जोधपुर. देश में ग्रामीण क्षेत्रों में विकास के लिए प्रतिनिधित्व देने के लिए 60 सालों से पंचायतों के चुनाव हो रहे हैं, लेकिन आज भी ग्रामीण क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं के अभाव से ग्रामीणों का संघर्ष जारी है. जोधपुर में 17 जनवरी को पहले चरण का चुनाव होगा. वहीं जोधपुर से 40 किमी दूर आगोलाई पंचायत के मतदाता आज भी सड़क, बिजली और पानी जैसे बुनियादी मुद्दे को लेकर वोट करेंगे.
जोधपुर में प्रथम चरण में सिर्फ बालेसर पंचायत समिति की 38 पंचायतों के लिए ही प्रक्रिया हो रही है. इनमें से पांच पंचायतों में निर्विरोध सरपंच का निर्वाचन हो चुका है. वहीं 33 पंचायत के लिए मतदान होगा. ईटीवी भारत ने जोधपुर से करीब 40 किमी दूर आगोलाई पंचायत क्षेत्र में पहुंचकर मतदाताओं से जाना, कि वे किन मुद्दों पर वोट करेंगे. ईटीवी भारत ने पाया, कि आज भी ग्रामीण यहां पीने का पानी, बिजली और सड़क के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
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पंचायत मुख्यालय के आसपास के 10 किमी के गांव-ढाणियों तक सड़क नहीं हैं. क्षेत्र में बिजली भी नहीं है. वहीं पीने का पानी तो दूर की कौड़ी बना हुआ है. 2 हजार 260 मतदाताओं वाली आगोलाई पंचायत मुख्यालय पर सड़कें सही नजर आती हैं, लेकिन शहर से गांव को जोड़नेवाली सड़कों की हालत खराब है.
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ग्रामीण इस बात से भी परेशान हैं, कि बिजली के बिल मनमर्जी से भेजे जा रहे हैं. 5 साल पहले भी यही हाल थे और आज भी क्षेत्र का यही हाल है. इस पंचायत में सरपंच पद इस बार महिला के लिए आरक्षित है. इसके लिए 6 प्रत्याशी मैदान में हैं. ग्रामीणों को उम्मीद है, कि इस बार जो भी सरपंच बनेगा, वह ग्रामीणों की परेशानियों को दूर करेगा.