद्र प्रसाद और कृष्ण कुमार बैरवा ने अभद्र व्यवहार करते हुए छेड़खानी की. साथ ही हाथ से मोबाइल छीनकर मोबाइल तोड़ डाला. वहीं संजू बैरवा ने टीम पर पथराव किया और पुलिस में शिकायत दर्ज करवाने पर एएनएम हुकुमबाई मीणा और अध्यापक कन्नू लाल को जान से मारने की धमकी दी गई. पुलिस ने चिकित्सा प्रभारी रविकांत की प्राथमिकी के आधार पर दोषी व्यक्तियों के खिलाफ राजकार्य में बाधा और महामारी अधिनियम के तहत अपराध धारा- 143, 332, 353, 354, 504, 427, 336, 269, 270, 188 आईपीसी और 54 आपदा प्रबंधन अधिनियम- 2005 में मुकदमा दर्जकर जांच एएसआई बदन सिंह को सौंपी है.