बालेसर (जोधपुर). जोधपुर जिले की शेरगढ़ पंचायत समिति क्षेत्र की ग्राम पंचायत खिरजां भोजा गांव में पृथ्वीराजसिंह की ढाणियों में आवागमन का रास्ता नहीं होने से ग्रामीणों को आपातकाल में अस्पताल जाने और रोजमर्रा के काम जैसे बच्चों के स्कूल जाने के साथ आये दिन परेशानी हो रही है. ग्रामीणों का आरोप है, कि उनकी ढाणियों तक आने वाले कटाण रास्ते को कुछ समाजकंटकों ने बाधित कर दिया है, जिससे उन्हें यह समस्या हो रही है. इस वजह से क्षेत्र के ग्रामीणों ने एकत्रित होकर एक सभा का आयोजन रखा. इस सभा में ग्राम पंचायत सरपंच शौभाग सिंह के साथ कई और लोग शामिल हुए.
बैठक में ग्रामीणों ने रास्ते की समस्या का जिक्र करते हुए प्रशासनिक लापरवाही और उदासीनता को लेकर अधिकारियों की कड़े शब्दों में निंदा की. ग्रामीणों का यह भी आरोप है, कि कुछ क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों द्वारा गंदी राजनीति के चलते रास्ते की समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है. महिलाओं के साथ पुरुषों ने बताया, कि इस लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था में भी उनके साथ न्याय नहीं हो पा रहा है. रास्ते का अभाव होने के साथ ही चारों ओर से बड़े-बड़े रेतीले टीलों के बीच बसे करीब 50 ढाणियों के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. रास्ता नहीं होने से मरीजों को इलाज के लिए ले जाने, बच्चों को स्कूल भेजने, टेंकर से पानी लाने के साथ ही कई दैनिक कामकाज में बाधा हो रही है.
सभा की बैठक में ग्रामीणों ने आगामी सरपंच और वार्ड पंच के साथ ही पंचायतीराज चुनाव में मतदान नहीं करने का ऐलान किया है. साथ ही ग्रामीणों ने शेरगढ़ उपखंड अधिकारी के नाम एक ज्ञापन सौंपकर चुनावों के बहिष्कार का ऐलान कर दिया है. इस मौके पर भीखसिंह, लादूसिंह, प्रेमसिंह, अर्जुनसिंह, चंद्रसिंह, पुंजराजसिंह, रामसिंह, कल्याणसिंह, जेठूसिंह, नाथूसिंह, पारसराम, नखताराम दमामी, स्वरूपाराम प्रजापत सहित क्षेत्र के कई ग्रामीण पुरुष और महिलाएं मौजूद रहीं.