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दीवाली स्पेशल: जोधपुर में पटाखा मिठाई की धूम, 1600 रुपए प्रति किलो है भाव - जोधपुर की खबर

इस दीवाली पटाखे जला कर नहीं बल्कि खा कर त्यौहार मनाए. जी हां हम बात कर रहे है क्रैकल स्वीट्स की जो इन दिनों खूब प्रचलित है. बादाम काजू के बेस से तैयार की गई ये मिठाई देखने में बिल्कुल पटाखों जैसे ही दिखती है. साथ ही इन मिठाईयों पर पटाखों की तरह का ही लेबल भी लगाया गया है.

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Published : Oct 23, 2019, 3:51 AM IST

Updated : Oct 23, 2019, 6:50 AM IST

जोधपुर. दीपावली के आ जाने से बाजारों की रौनक एक बार फिर से चरम पर है. इस बीच जोधपुर स्वीट्स पिछले 4 साल से क्रैकल स्वीट्स बनाती आ रही है जो दिखने में बिल्कुल पटाखे ही नजर आते हैं. इनमें चाहे अनार हो या चॉकलेट बम, चकरी हो या फिर दिया-बाती, ये सभी मिठाई के रूप में बनाए गए हैं. देखने में यह पूरी तरह से शिवाकाशी बने पटाखे ही नजर आते हैं. इन पर पटाखों की तरह का ही लेबल भी खाद्य पदार्थों का लगाया गया है.

दिवाली पर जोधपुर स्वीट्स का स्पेशल क्रैकल स्वीट्स

संचालक निखिल व्यास बताते है कि यह मिठाई पूरी तरह से ड्राई फूड्स की बनी है. बादाम काजू के बेस से तैयार की गई है और इस पर फूड कलर का उपयोग किया गया है, जो पूरी तरह से सुरक्षित है. इसे बनाने में काफी समय और मेहनत भी लगती है. यही कारण है कि यह क्रैकल स्वीट्स पटाखों से भी महंगी है. वर्तमान में 1600 रुपए प्रति किलो के भाव से बिक रही है. इन मिठाईयों की बुकिंग ज्यादातर गिफ्ट पैक के रूप में ही की गई. जिसकी डिलीवरी भी अब शुरू हो गई है.

पढ़ें- जयपुर के SMS मेडिकल कॉलेज में Ragging का मामला, 7 छात्र निलंबित

जोधपुर स्वीट्स के सौरव ने बताया कि करीब 5 साल पहले उनके बॉस को यह आइडिया आया कि 'क्यों न हम दिवाली पर पटाखों की तरह मिठाई बनाएं' और प्रयोग करते-करते सफलता प्राप्त हो गई. उन्होंने बताया कि दिवाली की तरह ही होली पर भी गुब्बारे और पिचकारी की तरह हूबहू मिठाइयां बनाते हैं. जिन्हें लोग काफी चाव से खरीदते हैं.

जोधपुर. दीपावली के आ जाने से बाजारों की रौनक एक बार फिर से चरम पर है. इस बीच जोधपुर स्वीट्स पिछले 4 साल से क्रैकल स्वीट्स बनाती आ रही है जो दिखने में बिल्कुल पटाखे ही नजर आते हैं. इनमें चाहे अनार हो या चॉकलेट बम, चकरी हो या फिर दिया-बाती, ये सभी मिठाई के रूप में बनाए गए हैं. देखने में यह पूरी तरह से शिवाकाशी बने पटाखे ही नजर आते हैं. इन पर पटाखों की तरह का ही लेबल भी खाद्य पदार्थों का लगाया गया है.

दिवाली पर जोधपुर स्वीट्स का स्पेशल क्रैकल स्वीट्स

संचालक निखिल व्यास बताते है कि यह मिठाई पूरी तरह से ड्राई फूड्स की बनी है. बादाम काजू के बेस से तैयार की गई है और इस पर फूड कलर का उपयोग किया गया है, जो पूरी तरह से सुरक्षित है. इसे बनाने में काफी समय और मेहनत भी लगती है. यही कारण है कि यह क्रैकल स्वीट्स पटाखों से भी महंगी है. वर्तमान में 1600 रुपए प्रति किलो के भाव से बिक रही है. इन मिठाईयों की बुकिंग ज्यादातर गिफ्ट पैक के रूप में ही की गई. जिसकी डिलीवरी भी अब शुरू हो गई है.

पढ़ें- जयपुर के SMS मेडिकल कॉलेज में Ragging का मामला, 7 छात्र निलंबित

जोधपुर स्वीट्स के सौरव ने बताया कि करीब 5 साल पहले उनके बॉस को यह आइडिया आया कि 'क्यों न हम दिवाली पर पटाखों की तरह मिठाई बनाएं' और प्रयोग करते-करते सफलता प्राप्त हो गई. उन्होंने बताया कि दिवाली की तरह ही होली पर भी गुब्बारे और पिचकारी की तरह हूबहू मिठाइयां बनाते हैं. जिन्हें लोग काफी चाव से खरीदते हैं.

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Body:फेस्टिव इनोवेशन : पटाखों से महंगी क्रेकल स्वीट्स
जोधपुर। दिवाली के लिए बाजार सजने लगे हैं और हर तरफ हर सामान में दिवाली का रंग नजर आता है । सूर्यनगरी में ऐसा ही कुछ दिवाली पर प्रयोग किया है जोधपुर स्वीट्स ने पिछले 4 सालों से जोधपुर स्वीट्स क्रैकल स्वीट्स बना रही है। जो दिखने में बिल्कुल पटाखे ही नजर आते हैं इनमें चाहे अनार हो या चॉकलेट बम, चकरी या फिर दिया बाती ये सभी मिठाई के रूप में बनाए गए हैं खास बात यह है कि देखने में यह पूरी तरह से शिवाकाशी बने पटाखे ही नजर आते हैं इनके ऊपर पटाखों की तरह ही लेबल भी खाद्य पदार्थों का बनाया गया है संचालक निखिल व्यास बताते हैं कि यह मिठाई पूरी तरह से ड्राई फूड्स की बनी है बादाम काजू के बेस से तैयार की गई है और इस पर फूड कलर का उपयोग किया गया है। जो पूरी तरह से सुरक्षित है। इसे बनाने में समय और मेहनत भी काफी लगती  यही कारण है कि यह क्रकेल स्वीट्स पटाखों से भी महंगी है। वर्तमान में 1600 रुपए प्रति किलो के भाव से बिक रही है। ज्यादातर गिफ्ट पैक रूप में ही लोगों ने बुकिंग की है।  जिसकी डिलीवरी होना भी अब शुरू हो गया है ।जोधपुर स्वीट्स के सौरव ने बताया कि करीब 5 साल पहले उनके बॉस को यह आइडिया आया कि क्यों नहीं हम दिवाली पर पटाखों की तरह मिठाई बनाएं और प्रयोग करते करते हुए सफल हो गए उन्होंने बताया कि दिवाली की तरह ही होली पर भी गुब्बारे व पिचकारी की शक्ल में मिठाइयां बनाते हैं जिन्हें लोग काफी चाव से खरीदते हैं।
बाईट : निखिल व्यास, संचालक
बाईट : सौरभ, संचालक



Conclusion:
Last Updated : Oct 23, 2019, 6:50 AM IST
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