जोधपुर. जोधपुर जिले में हिंदू-मुस्लिम के नाम पर सूरसागर में हुए ध्रुवीकरण के मतदान में भाजपा के देवेंद्र जोशी ने 38759 मतों से ऐतिहासिक जीत दर्ज की है. यह जिले की सबसे बड़ी जीत है. जोशी को कुल मतदान के 59 फीसदी मत मिले, जबकि कांग्रेस के शहजाद को 39.50 फीसदी.
ईटीवी भारत से बातचीत में जोशी ने दावा किया कि यह जीत सनातन और हिंदू धर्मावलंबियों की वजह से हुई है. क्योंकि लगातार तुष्टिकरण हो रहा था, जिससे लोग परेशान थे. सूरसागर से 38759 मतों की अप्रत्याशित जीत को लेकर जोशी ने कहा कि इतनी बड़ी जीत की कल्पना मैंने भी नहीं की थी, लेकिन पार्टी के कार्यकर्ता और संगठन ने जिस तरीके से काम किया उसे वजह से यह संभव हुआ. जोशी ने बताया कि हमने चुनाव के दौरान बड़े कार्यक्रम के बजाय छोटी-छोटी बैठकें करने का निर्णय लिया. करीब 500 बैठकें इस दौरान की गई.
उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा एक ही बात कही कि भाजपा की आवश्यकता राजनीतिक नहीं सामाजिक रूप से है. अगर हिंदुत्व को बचाना है, तो भाजपा को लाना होगा. पेपर लीक रोकना है, तो भाजपा को लाना होगा. जोशी से जब पूछा गया कि इस सीट पर इस बार कितना ध्रुवीकरण हुआ, तो उनका कहना था कि इसका आंकलन में नहीं लगा सकता, लेकिन हिंदू धर्म को मानने वाले सनातनियों ने एक होकर वोट किया जिसकी वजह से जीत हुई है.
जोशी ने कहा कि सूरसागर जोधपुर शहर में लगातार विकसित होने वाला क्षेत्र है. इस शहर के विकास को लेकर मुझे काम करना है. इसके विकास की अवधारणा करनी होगी. क्षेत्र में इतनी कालोनियां हैं कि उन लोगों को साथ लेकर ही समाधान हो सकता है. अगर ऐसा नहीं होगा तो विकास के नाम पर विनाश हो जाएगा. इसलिए हर काम में जनता को साथ लेकर काम किया जाएगा. जोशी ने कहा कि जनता ने गहलोत की गारंटी के बजाय मोदी की गारंटी पर विश्वास किया और राज्य सरकार की जो भी जनहित की योजनाएं हैं. उन्हें चालू रखने की बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही कर दी है.
गौरतलब है कि पिछले तीन चुनाव यहां से भारतीय जनता पार्टी ने जीते, लेकिन इतना बड़ा अंतर कभी नहीं रहा. जोशी से पहले सूर्यकांता व्यास यहां से लगातार तीन बार विधायक रहीं. उनकी अधिकतम जीत का अंतर 15 हजार रहा. सूरसागर में 199359 मत पड़े. भाजपा के देवेंद्र जोशी को 117065 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के शहजाद खान को 78306 वोट मिले. जीत का अंतर 38759 रहा.